किसान आंदोलन में दंगा भड़काने की साजिश, किसानों ने पकड़ा शूटर, चार लोगों मारनी थी गोली

केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन नए कृषि कानून को रद्द कराने की मांग को लेकर दिल्ली-हरियाणा सिंघु बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन को दंगे में बदलने की साजिश सामने आई है। सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं ने दावा किया है कि उन्होंने एक संदिग्ध शूटर को पकड़ा है। कथित शूटर के चेहरे पर नकाब लगाकर किसानों की ओर से मीडिया के सामने लाया गया है।
बड़ी वारदात की थी तैयारी
दिल्ली-हरियाणा सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार रात में किसानों ने सनसनीखेज खुलासे किए। किसान नेताओं ने दावा किया कि उन्होंने एक शूटर को पकड़ा। जो किसान नेताओं की हत्या के लिए आया था। कथित शूटर के चेहरे पर नकाब लगाकर उसे मीडिया के सामने लाया गया। किसानों ने जानकारी दी कि यह शूटर बड़ी वारदात को अंजाम देने वाला था। पकड़े गए शूटर ने मीडिया के सामने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए।
जाट आंदोलन में भी बिगाड़ा था माहौल
पकड़े गए शूटर ने दावा किया कि 26 तारीख को किसान ट्रैक्टर रैली में वह गोली चलाकर माहौल खराब करने वाला था। किसानों ने जिस शूटर को पकड़ा है उसने बताया कि 23 से 26 जनवरी के बीच किसान नेताओं को गोली मारी जानी थी और कुछ महिलाओं का काम लोगों को भड़काना था। शूटर ने कबूल किया कि उसने जाट आंदोलन में भी माहौल बिगाड़ने का काम किया है।
चार लोगों की दी है तस्वीर
शूटर ने कहा कि 26 तारीख को चार लोग स्टेज पर होंते। उनको गोली मारने को कहा गया था। इसके लिए चार लोगों की तस्वीर शूटर को दी गई थी। शूटर ने बताया कि जिसने ये सब जिसने सिखाया वो एक थाने का एसएचओ है, जो हमेशा अपना चेहरा ढके रहता था। बाद में चार किसान नेताओं को गोली मारने की कथित साजिश का खुलासा करने वाले शख्स को पुलिस के हवाले कर दिया गया।
ट्रैक्टर रैली में चलानी थी गोली
संदिग्ध ने ये दावा किया है कि प्रदर्शनकारी किसान हथियार लेकर जा रहे हैं या नहीं, ये पता लगाने के लिए दो टीमें लगाई गई हैं। उसने बताया कि वह 19 जनवरी से सिंघु बॉर्डर पर है। उसने अपने प्लान के बारे में दावा किया है कि अगर 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली निकालते तो वह किसानों के साथ ही रैली में हिस्सा लेता। अगर प्रदर्शनकारी परेड के साथ निकलते तो हमें उनपर फायर करने के लिए कहा गया था।
दंगा भड़काने में लगी हैं दस टीम
संदिग्ध ने ये दावा किया है कि उनकी 10 लोगों की टीम है। उसने कहा कि 26 जनवरी को रैली में किसानों को शूट करने का आदेश दिया गया है। संदिग्ध ने कहा कि उसने 2016 में जाट आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के दौरान भूमिका निभाई थी। उसने ये भी दावा किया कि वह करनाल जिले में हाल ही में एक रैली के दौरान “लाठीचार्ज” में शामिल था। संदिग्ध के दावे के बाद किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि उनके चल रहे आंदोलन को तोड़ने के लिए साजिशें रची जा रही हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।