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December 22, 2024

हत्या का लाइसेंस लेकर घूम रहे गोरक्षक, फरीदाबाद में गो तस्कर के संदेह में निर्दोष छात्र को गोली से उड़ाया

जैसे ही किसी राज्य में चुनाव निकट आते हैं तो अचानक गोरक्षकों का गोमाता प्रेम भी जागने लगता है। गोरक्षा के नाम पर लिंचिंग की घटनाएं अचानक बढ़ जाती हैं। हरियाणा में हाल ही में अलग अलग घटनाओं में दो को मौत के घाट उतार दिया गया। इनमें तो एक युवक हिंदू निकला, जिसे गलतफहमी में गो तस्कर समझकर गोली मारी गई। सवाल उठता है कि गोरक्षा के नाम पर युवा पीढ़ी को कौन हत्या का लाइसेंस दे रहा है। कौन ऐसे लोगों को समर्थन कर रहा है कि वे गोरक्षा के नाम पर हत्या करते रहें। क्या पुलिस ने अपना काम छोड़ दिया, जिससे अब युवक ही आगे आकर हत्या कर रहे हैं। साथ ही हत्यारे बनकर अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। इन युवकों को उकसाने वाले नेता हों या फिर सुबह सुबह व्हाट्सएप में जहरीले संदेश भेजने वाले लोग। क्या किसी ने ये जानने का प्रयास किया कि ऐसे लोगों के अपने बच्चे क्या कर रहे हैं। वे अपने बच्चों को तो अच्छी शिक्षा देते हैं। कई तो विदेशों में पढ़ने और नौकरी के लिए चले जाते हैं। वहीं, यहां युवाओं की भावनाओं को भड़काकर उन्हें अपराधी बना रहे हैं। गरीब घरों के युवा कभी  हिंदू, कभी गोरक्षा के नाम पर हत्यारे बन रहे हैं। सवाल ये भी है कि इन तथाकथित गोरक्षों के पास अवैध हथियार कहां से आए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आप विधायक नरेश बाल्यान ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
इस मामले में आप विधायक नरेश बाल्यान ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि 12 वी क्लास के छात्र “आर्यन मिश्रा” को फरीदाबाद में कथित गौ रक्षकों ने आर्यन को गौ तस्कर समझ कर गाड़ी रोक कर सीने में बंदूक सटा कर गोली मार कर हत्या कर दी। आर्यन मिश्रा के पिता भाजपा के कट्टर समर्थक थे। सोचिए की कैसे दरिंदो ने इस मासूम बच्चों की हत्या कर दी। जब ये कथित गौ तस्कर अल्पसंख्यकों को मार रहे थे तो शायद आप खुश होंगे, आज घर का लाल चला गया, अब तो दर्द समझ रहे होंगे आप लोग? बाकी अब तो सवाल पूछना भी बेकार है की कथित गौ रक्षकों को हथियार किसने दिया? गोली मारने का अधिकार किसने दिया। ॐ शांति, प्रभु इस मासूम बच्चे की आत्मा को अपने श्री चरणों में जगह दे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या के मामले में पांच गिरफ्तार
हरियाणा के परिदाबाद में दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर गदपुरी के पास छात्र आर्यन मिश्रा हत्या मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान अनिल कौशिक, वरूण, कृष्ण, सौरव और आदेश के रूप में हुई है। सभी गोरक्षक बताए जा रहे हैं। उन्होंने गौ तस्कर समझकर आर्यन मिश्रा और कार में बैठे उसके मकान मालिक का हाईवे पर करीब 20 किलोमीटर तक पीछा किया और गोली मार दी थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पुलिस ने दी ये जानकारी
पुलिस से मिली जानाकरी के अनुसार, पूछताछ में सामने आया है कि 23 अगस्त की रात आरोपी गोरक्षकों को मुखबिर से सूचना मिली थी कि डस्टर और फॉच्यूर्नर कार सवार घूम रहे हैं। इसी शक में गोरक्षकों ने कार का पीछा करना शुरू किया और कार को रोकने के लिए फायरिंग करते रहे। हाईवे के गदपुरी टोल पर आरोपियों ने कार रोकने के लिए पीछे से फायरिंग की जो कार का पिछला शीशा तोड़ते हुए ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठे आर्यन मिश्रा के गर्दन में जाकर लगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

दोबारा चलाई गोली
इसके बाद कार चालक हर्षित ने कार रोक दी। आरोपियों ने फिर दूसरी गोली आर्यन के सीने में मार दी। इसके बाद आरोपियों ने देखा की गाड़ी में लड़कों के साथ दो महिलाएं हैं, तब उन्हें समझ आया कि गलतफहमी में उन्होंने किसी और को गोली मार दी। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। वहीं घटना के दूसरे दिन 24 अगस्त को एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान आर्यन मौत हो गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मृतक के पिता ने दी थी लिखित शिकायत
इस मामले में मृतक आर्यन के पिता ने पुलिस को लिखित में शिकायत भी दी थी। क्राइम ब्रांच में जब ने सीसीटीवी खंगाला तो आरोपियों का पता चला। इसके बाद आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

12वीं का छात्र था आर्यन
बता दें 19 साल का आर्यन मिश्रा 12वीं का छात्र था। वह अपने परिवार के साथ एनआईटी पांच नंबर में किराए के मकान में रहता था। 23 अगस्त को रात लगभग 9:30 बजे आर्यन अपने मकान मालिक श्वेता गुलाटी उनके बेटे हर्षित, शैंकी और एक पड़ोसी महिला के साथ बड़खल मेट्रो के पास मॉल में मैगी खाने के लिए गया था। मैगी खाने के बाद लगभग करीब 11:30 वह वापस अपने घर लौट रहे था। इस दौरान यह वारदात हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्रवासी मजदूर की भी पीट पीट कर की थी हत्या
हाल ही में चुनावी राज्य हरियाणा के चरखी-दादरी जिले में पश्चिम बंगाल के रहने वाले एक प्रवासी मजदूर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने बताया कि गौरक्षक समूह के लोगों ने बीफ खाने के शक में पीड़ित को जमकर पीटा। इस मामले में पुलिस ने गोरक्षक समूह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया। साथ ही 2 नाबालिग आरोपी भी पकड़े गए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, साबिर मलिक की 27 अगस्त को हत्या की गई थी। बताया कि पांच आरोपियों ने गोमांस खाने के संदेह पर मलिक और उसके साथी को को प्लास्टिक की खाली बोतलें बेचने के बहाने एक दुकान पर बुलाया और वहां दोनों की बुरी तरह पिटाई की गई। इनमें साबिर मलिक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका साथी अस्पताल में जिंदगी और मौत से झूल रहा है। आरोपियों की पहचान अभिषेक, मोहित, रविंदर, कमलजीत और साहिल के रूप में हुई है। इनके अलावा दो नाबालिग आरोपी हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

गोमांस के संदेह में बुजुर्ग की पिटाई
महाराष्ट्र में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में वहां इसी तरह की एक घटना सामने आई है। महाराष्ट्र के नासिक जिले में इगतपुरी के समीप एक धुले एक्सप्रेस ट्रेन में गोमांस ले जाने के संदेह में बुजुर्ग व्यक्ति की उसके सहयात्रियों ने पिटाई कर दी। एक अधिकारी ने बताया कि विगत दिनों हुई इस घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर सामने आने के बाद जीआरपी ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि पुलिस ने सीट के विवाद के चलते मारपीट की बात कही है। पुलिस ने अब तक तीन लोगों को हिरासत में लिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मिली जानकारी के मुताबिक, 72 साल के बुजुर्ग सय्यैद अशरफ अली ने अपने बेटी से मुलाकात करने के लिए चालीसगांव से कल्याण जाने के लिए धुले एक्सप्रेस पकड़ी थी। यात्रा के दौरान ट्रेन में कुछ युवकों ने उनकी पिटाई कर दी। इस दौरान सहयात्रियों ने एक वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। बताया जा रहा है कि युवकों को शक था कि वह गोमांस ले जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने सीट के विवाद के चलते मारपीट की बात कही है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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