राजस्थान में ब्लैकमेलिंग में उतरे कांग्रेसी विधायकों, गहलोत समर्थक 90 विधायकों ने दी इस्तीफे की धमकी

अशोक गहलोत कैंप के विधायक खाचरियावास ने मीडिया से कहा कि हम सभी विधायक विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर अपने पद से इस्तीफा देंगे। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी हमारी नहीं सुनती है, फैसले अपने आप हो जाते हैं। जरूरत पड़ी तो हम दिल्ली भी जाएंगे। हाईकमान हमारे मुखिया है। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अशोक गहलोत आह्वान करेंगे तो हम जान देंगे। अभी हम 125 के करीब विधायक हैं, हमारे साथ निर्दलीय विधायक भी हैं। विधायक पहले ही तय कर चुके थे कि वो विधायक दल की बैठक में नहीं जाएंगे। विधायकों को लगता है कि फैसला उनसे पूछे बगैर लिया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूत्रों के अनुसार मौजूदा घटनाक्रम को लेकर सीएम अशोक से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने फोन पर बात की है। इस बातचीत के दौरान अशोक गहलोत ने उन्हें बताया कि पार्टी के विधायक नाराज है। ऐसे हालात में मेरे हाथ में कुछ नहीं है। इससे पहले राजस्थान में विधायक दल की बैठक से पहले अशोक गहलोत कैंप के करीब 56 MLA शांति धारीवाल के घर पहुंचे थे। धारीवाल को अशोक गहलोत का करीबी बताया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पार्टी विधायक दल की बैठक से पहले हो रही इस मुलाकात को बेहद खास माना जा रहा था। हालांकि, धारीवाल के घर हो रही बैठक का एजेंडा क्या था इसकी जानकारी अभी तक किसी को नहीं है, लेकिन अटकलें लगाई जा रही थीं कि यह बैठक अशोक गहलोत के सबसे वफादार नेता के नाम को सीएम पद के लिए आगे करने को लेकर हो रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इन सब के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ये तो मीडिया ने उड़ा दिया शुरू से ही कि अशोक गहलोत राजस्थान का मुख्यमंत्री पद छोड़ना नहीं चाहते हैं, जबकि ये बात कभी मेरे दिमाग में नहीं रही। मैं तो 9 अगस्त को ही कह चुका हूं हाईकमान को कि अगला राजस्थान का चुनाव जीतना बहुत आवश्यक है कांग्रेस को।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।