फर्जी सूचियां जारी कर कांग्रेस तोड़ रही युवाओं का मनोबल: चौहान
मनवीर चौहान ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य द्वारा आपदा प्रबंधन को लेकर सरकार पर लगाए आरोपों का जबाब देते हुए बयान जारी कर कहा कि देहरादून व पिथौरागढ़ के सीमांत क्षेत्रों में आई प्राकृतिक आपदा में राज्य सरकार ने एसडीआरएफ, पुलिस व स्थानीय प्रशासन के आपसी समन्वय से लोगों तक युद्ध स्तर पर मदद पहुंचाने का कार्य किया है। इसकी प्रशंसा जनता ही नहीं, अपितु स्वयं पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी की है। उन्होने तंज कसा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ग्राउंड जीरों पर आपदा पीड़ितों के मध्य पहुंचकर राहत कार्यों की निगरानी तो कर सकते है, लेकिन कांग्रेस पार्टी पर प्रदेश व देशभर में टूटी राजनैतिक आपदा से उन्हे राहत नही पहुंचा सकते। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा कि कॉंग्रेस के तमाम छोटे बड़े नेता सुबह शाम एक ही झूठा राग आलाप रहे हैं कि भर्ती प्रकरण की जांच करने वाली ऐजेंसी बड़ी मछलियों, बड़े मगरमच्छ या बड़े नामों को नहीं पकड़ रही है। सच्चाई यह है कि राज्य के इतिहास में भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए इस सबसे कठोर कार्यवाही में अब तक रिकॉर्ड 41 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। शीघ्र ही अन्य नाम भी सामने आएंगे। फिर भी यदि कांग्रेस के पास कुछ बड़े नामों की संलिप्तता की जानकारी है तो वह इसे जांच ऐजेंसियों से क्यूँ नहीं साझा करती है ? इन नामों में ऐसा क्या है जिसे छिपाया जा रहा है ? उन्होने कहा कि सच्चाई यह है कि कॉंग्रेस के पास कोई भी नाम नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की रणनीति बड़े-बड़े नामों का दुष्प्रचार कर प्रदेश की जांच ऐजेंसियों की अब तक की मेहनत को बदनाम कर प्रदेश की लोक सेवा आयोग जैसी शीर्ष संस्थाओं को लेकर भी भ्रम फैलाकर युवाओं का मनोबल तोड़ने की है। प्रदेश की संस्थागत छवि देश के सामने धूमिल करने की भी है। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि अपने इस कुत्सित प्रयास को सफल बनाने के लिए कॉंग्रेस मेन स्ट्रीम मीडिया में अनर्गल बयानों के साथ सोशल मीडिया पर भी भाजपा व राष्ट्रवादी संगठनों से जुड़ी फर्जी सूची वायरल करवाकर अपनी इस डट्री ट्रिक पर काम कर रही है। चौहान ने विश्वास जताते हुए कहा कि धामी सरकार के आपदा प्रबंधन के कार्यों, विकास योजनाओं की गति व भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही से प्रदेश की जनता संतुष्ट है। लिहाजा कॉंग्रेस नेताओं को भी प्रदेश हित में तमाम संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति करने से बचना चाहिए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।