कांग्रेस नेता धस्माना ने आपदा के समय सांसदों की गैरहाजरी पर उठाए सवाल

उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेस उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश के बीजेपी सांसदों को अपने क्षेत्र में जाकर लोगों की समस्याओं का हल ना करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्वतीय जिलों में आपदा आई हुई है। वहीं, पांचों सांसद नदारद हैं। हालांकि, धस्माना का सांसदों की गैरहाजरी को लेकर बयान तब आया, जब संसद का मानसून सत्र चल रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि इस साल बारिश शुरू होते ही प्रदेश के सभी पर्वतीय जिलों में आपदा के कारण राष्ट्रीय राज मार्ग ऋषिकेश से गुप्तकाशी व ऋषिकेश से बदरीनाथ तक कई स्थानों पर भूस्खलन से बार बार बंद हो रहे हैं। दर्जनों स्थानों पर चौबीस घंटों से लेकर अनेक दिनों तक मार्ग बाधित रहे। यही हाल कमोबेश यमुनोत्री धाम व गंगोत्री धाम को जाने वाले राष्ट्रीय राज मार्गों का है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि गढ़वाल के सांसद अनिल बलूनी के साथ ही टिहरी की सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह परिदृश्य से गायब हैं। गढ़वाल की सुध लेने वाला कोई नहीं। गढ़वाल के सांसद आखिरी बार गढ़वाल बरसात शुरू होने से पहले जून के पहले सप्ताह में आए थे। टिहरी की सांसद तो लोकसभा चुनाव के बाद यदा कदा ही दिखाई दीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि दस जून से लेकर आज तक पूरे गढ़वाल में बड़ी संख्या में संपर्क मार्ग ध्वस्त हुए। राष्ट्रीय राज मार्गों पर भूस्खलन, चट्टान गिरने, सड़क वाश आउट होने से सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की जान जाने की कई घटनाएं घटित हुईं। इसके बावजूद ये दोनों सांसद कहीं जनता के बीच नहीं गए। ये अत्यंत खेद का विषय है। साथ ही यह जन प्रतिनिधियों का जनता की समस्याओं के प्रति असंवेदनशीलता को दिखाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि चारधाम यात्रा में पांच हेली दुर्घटनाएं हुईं। इसमें तेरह लोगों की जान चली गई। बदरीनाथ दर्शन करने आए यात्रियों के टेम्पो ट्रैवलर दुर्घटना में आठ से ज्यादा लोगों की मृत्यु और एक दर्जन लोगों के घायल होने की दर्दनाक घटना घटित हुई। इसके अलावा अनेक सड़क दुर्घटनाओं में लोगों ने अपनी जान गंवाई। इसके बावजूद दोनों सांसद केवल अखबारों में बयान जारी करने में व्यस्त रहे। एक भी आपदा वाली जगह या मृतक परिवारों के बीच नहीं पहुंचे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड की जनता ने लगातार तीन लोकसभा चुनावों में भाजपा को जो पांचों सीटें उपहार में दीं हैं, यह उसका नतीजा है कि यहां के सांसद उत्तराखंड की जनता को अपना व अपनी पार्टी का बंधवा मजदूर समझने लगे हैं। उनके दिल दिमाग में यह बात घर कर गई है कि उनको काम, सेवा और संघर्ष नहीं, बल्कि मोदी के नाम पर वोट मिल रहा है। इसलिए वे जनता की कोई परवाह ही नहीं करते। धस्माना ने कहा कि सांसदों की इस बेरुखी के खिलाफ वे जनता को जागरूक करते रहेंगे।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।