कांग्रेस नेता राहुल गांधी बोले-खत्म हो रहा चुनावी ऑफर, फटाफट गाड़ी के टैंक करा लो फुल
फटाफट Petrol टैंक फुल करवा लीजिए।
मोदी सरकार का ‘चुनावी’ offer ख़त्म होने जा रहा है। pic.twitter.com/Y8oiFvCJTU
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 5, 2022
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने रिपोर्ट में कहा कि दो महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने से खुदरा तेल कंपनियों को लागत निकालने के लिए 16 मार्च 2022 या उससे पहले ईंधन की कीमतों में 12.1 प्रति लीटर की वृद्धि करनी होगी। तेल कंपनियों के मार्जिन को भी जोड़ लें, तो 15.1 रुपये प्रति लीटर की मूल्य बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत गुरुवार को 120 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई थी, जो बीते नौ वर्षों में सबसे ज्यादा है। हालांकि शुक्रवार को इसकी कीमत थोड़ी घटकर 111 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई थी।
उल्लेखनीय है कि कच्चे तेल की कीमत में उछाल को रूस-यूक्रेन युद्ध से जोड़कर देखा जा रहा है। रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों से वैश्विक तेल आपूर्ति में और रुकावट आने की संभावना है, जबकि ईरान, वेनेजुएला जैसे देश पहले ही प्रतिबंधों के कारण पर्याप्त तेल आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं।