देशभर में बढ़ रहे कोरोना के मरीज, जनता पूछ रही सवाल-आखिर वैक्सीन कहां बेच दी मोदीजीः लालचंद शर्मा
देशभर में जिस गति से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उस गति से टीकाकरण ना होना चिंताजनक है। इस मुद्दे पर राजनीतिक दल या तो चुप हैं, या फिर उन्हें वैक्सीन की समस्या नजर नहीं आ रही है। देहरादून में कांग्रेस महानगर के पूर्व अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने ही आज वैक्सीनेशन के मुद्दे को उठाया और केंद्र की मोदी सरकार पर इस बहाने जोरदार प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जिस वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी ने डंका पीटा था, आज देश की जनता ये सवाल पूछ रही है कि जब कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं तो वैक्सीन कहां हैं। क्या वैक्सीन को विदेशों में बेचा जा रहा है। क्योंकि भारत में तो वैक्सीनेशन के आंकड़े जीरो के करीब पहुंचते जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कोरोना संक्रमितों में उछाल और वैक्सीनेशन केंद्र में ताले
लालचंद शर्मा ने कहा कि पिछले कई दिनों से कोरोना के नए संक्रमितों में उछाल दर्ज किया जा रहा है। आज शुक्रवार 14 अप्रैल को भी देशभर में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 11109 नए संक्रमित मिले। इस दौरान 29 मौत दर्ज की गई। उत्तराखंड में गुरुवार 13 अप्रैल की शाम की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तराखंड में कोरोना के 106 नए संक्रमित मिले। एक मरीज की मौत हुई। एक दिन पहले बुधवार 12 अप्रैल को कोरोना के 90 नए संक्रमित मिले थे। अब एक्टिव मरीजों की संख्या 255 हो गई है। यदि उत्तराखंड में भी वैक्सीन की बात करें तो यहां भी अधिकांश टीकाकरण केंद्र में ताले लगे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मॉक ड्रिल के नाम पर किया गया मजाक
देहरादून महानगर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए सबसे पहले हर व्यक्ति का वैक्सीनेशन जरूरी है। क्योंकि यदि वैक्सीन लगेगी तो किसी की जान का खतरा नहीं होगा। उत्तराखंड में तो अभी दूसरी डोज ही लोगों को पूरी नहीं लगी है। फिर तीसरी डोज की स्थिति की बात करना बेमानी है। वहीं, सरकार ने मॉक ड्रिल के नाम पर दो दिन सिर्फ ड्रामा पीटा। सबसे पहली जरूरत वैक्सीन को लेकर आखिर सरकार ये क्यों नहीं बता रही है कि क्या कारण है कि वैक्सीनेशन अचानक ठप कर दिया गया है। मॉक ड्रिल से ज्यादा जरूरी वैक्सीनेशन का अभियान है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस तरह बढ़ रहे हैं कोरोना के संक्रमित
लालचंद शर्मा ने कहा कि देश में शुक्रवार 14 अप्रैल को कोरोना के 11109 नए संक्रमित और 29 मौत दर्ज की गई। इसी तरह गुरुवार 13 अप्रैल को कोरोना के 10248 नए संक्रमित और 19 मौत, बुधवार 12 अप्रैल को कोरोना के 7830 नए संक्रमित और 16 मौत, मंगलवार 11 अप्रैल को कोरोना के 5676 नए संक्रमित और 21 मौत, सोमवार 10 अप्रैल को कोरोना के 5880 नए संक्रमित और 14 मौत, रविवार नौ अप्रैल को कोरोना के 5357 नए संक्रमित और 11 मौत, शनिवार आठ अप्रैल को कोरोना के 6155 नए संक्रमित और 11 मौत, शुक्रवार सात अप्रैल को कोरोना के 6050 नए संक्रमित और 14 मौत दर्ज की गई थी। उन्होंने कहा कि ऐसे में साफ है कि कोरोना के नए संक्रमितों के आंकड़े हर दिन बढ़ रहे हैं। वहीं, केंद्र सरकार चैन की बंशी बजा रही है। वैक्सीन कहां गई इसका जवाब तक नहीं दिया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
टीकारण की निराशानजक स्थिति
लालचंद शर्मा ने कहा कि जहां पहले हर दिन देशभर में एक लाख से ज्यादा लोगों को हर दिन टीके लगाए जा रहे थे, अब इसकी संख्या सिमट कर रह गई हैं। केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के ही आंकड़ों पर गौर करें तो इसकी संख्या निराशाजनक है। लगता है सरकार को अब टीकों पर विश्वास नहीं रह गया है। गुरुवार को देशभर में मात्र 467 लोगों को, बुधवार को भी मात्र 327 लोगों को, मंगलवार को मात्र 441 लोगों को, सोमवार को 358 लोगों को, रविवार को देशभर में मात्र 205 लोगों को कोरोनारोधी टीके लगाए गए। ऐसे में सवाल उठता है कि जिस टीकों को लेकर पीएम मोदीजी अपनी पीठ थपथपाते रहते थे, आखिरकार अब वो वैक्सीन कहां चली गई।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।