ये कैसा कोरोना मरीज, शिक्षिका को किया फोन और झटक लिए एक लाख रुपये
हेलो मैडम, मैं मनराल मैडम का भाई बोल रहा हूं। मैं कोरोना पॉजिटिव हूं। मेरे पास क्रेडिट कार्ड है और पैसे एटीएम से नहीं निकल रहे हैं। ऐसा ही कुछ फोन शिक्षिका को आया। फोन करने वाले ने शिक्षिका को झांसे में लिया। फिर उसने ऐसा खेल खेला कि खाते से एक लाख की रकम साफ हो गई। अब पुलिस ने क्लेमंटाउन थाने में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक क्लेमंटाउन क्षेत्र निवासी मनोज राणा ने इस संबंध में आठ दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी एक शिक्षिका हैं। उन्हें सात दिसंबर को एक मोबाइल नंबर 9140499083 से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को मनराल मैडम का भाई बताया।
साथ ही कहा कि मैं कोविड पॉजिटिव आया हूं।
फोन करने वाले ने कहा कि उसके पास क्रेडिट कार्ड है। एटीएम पर कार्ड नहीं चल पा रहा है। ऐसे में उसे परिचित के खाते में रकम डालनी पड़ेगी। फिर वह स्वयं आकर ले लेगा। इसके बाद उक्त युवक ने शिक्षिका के मोबाइल पर क्यूआर कोड बेजा। इसे मोबाइल पर स्कैन करने के बाद वह गूगल पे से जुड़ गया।
इसके बाद उनकी पत्नी के खाते से तीन बार में 25000, फिर 25000 और इसके बाद 50,000 रुपये कट ग ए। इस पर मनोज राणा की पत्नी ने मनराल मैडम से फोन कर इस बारे में जानकारी ली। पता चला कि उनके भाई ने ऐसी कोई कॉल की ही नहीं। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बेटी और भांजे पर मकान व 25 लाख रुपये हड़पने का आरोप कृष्णा विहार निवासी अमृत कौर ने पटेलनगर थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए अपनी बेटी और भांजे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि दोनों ने उनके पति की मौत के बाद वर्ष 2017 में मियांवाला स्थित कोपरेटिव बैंक के संयुक्त खाते से धोखाधड़ी कर 23 लाख रुपये निकाल लिए। साथ ही उनका सेवलाकला स्थित मकान भी हड़प लिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।