कांग्रेस प्रवक्ता गरीमा ने भाजपा नेत्री पर लगाए गंभीर आरोप, एसएसपी देहरादून से की शिकायत
उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने बीजेपी की नेत्री पर उनके निजाता के अधिकार के हनन का आरोप लगाया है। आरोप है कि विगत दिवस बीजेपी की महिला नेत्री डॉ. नेहा शर्मा ने होटल अकेता की सीसीटीवी फुटेज से उनकी और उनकी बेटी की फोटो निकालकर सोशल मीडिया में सार्वजनिक कर दी। इस संबंध में उन्होंने आज देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप कुंवर से मुलाकात कर भाजपा की नेत्री डॉक्टर नेहा शर्मा एवं होटल अकेता के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)दसौनी ने बताया कि विगत दिवस भाजपा की महिला नेत्री ने होटल अकेता की सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर उनकी व उनकी सुपुत्री की फोटो सोशल मीडिया पर फेसबुक अकाउंट से सार्वजनिक रूप से साझा किया। जो कानून सम्मत न होकर निजता के अधिकार का हनन है। दसोनी ने कहा कि सक्रिय राजनीति से वह स्वयं जुड़ी हैं। ऐसे में आरोप प्रत्यारोप जो भी भाजपा पदाधिकारियों को लगाने हैं, वो उन पर लगाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत उनके बच्चों को गंदगी में घसीटने का अधिकार भाजपा नेत्रियों को नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गरीमा दसौनी ने कहा की अन्याय करने वाला जितना दोषी होता है, उतना ही अन्याय सहने वाला। ऐसे में भाजपा नेत्रियां सत्तारूढ़ दल से जुड़ी होने के कारण सत्ता की हनक और अहंकार के नशे में चूर होकर अपने संपर्कों का दुरुपयोग कर रही हैं। दसौनी ने कहा की सत्ता रूढ़ दल के नेता किसी के भी निजी जीवन में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं रखते। उन्होंने कहा कि होटल अकेता को भी बिना कोई परमिशन या स्वीकृति के इस तरह से सीसीटीवी की कवरेज किसी को दिखाना व देना कानून के विरुद्ध है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसोनी ने कहा कि वह लगातार अंकिता हत्याकांड को लेकर, विधानसभा बैकडोर भर्तियों को लेकर और यूके ट्रिपल एससी में हुई गड़बड़ियों को लेकर सत्तारूढ़ दल पर और खास करके उसकी कार्यप्रणाली को लेकर हमलावर रही हैं। इसकी बौखलाहट सत्तारूढ़ दल की नेत्रियां उनके निजी जीवन में तांक झांक कर उन्हे बदनाम करने की साजिश रच रही हैं। इसके बावजूद वह कमजोर या डरने वाली महिला नहीं है। अभी तो उन्होंने मात्र पुलिस विभाग में शिकायत की है। बहुत जल्द वह मुख्यमंत्री से भी इस मामले का संज्ञान लेने का निवेदन करेंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए बहुत ही खतरनाक परीपाटी है कि विपक्षी दल के महिलाओं को सरकार या प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाने के लिए इस तरह से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाए। एसएसपी देहरादून से मुलाकात के दौरान उनके साथ महानगर कांग्रेस के डॉक्टर जसविंदर गोगी, मीडिया पैनलिस्ट अमरजीत सिंह एवं शीशपाल बिष्ट मौजूद रहे।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।



