कांग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना के बीजेपी सरकार से तीखे सवाल, कानून व्यवस्था, निकाय चुनाव और टनल पर सरकार को घेरा

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य व उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश सरकार से कानून व्यवस्था, निकाय चुनाव और टनल में फंसे लोगों को लेकर तीखे सवाल किए। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार हार की आशंका से डरी हुई है। इसलिए निकाय चुनाव में देरी की जा रही है। वहीं, सरकार लचर कानून व्यवस्था और आपदा, दोनों से ही मामलों में कारगर साबित नहीं हो रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून में कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में धस्माना ने कहा कि राज्य की धामी सरकार बताए कि राज्य गठन की 23 वीं वर्षगांठ के अवसर पर जब राष्ट्रपति दून पहुंची हुई थी, तब कानून व्यवस्था में चूक कैसे हो गई। यही नहीं उसी शाम देश के केंद्रीय गृह मंत्री भी दून पहुंचे, लेकिन सुबह के वक्त ज्वैलरी की दुकान लुट चुकी थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्यालय से चंद कदमों की दूरी पर इतनी बड़ी आपराधिक घटना घटित हो जाए तो क्या यह राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर कलंक नहीं है। सामान्यतः अपराध घटित होते रहते हैं और उनका पुलिस खुलासा भी करती है। यह सामान्य घटना नहीं है। नौ दिन बीतने पर भी अभी तक इसके लिए किसी की जिम्मेदारी फिक्स न किया जाना सरकार की अकर्मण्यता दर्शाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस घटना पर कांग्रेस पार्टी की प्रतिक्रिया पर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से मामले का राजनीतिकरण न करने के बयान पर सख्त नाराज़गी प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस के अधिकारियों को मर्यादा में रहना चाहिए। राज्य में ध्वस्त पड़ी कानून व्यवस्था को सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। ना कि राजनैतिक दलों को नसीहत देने का काम करना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राज्य में नगर निकाय चुनाव टालने की नगर विकास मंत्री की घोषणा का जिक्र करते हुए धस्माना ने कहा कि राज्य की सरकार ने जिस प्रकार से स्मार्ट सिटी के नाम पर सैकड़ों करोड़ रुपये का घोटाला किया गया। राज्य भर के शहरी क्षेत्रों में विकास की उपेक्षा की गई। अब सरकार जनता की नाराजगी के डर से निकाय चुनाव टाल रही है। उन्होंने कहा कि पहले समय पर चुनाव कराने का दम भरने वाली सरकार अब स्वयं ही चुनाव टालने के बहाने बना कर निकायों में प्रशाशक तैनात करने की घोषणा कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राज मार्ग में सिलक्यारा सुरंग आपदा के बारे में धस्माना ने धामी सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार के सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार की परियोजना के तहत राष्ट्रीय राज मार्ग पर सुरंग बन रही है, लेकिन आपदा घटित होने के तत्काल बाद आपदा प्रबंधन का काम अपने हाथों में लेने की बजाय पांच दिनों का समय बर्बाद कर दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि अब 120 घण्टे बाद जब रेस्क्यू का काम केंद्रीय एजेंसियों की देख रेख में हो रहा है, तब फंसे हुए श्रमिकों के बारे में उनके परिजनों, साथी श्रमिकों, राज्य भर के लोगों के मन में उनकी कुशलसेम के बारे में चिंता बढ़ रही है। धस्माना ने कहा कि सबसे बड़े आश्चर्य की बात यह है कि साढ़े चार किलोमीटर की सुरंग निर्माण में एक भी सुरक्षा एग्जिट की व्यवस्था व आपदा आने की स्थिति में उससे निबटने के कोई प्रबंध व यंत्र मौके पर नहीं थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि सरकार ने 2019 में चमोली के रैणी में धौली गंगा में निर्माणाधीन सुरंग हादसे से भी सबक नहीं लिया। उन्होंने कहा कि राज्य भर में निर्माणाधीन सभी छोटी बड़ी सुरंगों का डीपीआर के साथ ही सेफ्टी ऑडिट होना चाहिए। जब हम ऋषिकेश से लेकर कर्णप्रयाग तक रेलवे की दर्जनों सुरंगें बना रहे हैं, साथ ही आल वेदर रोड में भी अनेक सुरंगों का निर्माण हो रहा है, व राज्य में निर्माणाधीन पन बिजली परियोजनाओं में भी टनल बनाई जा रही हैं, ऐसे में राज्य में सुरंगों में सम्भावित आपदाओं के मद्देनजर विशेषज्ञ इंतज़ाम होने चाहिए, जो नहीं हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राज्य सरकार के पास इन गंभीर मुद्दों का कोई जवाब नहीं है। पत्रकार वार्ता में महनागर कांग्रेस अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी, प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, मनीष नागपाल, मंजू त्रिपाठी भी उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।