पेपर लीक की जांच हाईकोर्ट जज की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग को लेकर कांग्रेस का प्रदेशव्यापी आंदोलन, लगे वही नारे

उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय पटवारी भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ हमलावर है। ये परीक्षा विगत रविवार 21 सितंबर को संपन्न हुई थी। उत्तराखंड कांग्रेस ने अपने आंदोलन को धार देते हुए आज पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर धरने आयोजित कर जिलाधिकारियों के माध्यम से राज्यपाल लेफ्टीनेंट (सेनि) जनरल गुरमीत सिंह को ज्ञापन भेज कर पेपर लीक कांड की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से करवाने की मांग की। धरने के दौरान वही नारे लगे। समझ नहीं आया तो बता देता हूं। पेपर चोर, गद्दी छोड़। अब आप तानाशाही को भी समझ लीजिए। इस खबर को फेसबुक में शेयर करूंगा तो खबर तुरंत हट जाएगी। इस खेल से लड़ने के लिए विपक्ष के पास भी कोई ताकत नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
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राजधानी देहरादून में स्वयं उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने धरने की अगुवाई की। उन्होंने धरने में बैठे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मुद्दे पर सरकार से आर पार की लड़ाई लड़ने का आह्वान करते हुए ऐलान कर दिया कि अगर तत्काल राज्य सरकार पेपर लीक कांड की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से नहीं कराती तो कांग्रेस कार्यकर्ता आने वाली तीन अक्टूबर को हजारों की संख्या में मुख्यमंत्री आवास कूच कर सीएम धामी का घिराव करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
करन माहरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की सरकार व भाजपा के संरक्षण में पेपर लीक माफिया फल फूल रहा है और बेरोजगारी की मार झेल रहा प्रदेश का युवा बेरोजगारों उसकी मार झेल रहा है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कैसे प्रदेश में सरकार के दावे के अनुसार सख्त नकल विरोधी कानून के होते हुए यूके ट्रिपल एससी परीक्षा पेपर लीक हो गया। उन्होंने कहा कि या तो कानून वीक है या सरकार वीक है, जिसके कारण पेपर लीक है या प्रदेश की सरकार और सत्ताधारी दल के लोग इस पूरे पेपर लीक प्रकरण में लिप्त हैं। इसके कारण कानून सरकार पुलिस किसी का भी खौफ इन नकल माफियाओं के मन में नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
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उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के नौजवान की पीड़ा असहनीय हो गई है और उसे दूर करने का एक मात्र तरीका इस निकम्मी और भ्रष्ट सरकार से छुटकारा पाना एक रास्ता बचा है। उन्होंने प्रदेश भर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे बड़ी संख्या में तीन अक्टूबर को देहरादून पार्टी मुख्यालय मुख्यमंत्री आवास घिराव के लिए पहुंचे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून में धरने के संयोजक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य में हर मामले का जिसका समाधान राज्य सरकार के पास नहीं होता उसका सांप्रदायीकरण भाजपा करती है। धस्माना ने कहा कि अतिक्रमण के मामलों को लैंड जेहाद, प्यार मोहब्बत के मामलों को लव जिहाद और अब पेपर लीक मामले को नकल जेहाद का नाम देना यह साबित करता है कि भाजपा सरकार व भाजपा पार्टी जेहाद शब्द का इस्तेमाल कर युवा बेरोजगारों के आंदोलन को सांप्रदायिक आधार पर तोड़ना भी चाहती हैं। बदनाम भी करना चाहती है। धस्माना ने कहा कि कोई आश्चर्य की बात नहीं कि भाजपा सरकार युवा बेरोजगारों की आवाज को दबाने व बांटने के लिए कोई और बड़ी साजिश भी कर सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि आंदोलनरत नौजवानों को भाजपा की सांप्रदायिक हरकतों व नीतियों से सावधान रहना चाहिए। धस्माना ने कहा कि प्रदेश भर का नौजवान आज अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। पिछले साढ़े आठ वर्षों से राज्य के अधिकांश विभागों में भर्तियां लगभग बंद हैं और जो रही सही नौकरियां बचीं हैं। उनकी नीलामी पेपर लीक कर नकल माफिया लगातार कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि अब पानी सर से ऊपर गुजरने लगा है। इस यूके ट्रिपल एससी परीक्षा पेपर लीक ने तो साबित कर दिया है कि प्रदेश में इस सरकार के रहते कोई परीक्षा पारदर्शी हो ही नहीं सकती क्योंकि पेपर लीक में जिनका हाथ था और आज भी है वो चाहे हाकम सिंह हो या संजय धारीवाल या फिर धर्मेंद्र सिंह चौहान सभी भाजपा के लोग हैं और उनको पूरा संरक्षण सरकार व सत्ताधारी दल का है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धरने को पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष करण माहरा को इस मुद्दे पर लगातार लड़ाई लड़ने के लिए बधाई दी। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि महानगर कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व के आदेशों का पालन करते हुए पेपर लीक मुद्दे पर रोजाना सड़कों पर सरकार का विरोध कर रही है। कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग अध्यक्ष मदन लाल ने कहा कि युवाओं को धर्म जाती के आधार पर बांटने वाली भाजपा अब पेपर लीक जैसे संवेदनशील मामले में भी धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही है जिसे कांग्रेस सफल नहीं होने देंगे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री जगदीश धीमान व प्रदेश श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल ने संयुक्त रूप से किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धरने में पूर्व मंत्री नवप्रभात, पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के मीडिया सलाहकार सरदार अमरजीत सिंह,पूर्व सैनिक विभाग अध्यक्ष कर्नल राम रतन नेगी, कांग्रेस श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल, कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग अध्यक्ष विकास नेगी, कार्यकारी अध्यक्ष विशाल मौर्य, अनुसूचित जाति विभाग अध्यक्ष मदन लाल, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, मनीष नागपाल, सुजाता पॉल, डॉक्टर प्रतिमा सिंह, शिवानी थपलियाल, मंजू त्रिपाठी, मेयर का चुनाव लड़ चुके वीरेंद्र पोखरियाल, देवेंद्र कुमार, लखी राम बिजलवान, मंजू त्रिपाठी, विजय पाल सिंह रावत, ऐतात खान, आयुष गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, सुशील राठी, विनोद चौहान, ओम प्रकाश सती, अभिषेक तिवारी, अनिल बस्नेत, विजय शाही,सुनील जायसवाल,अनिल बस्नेत, वीरेंद्र पंवार, ललित भद्री, राजेश उनियाल, मोहन काला, शीश पाल सिंह बिष्ट, राजेश पुंडीर, इकराम, सुमित खन्ना, गुल मोहम्मद, इकराम, इजहार, जमाल अहमद, अमित अग्रवाल, शाहिद,प्रमोद गुप्ता , जमाल अहमद समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं ने वोट चोर गद्दी छोड़ और पेपर चोर गद्दी छोड़ के जोरदार नारे लगाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सिटी मैजिस्ट्रेट प्रत्यूष एसपी सिटी प्रमोद को सौंपा ज्ञापन
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जिलाधिकारी देहरादून के माध्यम से राज्यपाल लेफ्टीनेंट जनरल गुरमीत सिंह को एक मांग पत्र भेजा गया। इसे प्राप्त करने धरना स्थल पर सिटी मैजिस्ट्रेट प्रत्यूष एसपी सिटी प्रमोद गांधी पार्क धरना स्थल पर पहुंचे। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना व महानगर अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी ने उनको ज्ञापन सौंपा। इसमें यूके ट्रिपल एससी परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से करवाने की मांग की गई है।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।