कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने किया बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा, लोगों से बांटा दुख दर्द
देहरादून में भारी बारिश के साथ ही नदी नाले उफान पर हैं। ऐसे में कई बस्तियों में नदी और नालों का पानी प्रवेश कर रहा है और लोगों के घरों में मलबे के साथ घुस रहा है। मंगलवार की देर रात रिस्पना नदी की बाढ़ का पानी कई लोगों के घरों में घुस गया। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने क्षेत्र में पहुंचकर लोगों के नुकसान का जायजा लिया। पैदल घूम कर उन्होंने प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उनके दुख दर्द को बांटने का प्रयास किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कीचड़ व गंदे पानी से भरे इलाके में लगभग ढाई घंटे दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों से ज्यादा समय से रिस्पना नदी में कहीं भी ना तो डिसिलटिंग का काम हुआ और ना ही गंदगी हटाई गई। इसके कारण नदी का भरान मिट्टी, पत्थर व कूड़े से हो गया। नदी तल कई फूट ऊंचा हो गया। इससे ज्यादा वर्षा होने पर नदी का पानी पुश्ता पार कर नदी किनारे बसावट वाले इलाके में घुस जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि सबसे पहले शिव मंदिर भगत सिंह कालौनी के पास से पुल तक व निवर्तमान पार्षद इलियास अंसारी के घर के सामने के पुश्ते का निर्माण होना चाहिए। उसके साथ ही कंडोली से लेकर रिस्पना पुल विधानसभा तक डिसिल्टिंग का काम होना चाहिए। नदी की सफाई होगी तो पानी नदी में बहेगा। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि स्मार्ट सिटी स्मार्ट सिटी का शोर मचाने वाली सरकार, जिला प्रशासन, नगर निगम व स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के जिम्मेदारों को शहर की चालीस प्रतिशत आबादी की कोई चिंता नहीं है, जो मलिन बस्तियों में रहती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीएसएनएल से अवकाश प्राप्त बृजभान सिंह के घर इतना पानी घुसा कि बिस्तर से ले कर रसोई और बच्चों के कापी किताब बस्ते सब खराब हो गए। किरयाने की दुकान चलाने वाले परवेज की दुकान का सारा सामान बर्बाद हो गया। ई रिक्शा चला कर घर चलाने वाले पंकज कुमार दो दिन तक घर से पानी निकालता रहा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि इसी तरह के हाल पूरे क्षेत्र में है। बारिश के पानी और मलबे से पांच सौ से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए हैं। उन्होने कहा कि वर्ष 2013 में इसी तरह की बाढ़ आई थी। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के साथ वे जब क्षेत्र में आए थे, तब भी बाढ़ के यही कारण थे। आज ग्यारह साल बाद स्थिति उससे बदतर हो गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि वे शुक्रवार को दोपहर में नगर निगम आयुक्त व जिलाधिकारी से मुलाकात कर इस संबंध में ज्ञापन और मांगपत्र देंगे। शनिवार को राज्य की मुख्य सचिव से भी बाढ़ सुरक्षा के बारे में मिलकर वार्ता करेंगे। धस्माना के साथ क्षेत्र के निवर्तमान पार्षद इलियास अंसारी, महानगर कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश उनियाल, महामंत्री आनंद सिंह पुंडीर, नसीम, इमराना, बृजभान, अनिल यादव समेत अनेक क्षेत्रवासी भी थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।