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December 24, 2024

लोकतंत्र की हत्या, चमोली के पत्रकारों और व्यापारियों को बनाया निशाना, दुकानों और प्रेस कक्षों को प्रशासन ने किया सील, प्रदर्शन, छह गिरफ्तार

डीएम के आदेश पर चमोली जिले के मुख्यालय गोपेश्वर में पत्रकारों को आवंटित आवास के साथ ही व्यापारियों को दी गई दुकानों को आज प्रशासन ने सील कर दिया।

उत्तराखंड के चमोली जिले में जिलाधिकारी के खिलाफ व्यापारियों को प्रदर्शन करना भारी पड़ा। साथ ही इसकी कवरेज करने पर पत्रकारों को भी निशाना बनाया गया। डीएम के आदेश पर चमोली जिले के मुख्यालय गोपेश्वर में पत्रकारों को आवंटित आवास के साथ ही व्यापारियों को दी गई दुकानों को आज प्रशासन ने सील कर दिया। इसके विरोध में व्यापारियों ने बाजार बंद कर जिलाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान महिला सहित छह व्यापारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। व्यापारियों को गिरफ्तार कर पुलिस चमोली ले गई। वहां चमोली के व्यापारियों ने पुलिस थाने का घेराव कर दिया। इस पर सभी को निजी मुचलकों पर रिहा कर दिया गया। वहीं, जिला प्रशासन और पत्रकारों की भी ठन गई है। पत्रकारों ने डीएम के कार्यक्रमों के बहिष्कार का निर्णय किया है।

प्रशासन की कार्रवाई को लेकर व्यापारी और पत्रकार चमोली की जिलाधिकारी पर ही आरोप लगा रहे हैं। गोपेश्वर में नगर पालिका की ओर से दो दुकान, एक व्यापारिक मिलन भवन, प्रेस के चार कक्ष आवंटित किए गए थे। इन्हें खाली करने के लिए 24 घंटे का नोटिस चस्पा कर दिया गया। वहीं, आज शुक्रवार को व्यापारियों को दुकानों से और पत्रकारों को प्रेस कक्ष से बाहर खदेड़कर कक्षों में ताले लगा दिए गए और तालों को सील कर दिया गया। इसे लेकर व्यापारियों में चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया पर गुस्सा फूट पड़ा। व्यापारियों ने डीएम गो बैक के नारे लगाए। बाजार बंद कर दिया। वहीं, इस दौरान भारी पुलिस बल भी मौजूद था। पुलिस ने छह व्यापारियों को गिरफ्तार कर लिया।
व्यापारियों और पत्रकारों का आरोप है कि बीते दिनों चमोली में डीएम स्वाति एस भदौरिया के ने मदद की गुहार लगा रही आपदा प्रभावित महिला को अपने दफ्तर में फटकार लगाई थी। इसका विरोध हुआ था। साथ ही वीडियो भी वायरल हुआ था। वहीं, कोरोनाकाल के दौरान डीएम के बच्चे को पार्क में जाने से टोकने पर होमगार्ड के जवान को तीन साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया था। इसे लेकर भी डीएम चर्चा में रही थी।

आरोप है कि आपदा प्रभावित महिला को डांटने व होमगार्ड जवान को सस्पेंड करने को लेकर डीएम के खिलाफ चमोली के छात्र नेताओं व व्यापारियो ने डीएम का पुतला फूंककर प्रदर्शन भी किया था। घटना को स्थानीय समाचार पत्रों, टीवी चैनलों में प्रमुखता से दिखाया था। इसके बाद पत्रकारों और व्यापारियों को अब निशाने में लिया जा रहा है।
व्यापारीयो ने कोरोना का हवाला देते हुए अधिकारियों से सील की कार्यवाही न करने की गुहार भी लगाई, लेकिन प्रशासन ने एक न सुनी। बलपूर्वक कार्यवाही का विरोध कर रहे व्यापारियो को गिरफ्तार किया है। अब चमोली में कई संगठन डीएम के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं।
अब सस्पेंड होमगार्ड के जवान पर बयान बदलने का दबाव
सूत्रों के मुताबिक डीएम के आदेश पर निलंबित किए गए होमगार्ड पर अब अधिकारी बयान बदलने को दबाव डाल रहे हैं। साथ ही उसे झांसा दिया जा रहा है कि यदि वह अपनी बात का खंडन कर दे तो उसे बहाल कर दिया जाएगा। उसे यहां तक कहा जा रहा है कि वह सिर्फ इतना कह दे कि उसे शराब पिलाकर बयान लिया गया।
पत्रकारों ने की निंदा, डीएम का बहिष्कार
वहीं, चमोली के समस्त पत्रकारों ने प्रेस क्लब चमोली में बैठक कर डीएम के खिलाफ प्रस्ताव पास कर डीएम का विरोध किया है। साथ ही डीएम की कड़ी निंदा की। पत्रकारों ने डीएम से जुड़ी किसी भी खबर को प्रकाशित नही करने को लेकर भी प्रस्ताव पास किया है। पत्रकारों ने डीएम की ओर से चमोली के पत्रकारों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए सरकार से कार्रवाई की मांग की है।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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