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November 13, 2024

बीजेपी विधायक के विवादित बोल, देवी देवताओं का किया अपमान, उत्तराखंड कांग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना ने की निंदा

उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ विधायक व बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने ऐसे विवादित बोल बोले कि एक विवाद खड़ा हो गया है। भगत ने देवी देवताओं को लेकर के एक अजीब सी टिप्पणी कर डाली। खास बात यह कि भगत ने यह बात एक पब्लिक मीटिंग के दौरान कही। जिस समय भगत ने यह बात कही, उस समय उनके साथ मंच पर उत्तराखंड की महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य भी मौजूद थीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

भगत ने मंच से माता सरस्वती और माता लक्ष्मी के बारे में एक विवादित टिप्पणी कर डाली। यही नहीं देवादि देव महादेव और विष्णु भगवान को भी उन्होंने नहीं छोड़ा। भगत ने खुले मंच से कहा कि अगर कुछ पाना है तो देवियों को पटाना होगा, क्योंकि सारी शक्तियां देवियों के पास ही हैं। हल्द्वानी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर वह कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने कहा कि बालिकाओं का हमेशा सम्मान होता है, लेकिन बालकों को भी सम्मान भी मिलना चाहिए। उन्होंने माता सरस्वती, मां दुर्गा और माता लक्ष्मी को लेकर विवादित बयान दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि भगवान ने भी लड़कियों का पक्ष लिया है। विद्या मांगो तो सरस्वती को पटाओ, बल मांगो-शक्ति मांगो तो दुर्गा को पटाओ, मतलब दोनों ही महिलाओं को दे दिए। विद्या भी उन्हीं से मांगो, बल भी उन्हीं से मांगो और धन चाहिए तो लक्ष्मी को पटाओ। आदमी के पास है क्या, एक शिवजी हैं, वो पहाड़ में पड़े हुए हैं…लत्ते कपड़े कुछ हैं नहीं, ऊपर से गले में सांप पड़ा हुआ है, ऊपर से गंगा जी भी लेकर सिर पर घूम रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बंशीधर भगत की जुबान यहीं पर नहीं रुकी और उन्होंने कहा कि यहां तक कि भगवान विष्णु समुद्र की गहराई में छुपे हुए हैं, आपस में विचारों की बात भी नहीं होती है। दोनों बेचारों की आपस में बात भी नहीं होती। तो, महिला सशक्तिकरण तो पूर्व से ही भगवान ने ही कर दिया।  जिस समय भगत बोल रहे थे उस समय सैकड़ों स्कूली बच्चे और महिलाएं उनके सामने मौजूद थीं, लेकिन भगत के इस बयान पर सब ठहाके लगाते दिखे। भगत से उनके इस विवादित बोल पर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने देवियों को शक्ति स्वरूपा करार दिया है। उनका अर्थ वह नहीं था जो लगाया जा रहा है। पटाने का अर्थ माता को प्रसन्न करने से है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बता दें कि इससे पहले बंशीधर भगत बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहते कई विवादित बयान दे चुके हैं। उन्होंने एक बार कांग्रेस की पूर्व नेता स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश के बारे में भी विवादित टिप्पणी कर दी थी। उन्होंने इंदिरा हृदयेश को ‘बुढ़िया’ कह डाला था। इस पर तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को माफी भी मांगनी पड़ी थी। हालांकि इंदिरा हृदयेश ने भगत के इस बयान को ज्यादा महत्व नहीं दिया था और उन्होंने भी भगत को माफ कर दिया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देखें वीडियो-कांग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना ने की निंदा

भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने मोदी के नारे को ही बदल दिया
उत्तराखंड में भाजपा के दिग्गज नेता पूर्व बीजेपी अध्यक्ष, पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक बंशीधर भगत द्वारा सनातन धर्म की आराध्य देवियों माँ लक्ष्मी,माँ दुर्गा व माँ सरस्वती तथा भगवान शंकर व भगवान विष्णु के बारे में भद्दी व अपमानजनक टिप्पणियों तथा बालिकाओं के बारे में हास्यास्पद बयान पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कड़ा एतराज जताते हुए इसे भाजपा का असली चरित्र व असली चेहरा बताया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आज देहरादून कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने कल हल्द्वानी में बालिका दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बंशीधर भगत के बयान को करोड़ों सनातनियों की भावनाओं पर कुठाराघात बताते हुए कहा कि बंशीधर के बयान माफी योग्य नहीं हैं। क्योंकि उन्होंने यह भूल वश नहीं, बल्कि होशोहवाश में पूरा वक्तव्य दिया। और बार बार देवियों के नाम ले कर लक्ष्मी पटाओ, दुर्गा पटाओ सरस्वती पटाओ कहा। बालिकाओं पर भी व्यंग किया, जो भाजपा की असली सोच प्रदर्शित करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

धस्माना ने कहा कि बंशीधर ने प्रधानमंत्री मोदी के उस नारे को ही बदल दिया जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का आह्वान किया जाता है और अब बकौल बंशीधर वो नारा बेटी बचाओ बेटी पटाओ कर दिया गया है। धस्माना ने कहा कि इस बाबत भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व को व स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वो बंशीधर के संशोधन से सहमत हैं और अगर नहीं हैं तो 24 घण्टे के अंदर उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही करनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

धस्माना ने बंशीधर भगत के बयान को अंकिता भंडारी प्रकरण से जोड़ते हुए कहा कि अंकिता हत्या कांड में शामिल लोग भी उनकी ही राजनैतिक सोच की बिरादरी के हैं। आज तक सरकार या संगठन ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि अंकिता को जिस वीआईपी के लिए एक्स्ट्रा सर्विस देने के लिए मजबूर किया जा रहा था, वो वीआईपी कौन था। धस्माना ने कहा कि भाजपा सरकार इस प्रकरण से हुई छीछालेदर से बौखला कर अब अपनी सारी खुनस कांग्रेस प्रवक्ता श्रीमति गरिमा दसौनी के विरुद्ध झूठा मुकद्दमा कायम कर निकाल रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

धस्माना ने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी गरिमा के साथ चट्टान की तरह खड़ी है और अगर सरकार व पुलिस ने किसी भी प्रकार की उत्पीड़नात्मक कार्यवाही की तो कांग्रेस उसके विरुद्ध सड़कों पर मुकाबला करेगी। इस अवसर पर गरिमा दसौनी ने अपने ऊपर पुलिस द्वारा दर्ज किए मुकद्दमे को विपक्ष की आवाज़ दबाने का कुसित प्रयास बताया। कहा कि वह इस प्रकार की कार्यवाही से डरने वाली नहीं हैं। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी, प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत, लक्ष्मी अग्रवाल, दर्शन लाल, राजेश चमोली, सरदार अमरजीत सिंह भी उपस्थित रहे।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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