दिल्ली डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उत्तराखंड में की नवपरिवर्तन संवाद की शुरुआत, बोले-21 साल में नेता हुए मालामाल, जनता बेहाल
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी ने वर्चुअली चुनाव प्रचार को तेज कर दिया है। इसके तहत दिल्ली के सीएम मनीष सिसोदिया ने नव परिवर्तन संवाद किया। वह उत्तराखंड की जनता से वर्चुअली जुड़े और उन्होंने कहा कि 2022 में जनता को ही नवपरिवर्तन लाना होगा।

मनीष सिसिदिया ने कहा कि जिस तरह दिल्ली की जनता ने दिल्ली में आप की सरकार को वोट देकर चुना, ठीक वैसे ही उत्तराखंड की जनता भी अबकी बार आप पार्टी की सरकार को चुने। ताकि दिल्ली जैसा विकास उत्तराखंड में भी संभव हो पाए। उन्होंने कहा कि 35 दिन बाद उत्तराखंड में नई सरकार के लिए चुनाव होना है। 14 फरवरी को नई सरकार के लिए चुनाव होना है। यह चुनाव सिर्फ नई सरकार के लिए नहीं होगा। इस चुनाव से कई सवाल जुड़े हुए हैं। यहां की शिक्षा बेहतर कैसी होगी, यहां के युवाओं को रोजगार कैसे मिलेगा, यहां की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो पाएगा, क्या पलायन पर रोक लग पाएगी, यह चुनाव इन सवालों से सीधे जुडा होगा।
उन्होंने कहा कि यहां के लोगों ने इस राज्य के लिए लंबी लड़ाई लड़ते हुए आंदोलन किए। क्योंकि उस वक्त लखनऊ बहुत दूर हुआ करता था। अफसोस कि उत्तराखंड का विकास और भला आज तक 21 सालों में भी नहीं हो पाया। 21 साल पहले एक महान आंदोलन के बाद उत्तराखंड का जन्म हुआ। देवभूमि की माताओं, युवाओं, बुजुर्गों के संघर्ष से उत्तराखंड राज्य मिला है। 21 साल पहले जो आंदोलन लड़ा गया था, उसका फायदा सिर्फ कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं को हुआ, लेकिन यहां के जनता के हाथ आज भी खाली हैं। आज भी यहां के लोग हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि 21 साल पहले स्कूलों और अस्पतालों की जो स्थिति हुआ करती थी वो स्थिति आज भी वैसी ही बनी हुई है। यहां की जनता को तो कुछ हासिल नहीं हुआ, लेकिन यहां के नेता 21 सालों में जरुर मालामाल हो गए। उन्होंने आगे कहा कि पहले जब जनता किसी सरकार से परेशान हो जाती थी तो वो उस सरकार को अपने वोट से बदल कर अन्य दल की सरकार बनाती थी। 21 साल बाद भी उत्तराखंड के लिए देखे गए सपने अधूरे है। जिन नेताओं को हमने सत्ता की चाबी दी, उन्होंने बस अपना विकास किया। चाहे भाजपा हो या कांग्रेस। दोनों ही दलों ने पांच साल तुम लूटो पांच साल हम लूटेंगे के मंत्र से सरकारें चलाई। बेईमान राजनीति ने उत्तराखंड की जनता को निराशा के गर्त में धकेल दिया है। अब समय आ गया है कि इस लूट को हर हाल में बंद करना है।
उन्होंने कहा कि अब सवाल सिर्फ आप पार्टी को वोट देने तक सीमित नहीं है, बल्कि उत्तराखंड के युवाओं के सपने पूरे करने का सवाल सबसे अहम है। अगर 21 सालों में इन सरकारों द्वारा कुछ किया गया होता तो आज महिलाएं प्रसव के दौरान दम नहीं तोडती। अगर दोनों दलों द्वारा कुछ किया होता तो आज प्रदेश में अच्छे अस्पतालों का अभाव नहीं होता। अगर दोनों दलों द्वारा कुछ किया होता तो उत्तराखंड के स्कूल आज शानदार होते और लोगों को पलायन नहीं करना पडता। अन्य राज्यों के लोग भी यहां आते। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि इन दोनों दलों ने 21 सालों में कुछ नहीं किया। इसका खामियाजा आज प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। आज यहां के हालत ये हैं कि जनता के लिए न तो अच्छे अस्पताल हैं, न अच्छे स्कूल हैं, न सस्ती बिजली-पानी है, न अच्छी सड़कें है और न ही रोजगार है।
उन्होंने कहा कि राज्य का सपना इसलिए देखा गया था कि यहां के लोगों की अपनी सरकार हो। अफसोस कि दोनों दल सरकार बनने के बाद भी कुछ विकास नहीं कर पाए और प्रदेश से लोगों का पलायन लगातार जारी रहा। उत्तराखंड को नई राजनीती की जरुरत है। इसके केंद्र में आम आदमी हो। ऐसा विकल्प सिर्फ आम आदमी पार्टी दे सकती है। उत्तराखंड में बिजली बनती है, लेकिन यहां के लोगों को बिजली मुफ्त नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि जनता यहां के नेताओं के 21 साल पुराने और अब के बैंक बैलेंस चैक कर ले। दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाएगा। 2022 का चुनाव किसी पार्टी की सरकार बनाने का चुनाव नहीं, उत्तराखंड को बचाने का चुनाव है ।
उन्होंने उत्तराखंड की जनता से निवदेन किया कि अब उत्तराखंड को खडा करने का समय आ गया है। अब उत्तराखंड में नवपरिवर्तन की जरुरत है। नवनिर्माण के लिए नवपरिवर्तन का मकसद – उत्तराखंड को वैसा खुशहाल और विकसित प्रदेश बनाना, जैसा हमारे शहीद आंदोलनकारी चाहते थे, जैसा हमारी मातृ शक्ति चाहती थी। आज उत्तराखंड को आप के रूप में नया विकल्प मिल चुका है। अब उत्तराखंड से दोनों दलों की राजनीति खत्म करनी है। अरविंद केजरीवाल उत्तराखंड के लिए नया विकल्प होने के साथ एक नई उम्मीद हैं।
उन्होंने शिक्षा पर बोलते हुए कहा कि उत्तराखंड में महज 3 प्रतिशत बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल पाती है, जबकि 97 प्रतिशत बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिलती। यहां के अधिकांश बच्चे अच्छे से पढ़ लिख नहीं सकते। क्योंकि उनको स्कूलों में अच्छी शिक्षा नहीं मिल पाती। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के बच्चों को 100 प्रतिशत शिक्षा चाहिए। जनता को अच्छी स्वास्थय सेवा,युवाओं को बेहतर रोजगार चाहिए। ये आखिर जनता को देगा कौन, क्योंकि कांग्रेस बीजेपी आजतक यह सब देने में नाकाम रहे।
उन्होंने जनता से आह्वान करते हुए कहा कि उत्तराखंड की जनता को 14 फरवरी को यह सोचना है कि प्रदेश के संसाधनों का सदुपयोग हो सके। यहां का विकास अच्छे से हो सके। अच्छी शिक्षा बच्चों को मिल सके, अच्छी चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें। अब लोगों के पास सिर्फ एक महत्वपूर्ण अवसर है। इसलिए उत्तराखंड के हक लिए उत्तराखंड को वोट दीजिए ,आप को वोट दीजिए।
उन्होंने कहा कि बदहाल हो चुके अस्पतालों स्कूलों को संवारना,परिसंपत्ति में उत्तराखंड का हक दिलाना हो, बंजर हो चुके खेत-खलिहानों में हरियाली लौटाना हो, खंडहर और वीरान हो चुके गांवों को फिर से आबाद करना हो, युवाओं को रोजगार, पर्यटन के क्षेत्र में ऊंचे मुकाम हासिल करना, देवभूमि को पूरी दुनिया के हिंदुओं की आध्यात्मिक राजधानी बनाना है, तो एक मौका सिर्फ अरविंद केजरीवाल को देकर आप को वोट दीजिए।
उन्होंने कहा कि आपने दोनों पार्टी को 10-10 साल दिए, एक मौका आम आदमी पार्टी को दे कर दीजिए। एक मौका केजरीवाल और कर्नल अजय कोठियाल को दीजिये। हम शहीदों की सपनो का उत्तराखंड बनाएंगे। आप पार्टी सिर्फ वादे नहीं करती, बल्कि काम करके दिखाती है। जैसा दिल्ली में काम किया वैसा ही उत्तराखंड में भी करके दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ घोषणा नहीं करते, बल्कि गांरटी देते हैं। क्योंकि हम भविष्य बनाना और विकास करना जानते है।
आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि मनीष सिसोदिया को सुनने के लिए पूरे प्रदेश में लोग छोटे छोटे ग्रुप में जुडे, आप पार्टी के हर बूथ कार्यकर्ता ने पांच पांच लोगों के साथ मिलकर इस सभा को वर्चुअली देखा। पूरे उत्तराखंड के 1783 सेंटरर्स से लोगों ने इसका लाईव प्रसारण देखा।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।