ऋषिकेश में शहीद स्मारक स्थल तोड़ने के विरोध में कांग्रेस करेगी प्रदर्शन, मास्क तो लगा लेते जनाब
अतिक्रमण के नाम पर ऋषिकेश स्थित शहीद स्मारक स्थल तोड़ने पर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर जमकर भड़ास निकाली। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने घोषणा की है कि इस कार्रवाई के विरोध में प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जाएगा।
हाईकोर्ट के आदेश में देहरादून जिले के विभिन्न स्थानों पर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का समय भी त्योहारी सीजन ही चुना गया। देहरादून में तो पलटन बाजार में बुलडोजर चले तो पूरा क्षेत्र वीरान नजर आने लगा। इसी तरह गलियों और अन्य स्थानों के भी हाल हैं।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ऋषिकेश में हरिद्वार रोड स्थित ध्वस्त किए गए शहीद स्मारक स्थल पहुंचे। वहां उन्होंने आंदोलनकारियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि न्यायालय के आदेश पर अतिक्रमण हटाने जाने कि हम खिलाफ नहीं है, लेकिन वर्षों से यहां व्यापार कर रहे स्थानीय व्यक्तियों के बारे में सोचा जाना चाहिए था।
सिर्फ हरिद्वार रोड पर जहां शहीदी स्मारक स्थल है, वहीं पर अतिक्रमण के नाम पर तोड़फोड़ की गई है। शेष जगह छेड़छाड़ नहीं की गई है। इससे सरकार और प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि शहीद स्मारक स्थल में उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडोनी और शहीद आंदोलनकारियों की फोटो स्थापित की गई थी। स्मारक स्थल पर कोई व्यवसायिक कार्य नहीं हो रहा था, बल्कि यहां शहीदों को याद किया जाता था।
इस पवित्र स्थान को तोड़ना सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को पहले शहीद स्मारक स्थल के लिए कहीं और भूमि और भवन की व्यवस्था करनी चाहिए थी, फिर इसे हटाया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि प्रशासन पहले सरकारी विभागों के अतिक्रमण को क्यों नहीं तोड़ता।
ना मास्क, ना ही दो गज दूरी
शहीद स्मारक स्थल पर स्थानीय आंदोलनकारियों से जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह मिले तो कोरोना के नियमों की उस दौरान अनदेखी भी की गई। स्वयं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने मास्क नहीं लगाया हुआ था। ये बात अलग है कि जिस पार्टी से वह प्रदेश अध्यक्ष हैं, उसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लोगों के बीच पहुंचने के दौरान हमेशा मास्क लगाते हैं। प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही अन्य कई लोग ऐसे थे, जिनके नाक व मुंह मास्क से नहीं ढके थे। न ही दो गज की दूरी का भी ध्यान रखा गया।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।