महाराष्ट्र में उद्धव सरकार पर संकट, 12 से अधिक विधायकों को ले उड़े शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे
महाराष्ट्र में इन दिनों सियासत गरमाई हुई है। पहले राज्यसभा चुनाव में शिवसेना कैंडिडेट की हार हुई। अब कुछ उसी तर्ज पर एमएलसी चुनाव में भी बीजेपी ने पांचवीं सीट जीत ली।
बताया जा रहा है कि शिंदे दोपहर में इस संबंध में मीडिया को संबोधित कर सकते हैं। शिंदे की गिनती शिवसेना के कद्दावर नेताओं में होती है। उन्होंने प्रदेश में संगठन को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनका यह कदम उद्धव ठाकरे सरकार के लिए मुसीबतें बढ़ा सकता है। गठबंधन में शामिल शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी तीनों दलों से शिंदे नाराज बताए जा रहे हैं। महाविकास अघाड़ी की महाराष्ट्र में सरकार बनी तो शिंदे को मंत्री बनाया गया था।
वहीं शिवसेना से बीजेपी में जाने वाले नारायण राणे ने इस घटनाक्रम पर कहा है कि ऐसी चीजों पर कोई टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता महेश तापसे ने बताया कि महा विकास अघाड़ी सरकार का भविष्य “बिल्कुल सुरक्षित” है। बता दें कि 12 विधायक अगर शिवसेना से टूटते हैं तो संख्या घटकर 270 हो जायेगी। ऐसे में बहुमत के लिए 135 की जरूरत होगी। नवाब मलिक और अनिल देशमुख की वोटिंग पर तलवार लटकी है। शिवसेना के रमेश लटके का निधन हो चुका है।
राज्यपाल के जरिए सभी 12 को मनोनीत किया जा सकता है। कल बीजेपी को विधान परिषद में 134 वोट मिला था। इसका मतलब कि बीजेपी करीब 270 के सदन में बहुमत हासिल कर सकती है। मतलब जो 12 विधायको की सदस्यता जायेगी, उन्हें फिर मनोनित किया जा सकता है।
राउत बोले, कुछ नहीं होगा
इस पूरे मामले पर शिवसेना सांसद संजय राउत का भी बयान आया है। उन्होंने कहा है कि मुझे नहीं लगता कि महाराष्ट्र में कुछ होने वाला है। हम सरकार को अस्थितर नहीं होने देंगे। उन्होंने आगे कहा कि कुछ विधायक महाराष्ट्र में नहीं हैं, बात बस यही है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सब बीजेपी कर रही है और वह कई बार कोशिश कर चुकी है।
शिवसेना के लिए अहम हैं एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे हाल ही में महाराष्ट्र के मंत्री तथा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे के साथ अयोध्या यात्रा पर गए थे। वह वर्ष 2004, 2009, 2014 तथा 2019 में लगातार चार बार महाराष्ट्र विधानसभा में चुने गए। 2014 में जीत के बाद उन्हें शिवसेना विधायक दल का नेता चुना गया था। वह महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे। पार्टी के लोकप्रिय नेताओं में शुमार किए जाने वाले शिवसेना नेता को पार्टी के बड़े कार्यक्रम आयोजित करने की ज़िम्मेदारी सौंपी जाती रही है। एकनाथ शिंदे के पुत्र श्रीकांत शिंदे इस वक्त लोकसभा सांसद हैं, और उनके भाई प्रकाश शिंदे इस समय पार्षद हैं। बताया जाता है कि एकनाथ शिंदे पार्टी से नाराज़ चल रहे हैं, क्योंकि उन्हें हाशिये पर डाल दिया गया था। वैसे, उनके ताल्लुकात सभी पार्टियों से अच्छे बताए जाते हैं। शिव सेना के कद्दावर नेताओं में शामिल एकनाथ शिंदे को शिवसेना के कई विधायकों का समर्थन भी हासिल है।पार्टी के गढ़ माने जाने वाले ठाणे में भी उनके बेहद मज़बूत पकड़ है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।