अज्ञानतापूर्ण बयान दे रहे हैं कांग्रेस के नेता: बिपिन कैंथोला

उन्होंने कहा कि जिस कार्य में मुख्यमंत्रियों का दूर-दूर तक कोई नाता नहीं होता है, इनके बयानवीर जनता में भ्रम फैलाने व बयान देने की होड़ के लिए बयानबाजी कर रहे हैं। उनको सलाह है कि व पहले विधायिका और कार्यपालिका के अधिकारों एवं उनके कार्य करने के दायरे के बारे में पढ़ लिख लें। कैंथोला ने कहा कि उत्तराखंड की जनता सब समझती व जानती है कि कांग्रेस के तमाम नेता आज व उनके केंद्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश नेतृत्व अज्ञानपूर्ण बयान एवं कंफ्यूज करने वाली बात कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कैंथोला ने कहा कि उनके युवराज आटा को लीटर में नापने का फार्मूला लेकर के आते हैं। यहां के प्रदेश के नेता कार्यपालिका एवं विधायिका में भी फर्क नहीं जानते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को अपना ज्ञान दुरुस्त करते हुए अपने सरकार के जनविरोधी नीतियों एवं कार्यों पर भी नजर डालनी चाहिए जो व्यक्ति सरकार बचाने के लिए आंखें बंद करने की बात करता हो। उनके राज में कारागार के बाहर बदमाश गोलियां चला कर चले जाते हों, अधिकारियों के ऊपर खनन माफिया डंपर व ट्रैक्टर चढ़ा देते हों। जिन के राज में प्रदेश में भय व भ्रष्टाचार चरम पर रहा हो। वह आज इस प्रकार के हास्यास्पद बयान दे रहे हैं। कांग्रेस नेता जनता को भ्रमित करने का कार्य कर रहे, लेकिन उत्तराखंड की जनता को भाजपा सरकार पर भरोसा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नोट-हाल ही में राहुल गांधी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित रैली में आटे को लीटर कह दिया था, लेकिन उन्होंने इस गलती को सुधारते हुए केजी बोल दिया था। इसे अब बीजेपी ने मुद्दा बना दिया है। ऐसी गलती आमजन से भी होती है कि व्यक्ति बोलना कुछ चाहता है, लेकिन बोल कुछ देता है। वहीं, कांग्रेस भी पीएम मोदी के बयानों को आधार बनाकर इसका जवाब दे रही है। 15 अगस्त के भाषण में पीएम मोदी हर घर में जल में नल बोल गए थे। इसी तरह-वह बेटी पढ़ाओ, बेटी…. बोल गए थे। विदेश में भाषण देते समय उन्होंने यहां तक कह दिया था कि मुझे 600 करोड़ मदतादाओं ने पीएम बनाया है, जबकि भारत की आबादी करीब 136 करोड़ है। अन्य नेताओं से भी इस तरह की जुबानी चूक होती रहती है। इसी तरह खनन माफिया के डंपर चढ़ाने की घटना भी उन राज्यों में सामने आई है, जहां बीजेपी की सरकार है। क्योंकि माफिया कहीं भी हो सकते हैं। जुलाई माह में हरियाणा के मेबात में खनन माफियाओं ने डीएसपी पर डंपर चढ़ाकर उनकी जान ले ली थी। ऐसे में कांग्रेस को ज्ञान बघारने वाले बीजेपी प्रवक्ता को बोलने से पहले ये देख लेना चाहिए कि कहीं बीजेपी की सरकारों में भी ऐसा तो नहीं हो रहा है। रही भ्रष्टाचार की बात, देश में कहीं भी किसी भी दल की सरकार हो, सबके कार्यकाल में ऐसे मामले उठ रहे हैं। दिल्ली एम्स में बगैर लाइसेंस के मैस चलाने की घटना हो। या फिर मध्य प्रदेश में ‘पोषण आहार’ में बड़ा घोटाला हो। एमपी में तो बाइक-ऑटो के नंबर पर ट्रकों के बिल बनाने का हाल ही में खुलासा हुआ है। एमपी में भी बीजेपी की सरकार है। इसी तरह राजस्थान में प्रधानमंत्री आवास योजना में 498 मकानों को कागज में दिखाकर करीब 1 करोड़ 28 लाख रुपये का घोटाला सामने आया था। इस मामले की जांच होने और उसमें घोटाला पाए जाने के बाद 12 कर्मचारियों को अधिकारियों के साथ निलंबित कर दिया गया था। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।