रानीपोखरी पुल का निर्माण एक साल में भी नहीं हो पाया पूरा, यूकेडी ने कहा-काम करने की बजाय शेखी बघार रही सरकार
देहरादून ऋषिकेश मार्ग पर रानीपोखरी पुल का निर्माण एक साल में भी पूरा नहीं हो पाया है। इस पर उत्तराखंड क्रांति दल ने शासन और जिला प्रशासन से इसका निर्माण शीघ्र पूरा कराने की मांग की है। ताकि इस मुख्य मार्ग पर लोगों की परेशानी कम हो सके। ऋषिकेश से होकर गढ़वाल जाने के लिए देहरादून से लोग इसी सड़क से आवाजाही करते हैं।यूकेडी के केंद्रीय मीडिया प्रभारी विजय कुमार बौड़ाई के मुताबिक, उत्तराखंड में भाजपा सरकार केवल काम करने का प्रचार कर रही है, लेकिन धरातल पर सरकार काम करते नजर नही आ रही है। उन्होंने बताया कि पिछली बरसात में रानीपोखरी का पुल जर्जर होने तथा अत्यधिक बारिश के कारण टूट गया था। इससे राजधानी से पहाड़ को आने-जाने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। बाद में एक वैकल्पिक रास्ता बनाया गया। तब लोगो की दिक्कत कुछ दूर हुई। एक वर्ष व्यतीत हो गया है, लेकिन उस स्थान पर पुल का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है।
उन्होंने कहा कि अब पुनः बरसात शुरू हो गयी है, लेकिन अभी तक रानी पोखरी का पुल बनकर तैयार नही हो पाया है। ये सरकार की कार्यशैली व जनता के प्रति संवेदनशीलता को भी दर्शाता है। इतने महत्वपूर्ण मार्ग में एक वर्ष बीत जाने पर भी पुल का निर्माण पूरा नही कराया जा सका है। जनता को परेशानी हो तो सरकार को क्या लेना देना है। सरकार तमाम जगह तथा प्रचार तंत्र में अपने कार्यो की शेखी बघारना रह गया है। धरातल पर सरकार के कार्य जस के तस हैं। जब राजधानी के 25 किलोमीटर की दूरी तथा महत्वपूर्ण हवाईअड्डा से दो किलोमीटर की दूरी पर भी काम मे इतनी लेट लतीफी हो तो सरकार की कार्यशैली एवम काम की डिलीवरी पर सवालिया निशान निश्चित रूप से दिखते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि राजधानी के इतने नजदीक काम करने की स्थिति यह है, तो दूरदराज में किस तरह का काम हो रहा होगा, यह स्पष्ट परिलक्षित है। इसी तरह रामनगर बुवाखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर धनगढ़ी के पास पुल निर्माण को भी एक वर्ष से भी अधिक हो गया है। उस पर एक साल में तीन पीलर ही बन पाए हैं। वहां पर जिस गति से काम हो रहा है, उसे देखकर तो लगता है कि पांच वर्ष में भी पुल निर्माण नही हो पायेगा। मीडिया प्रभारी विजय बौड़ाई ने बताया कि उन्होंने उपरोक्त दोनों जगहों का स्वयं निरीक्षण किया। साथ ही दोनों स्थानों के पुलों का जल्द निर्माण की सरकार से अपेक्षा की है।




