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April 28, 2025

11वें स्मृति दिवस पर कम्युनिस्ट नेता कमलाराम नौटियाल के योगदान को किया याद, आंदोलन के नेताओं को किया सम्मानित

कम्युनिस्ट नेता कमलाराम नौटियाल के 11वें स्मृति दिवस पर समाज एवं कम्युनिस्ट आन्दोलन के लिए उनके अविस्मरणीय योगदान को याद किया गया। इस मौके पर कम्युनिस्ट आन्दोलन के नेताओं को कमलाराम स्मृति सम्मान भी प्रदान किया गया। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में हाथीबड़कड़ा स्थित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य कार्यालय इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कम्युनिस्ट नेता कमलाराम नौटियाल स्मृति समारोह का आयोजन नौटियाल परिवार और सीपीआई ने संयुक्त रूप में किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम के आरंभ में बीडी पाण्डे के क्रान्तिकारी गीतों से हुआ। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य कमलाराम के जन संघर्षों एवं कम्युनिस्ट आन्दोलन के लिऐ उनके अविस्मरणीय योगदान से श्रोताओं को अवगत कराना रहा। साथ ही इसे एक परिचर्चा का स्वरूप देकर उत्तराखंड मे वाम जनवादी धर्मनिरपेक्ष शक्तियों की व्यापक एकता को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ने का प्रयास करना था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता बीडी पांडे, रविंन्द्र जागी, महिपाल सिंह बिष्ट, सोहन सिंह रजवार, जीत सिंह, पूर्णानंद भट्ट, अशोक शर्मा को नौटियाल परिवार की तरफ से स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। कमलाराम नौटियाल की पुत्री डाक्टर मधु थपलियाल ने अपने पिता के संघर्षो की संकलित लेखों की पुस्तक भी सम्मानित किए गए नेताओं के साथ कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे श्रोताओं को भेंट की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कमलाराम नौटियाल की धर्म पत्नी कमला नौटियाल ने की। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कमलाराम नौटियाल के अविस्मरणीय संघर्ष और शासकीय उत्पीड़न की हृदय विदारक गाथाओं से सबको अवगत कराया। साथ ही ऐसी वैचारिक संयुक्त चर्चाओं को जारी रखने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि याद रहे फासीवाद दीर्घायु नहीं, अल्पायु होता है। इतिहास इसका गवाह है। इसलिए लिए हमे संघर्षों को तेज करना होगा। कार्यक्रम के रंगकर्मी सतीश धौलखण्डी व अन्य साथियों ने जनगीत सुनाकर श्रोताओं में जोश भर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वक्ताओं में सीपीआई की राष्ट्रीय परिषद सदस्य समर भंडारी, डा. गिरिधर पंडित, सीपीएम से सुरेंद्र सिंह सजवाण, कांग्रेस से सुरेंद्र अग्रवाल (कांग्रेस), वरिष्ठ पत्रकार राजीव नयन बहुगुणा, रमेश कुड़ियाल, पूर्णानंद भट्ट आदि ने नौटियाल के साथ अपने संस्मरणों को साझा किया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति में कमलाराम नौटियाल वाले जज्बे के साथ भारतीय संविधान, संप्रभुता, धर्म निर्पेक्षता, लोकतंत्र और भारतीय इतिहास की रक्षा के लिए ऐसे आयोजनों के जरिये सांप्रदायिक फासीवाद के खिलाफ संयुक्त संघर्षों को निरन्तर जारी रखा जाना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर सीपीआई एमएल न्यू डेमोक्रेसी के सचिव जगदीश कुकरेती, सर्वोदय मण्डल के विजय शंकर शुक्ल, समदर्शी बड़थ्वाल, विजय पावा, प्रो. एन पी टोडरिया, सीपीएम के वरिष्ठ नेता गंगाधर नौटियाल, सीपीआई के रंजीत नेगी, एस एफआई के हिमांशु चौहान, ईश्वर पाल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव राजेंद्र पुरोहित, लक्ष्मी नारायण, राजेंद्र गुप्ता, सौरभ गुप्ता, सीपीएम के देहरादून सचिव अनन्तआकाश, चित्रा गुप्ता, रिचा नेगी, घनश्याम, धर्मानंद लखेड़ा, मुनीरका यादव आदि अनेक व्यक्तियों ने आयोजन मे भागीदारी की और कमलराम नौटियाल को अपनी श्रद्धान्जंलि अर्पित की। डा. मधु थापलियल ने अतिथियों एवं श्रोताओं का धन्यवाद किया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

1 thought on “11वें स्मृति दिवस पर कम्युनिस्ट नेता कमलाराम नौटियाल के योगदान को किया याद, आंदोलन के नेताओं को किया सम्मानित

  1. कमला राम नौटियाल जी को मेरा कोटि प्रणाम सच में ऐसी महान विभूति बहुत मुश्किल से जन्म लेती है उनके कामों को मैंने बचपन में देखा ही नहीं है बल्कि मैं उनके साथ भागीदारी भी निभाती थी और कमला दीदी उनके साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलती थी धन्य है ऐसे महापुरुषों का जन्म जो देश के प्रति अथाह प्रेम से भरे रहते हैं ??

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