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August 3, 2025

किन्नर समाज की लूट के खिलाफ कांग्रेसियों ने दिया नगर निगम पर धरना, उत्पीड़न से निजात दिलाने की मांग

ये भी सच है कि चाहे उत्तराखंड हो या फिर देश का दूसरा राज्य। शादी, बच्चे के जन्म के मौके पर लोगों को किन्नर समाज की चिंता सताने लगती है। हालांकि कभी उन्हें जितनी भी राशि शगुन के रूप में दे दो तो वे संतुष्ट होकर चले जाते थे। अब तो उनका मुंह भी सुरसा की तरह खुलने लगा है। आप कर्ज लेकर मकान बनाओगे तब भी बधाई देने ये पहुंच जाएंगे। जब अपाहिज या कहें दिव्यांग तक अपना पेट भरने के लिए मेहनत करते हैं तो फिर ये परंपरा भी समाप्त होनी चाहिए। यदि समाप्त ना हो तो जबरदस्ती वसूली पर रोक लगनी चाहिए। इस बात को उत्तराखंड में देहरादून महानगर कांग्रेस ने महसूस किया और आज नगर निगम पहुंचकर अवैध वसूली के खिलाफ धरना दिया। धरना महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में दिया गाय। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आज महानगर कांग्रेस कमेटी देहरादून के अध्यक्ष डॉ. गोगी के नेतृत्व में धरना देने के बाद नगर निगम देहरादून के मेयर सौरभ थपलियाल को ज्ञापन भी दिया गया। इसमें जबरन धन वसूली किए जाने से नागरिकों को हो रहे मानसिक व आर्थिक उत्पीडन का उल्लेख किया गया। साथ ही ऐसी जबरन वसूली से लोगों को निजात दिलाने की मांग की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

धरने के दौरान आयोजित सभा में गोगी ने कहा कि नगर निगम देहरादून क्षेत्रांतर्गत बीते कुछ वर्षों से यह देखने में आ रहा है कि किन्नर समुदाय के कुछ समूह नव निर्मित भवनों, विवाह जैसे पारिवारिक आयोजनों एवं अन्य मांगलिक अवसरों पर आम नागरिकों से जबरन धन की मांग कर रहे हैं। पहले बेटी की शादी में ये लोग नहीं आते थे। सिर्फ वर पक्ष से वसूली करते थे। इस वसूली के दौरान लोग अक्सर दबाव, धमकी या सामाजिक अपमान के डर के कारण अपने घर का बजट बिगाड़ देते हैं। यह स्थिति अब अत्यंत गंभीर हो गई है और आमजन में असुरक्षा की भावना पैदा कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि ये मामला नगर निगम बोर्ड बैठक में भी यह मुद्दा उठाया गया था, परंतु अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़ित लोग भी शिकायत दर्ज कराने से डरते हैं। इसका लाभ उठाकर यह प्रवृत्ति दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये की गई मांग
1. शासन स्तर पर एक स्पष्ट नीति बनाई जाए, जिसमें किन्नर समुदाय की ओर से किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में मांगे जाने वाले धन की अधिकतम सीमा निर्धारित हो।
2. किन्नर समाज के प्रतिनिधियों के साथ संवाद कर कोई व्यवहारिक सहमति स्थापित की जाए, जिससे उनके जीवन-निर्वाह के अधिकार भी सुरक्षित रहें और नागरिकों का शोषण भी न हो।
3. इस प्रकार की शिकायतों के निस्तारण के लिए एक विशेष हेल्पलाइन अथवा अधिकारी नियुक्त किया जाए।
4. संबंधित पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया जाए कि इस प्रकार की शिकायत पर तत्परता से कार्यवाही सुनिश्चित करें।
5. जन-जागरूकता अभियान के माध्यम से नागरिकों को उनके अधिकारों की जानकारी दी जाए। ताकि वे किसी प्रकार की जबरन वसूली का विरोध कर सकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्रदर्शन में ये रहे शामिल
प्रदर्शन में उत्तराखंड कांग्रेस के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मदन लाल, पार्षद अर्जुन सोनकर, वीरेंद्र बिष्ट, अर्जुन पासी, रोबिन त्यागी, इतात ख़ान, मुनिक अहमद भूरा, मोनिका चौधरी, अमित भंडारी, अभिषेक तिवारी, सुष्यांत वोहरा, ज़ाहिद अंसारी, अरविंद चौधरी, प्रिया वर्मा, मुकेश सोनकर, राजकुमार जायसवाल, सुनील जायसवाल, ललित बद्री, आलोक मेहता, जगदीश धीमन, अरुण शर्मा, सौरभ शर्मा, नितिन रावत, हेमंत उप्रेती, सूरज क्षेत्री, वीरेंद्र पंवार, मनीष गर्ग, अनूप कपूर, सावित्री थापा, अशोक कुमार, विजेंद्र चौहान, संजय गौतम, संजय भारती, राजेश पुंडीर, अल्ताफ़ अहमद आदि मौजूद थे।
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Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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