कर्मकार कल्याण बोर्ड के घोटालों की हो सीबीआई जांचः धस्माना
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड के कर्मकार कल्याण बोर्ड में व्यापक पैमाने पर घोटाले व गड़बड़ियां हुई हैं। मजदूरी कार्ड बनाने से लेकर मजदूर किट, साइकिल, सिलाई मशीनें, कर्मचारियों की भर्ती, कोरोना काल में राशन किट बनाने व उसके वितरण तक कई सौ करोड़ रुपयों का घोटाला हुआ है। इन सब का पर्दाफाश केवल सीबीआई जांच से संभव है। कांग्रेस मुख्यालय राजीव गांधी भवन में प्रेस से बातचीत में उन्होंने पूरे प्रकरणों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि वह पिछले दो सालों से यह मांग करते आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में कर्मकार कल्याण बोर्ड के द्वारा अपात्र लोगों के मजदूरी कार्ड बनाये जा रहे हैं और उनके आधार पर अपात्र लोगों को मजदूर किट, साइकिल, व अन्य सामान वितरित किया जा रहा है। कोरोना काल शुरू होते ही कर्मकार कल्याण बोर्ड के कर्मवीरों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आपदा में अवसर ढूंढने के ज्ञान उपदेश का पालन करते हुए राशन किट बनाने का काम शुरू किया। इस दौरान साढ़े चार सौ रुपये के सामान वाली किट साढ़े नौ सौ रुपये में तैयार की गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपाई नेताओं ने अपने समर्थकों में राशन किट को वितरित किया। इसमें करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ।इसी प्रकार चाहे बोर्ड में कर्मचारियों की नियुक्ति का मामला हो या कार्मिकों की तैनाती का मामला हो, अथवा बोर्ड के दफ्तर का मामला हो। सब में भारी अनियमितताएं व भ्रष्टाचार हुआ है।
उन्होंने कहा कि अब जब सच्चाई जनता के सामने आने लगी तो सरकार जांच का ढोंग कर रही है। जो केवल दिखावा है। मुख्यमंत्री इस जांच के बहाने विभागीय मंत्री को दबाव में लेने का प्रयास कर रहे हैं। धस्माना ने कहा कि अगर वास्तव में मुख्यमंत्री जीरो टॉलरेंस की बात पर अमल करना चाहते हैं तो वे इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की संस्तुति करें। ताकी दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। वरना ये भी बीजेपी सरकार के अन्य घोटालों की जांच की तरह केवल दिखावा मात्र माना जाएगा।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।