सीपीआई नेता अतुल अंजान का निधन, जूझ रहे थे कैंसर से
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के नेशनल सेक्रेटरी अतुल कुमार अंजान का आज शुक्रवार तीन मई की तड़के तीन बजकर 45 मिनट पर लखनऊ में निधन हो गया। अतुल कुमार अंजान (69 वर्ष) पिछले एक महीने से गोमतीनगर के एक अस्पताल में एडवांस स्टेज के कैंसर से जूझ रहे थे। लखनऊ यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के अध्यक्ष के रूप में 1977 के राजनीति की शुरुआत करने वाले अतुल अंजान को सामाजिक न्याय और वामपंथी राजनीति का बड़ा चेहरा माना जाता था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
किसानों और श्रमिकों के हितों के प्रति सीपीआई नेता की दृढ़ प्रतिबद्धता ने जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों से व्यापक प्रशंसा और सम्मान प्राप्त किया है। एक समय अपने वक्तृत्व कौशल के लिए जाने जाने वाले तेजतर्रार छात्र नेता ने राजनीति में एक अलग मुकाम हासिल किया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अतुल कुमार अंजान, 20 साल की उम्र में नेशनल कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष के रूप में चुने गए। छात्रों की चिंताओं को उठाने के लिए लोकप्रिय अंजान ने लगातार चार बार लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ का अध्यक्ष पद चुनाव भी जीता। अतुल कुमार एक प्रभावशाली वक्त थे, जिनको करीब आधा दर्जन भाषाओं की जानकारी थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अंजान अपने विश्वविद्यालय के दिनों के दौरान ही वामपंथी पार्टी में शामिल हो गए। अतुल कुमार अंजान उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध पुलिस-पीएसी विद्रोह के प्रमुख नेताओं में से एक थे। अंजान ने अपने राजनीतिक सफर के दौरान चार साल नौ महीने जेल में भी बिताए। उनके पिता डॉ एपी सिंह एक अनुभवी स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने HSRA (हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन) की गतिविधियों में भाग लिया। इसके लिए उन्होंने ब्रिटिश जेल में लंबी सजा काटी थी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।