पूर्व सीएम हरीश रावत के खिलाफ दुष्प्रचार की शिकायत को लेकर कांग्रेस पदाधिकारियों ने डीजीपी से की मुलाकात
उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी के नेतृत्व में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से मुलाकात कर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ भाजपा नेताओं की ओर से किये गये दुःष्प्रचार की शिकायत की।
उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी के नेतृत्व में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से मुलाकात कर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ भाजपा नेताओं की ओर से किये गये दुःष्प्रचार की शिकायत की। साथ ही संबंधित लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।पुलिस महानिदेशक के सौंपे शिकायती पत्र में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं की ओर से विगत कुछ वर्षों विशेषकर विगत विधानसभा-2022 के चनुाव प्रचार के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की राजनैतिक एवं सामाजिक छवि को धूमिल करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान एक व्यक्ति द्वारा मुस्लिम यूनिवर्सिटी को लेकर दिये गये बयान का हरीश रावत से कोई लेना-देना नहीं था और न ही उन्होंने कभी किसी समाचार पत्र अथवा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में इस प्रकार का कोई बयान या वक्तव्य दिया। इसके बावजूद भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न मीडिया प्रचार माध्यमों तथा सोशल मीडिया के माध्यम से हरीश रावत की व्यक्तिगत, राजनैतिक एवं सामाजिक छबि को धूमिल करने की नीयत से मिथ्या प्रचार किया जा रहा है। इससे उनकी राजनैतिक छबि को भारी क्षति हुई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं की ओर से 2 फरवरी, 2022 को हरीश रावत को उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी स्थापित करने के नाम पर जोड़ा। इसका हरीश रावत ने राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तरीय मीडिया चैनलों के माध्यम से जवाब देते हुए मुस्लिम यूनिवर्सिटी स्थापित करने की बात का पुरजोर तरीके से खंडन किया। उनके इस वक्तव्य को विभिन्न मीडिया चैनलों एवं सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से प्रचारित-प्रसारित किया गया। इसके बावजूद भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों एवं नेताओं की ओर से अपनी पार्टी की सोशल साईड पर मुस्लिम यूनिवर्सिटी वाले बयान से हरीश रावत का नाम जोड़ते हुए उनकी तस्वीर को फोटोशॉप से एडिट कर ट्विटर, फेसबुक व सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित किया गया। वहीं, हरीश रावत की ओर से ऐसे किसी भी वक्तव्य का बार-बार खंडन किया जाता रहा।
उन्होंने बताया कि 3 फरवरी, 2022 को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन दिया था। निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस पार्टी की शिकायत का संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित भाजपा नेताओं को नोटिस भी जारी किया गया। इसी संदर्भ में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रवेश रावत ने दिनांक 3 फरवरी, 2022 को थाना कोटद्वार में तहरीर दी थी। साथ ही 15 मार्च, 2022 को अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए जनपद हरिद्वार के थाना कनखल में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इन पर भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एवं उसके नेताओं की ओर से बार-बार शिकायत दर्ज कराने के उपरान्त कोई कार्रवाई न होने के परिणामस्वरूप भाजपा नेताओं के हौसले बुलंद होते गए। ऐसे में बीजेपी के नेता मीडिया एवं सोशल मीडिया में झूठे, मनगढंत एवं मिथ्या आरोप वाले बयान दे रहे हैं।
उन्होंने मांग की है कि पूर्व सीएम हरीश रावत की तस्वीर को एडिट करते हुए मुस्लिम यूनिवर्सिटी वाले बयान से जोड़ने के मामले में आरोपी के खिलाफ सक्षम धाराओं में मामला दर्ज किया जाए।
इस दौरान कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा नेताओं की ओर से दिए गए वक्तव्यों एवं ट्वीट किये गये सोशल मीडिया क्लिपिंग के लिंक भी ज्ञापन के साथ डीजीपी को सौंपे। प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, पूर्व विधायक मनोज रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष पूरण सिंह रावत, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार, निवर्तमान गढवाल मण्डल मीडिया प्रभारी एवं मीडिया पैनलिस्ट गरिमा दसौनी, पूर्व मंत्री अजय सिंह, मीडिया पैनलिस्ट अमरजीत सिंह, मनीष कर्णवाल आदि शामिल थे।





