राहुल गांधी के घर दिल्ली पुलिस के पहुंचने के विरोध में कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन, फूंका केंद्र सरकार का पुतला
1 min readकांग्रेस नेता राहुल गांधी के घर दिल्ली पुलिस के पहुंचने और नोटिस देने के विरोध में देहरादून में महानगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एस्लेहाल चौक पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए केंद्र की बीजेपी सरकार का पुतला जलाया। इस कार्रवाई को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लोकतंत्र का गलो घोंटने जैसे प्रयास करार दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी की अध्यक्षता में कार्यकर्ता राजपुर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर एकत्र हुए। यहां से केंद्र सरकार के पुतले के साथ जुलूस की शक्ल में एस्लेहाल चौक पहुंचे। जहां केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करने के साथ ही पुतला जलाया गया। इस मौके पर गोगी ने कहा कि 30 जनवरी को भारत जोड़ो यात्रा के समापन के अवसर पर अपने अनुभव साझा करते हुए राहुल गांधी की ओर से दिए गए बयान की जांच के नाम पर उनके घर मे पुलिस जाने और पूछताछ करने की घटना अत्यंत शर्मनाक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डॉ जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि लोकतंत्र में की जाने वाले राजनीतिक रैलियों और कार्यक्रमों की इस तरह की स्क्रूटनी होने लग जायेगी, तो लोकतंत्र और राजनीतिक गतिविधियां कैसे चल पाएंगी। फिर भी यदि सरकार को कोई जानकारी चहिए थी, तो तब ही कर ली जानी चाहिए थी। अब 45 दिन बाद जाकर इस तरह पुलिस को एक शीर्ष नेता के घर भेजना, नोटिस आदि देना दुर्भावनापूर्ण कृत्य और सत्ता का दुरुपयोग है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि सरकार के सामने बहुत सारे मसले हैं, जिनको वह संभाल नहीं पा रही है। न सरकार से अडानी मामले में कुछ बोलते बन पड़ रहा है। इन्हीं चीजों से ध्यान हटाने का भी ये तरीका है। सरकार हाथ धोकर राहुल गांधी के पीछे पड़ी है। क्योंकि वह सरकार और प्रधानमंत्री के खिलाफ सबसे मुखर आवाज हैं। विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए सरकार हर तरह के हथकंडे अपना रही है। सीबीआई, ईडी आदि केंद्रीय संस्थाओं का दुरुपयोग खुलेआम किया जा रहा है। मीडया को नियंत्रित करने का कार्य हो रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि भाजपा को यह अहंकार हो गया है कि अब वे देश की सत्ता में हमेशा के लिए ही बनी रहेगी। जल्द उसका यह भ्रम टूटेगा। अगर कांग्रेस ने अपने शासनकाल में भाजपा की तरह विपक्ष का दमन करने वाली नीति अपनाई होती, तो आज भाजपा का देश मे कोई नामलेवा भी न होता। कांग्रेस आन्दोलनों और संघर्षों से जन्मी पार्टी है। इस तरह के हथकंडों से घबराने वाली नहीं है। सरकार चाहे कितनी भी दमनकारी नीतियां अपना ले, न तो राहुल गांधी इन सब हथकंडों से विचलित होने वाले हैं और न कांग्रेसी इस पर चुप बैठे रहेंगे। पूरे देश में सरकार के खिलाफ और लोकतंत्र की रक्षा के लिए विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर मुख्य रूप से प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश अध्यक्ष महिला कांग्रेस ज्योति रौतेला, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी, प्रदेश महासचिव उपेंद्र थापली, नवीन जोशी, मनीष कुमार नागपाल, उर्मिला थापा, पुष्पा पंवार, आशा मनोरमा शर्मा, रोबिन त्यागी, विनीत प्रसाद भट्ट बंटू, सावित्री थापा, मंजू , पिया थापा, मनीष वर्मा, वीरेंद्र पंवार, पूनम कंडारी, सुमित देवरानी, लकी राणा, सतेंद्र पंवार, शिवम, सूरज क्षेत्री, आलोक मेहता, अरुण बलूनी, आशीष नौटियाल, नवाब खान, सजाद अंसारी, दानिश, मोहन थापली, रीना थपली, अनूप सक्सेना, पिंटू मौर्य, अरविंद गुरुंग, फैजल, शमीम मंसूरी, मोहन काला आदि मौजूद थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के जम्मू कश्मीर में दिए गए बयान को लेकर दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी रविवार 19 मार्च को राहुल गांधी के घर पहुंचे थे। राहुल गांधी के बयान को दिल्ली पुलिस ने संज्ञान में लिया था। 16 मार्च को दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी को नोटिस दिया था, लेकिन राहुल ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद दिल्ली पुलिस आज उनके घर पहुंची। राहुल गांधी ने कश्मीर में कहा था कि उनसे कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की है। आज भी महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न हो रहा है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि वह राहुल से उन महिलाओं की डिटेल्स जानना चाहती है, ताकि कानूनी कारवाई की जा सके।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।