रायपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हीरा सिंह बिष्ट ने मतदाताओं से की वोट डालने की अपील, गिनाई उपलब्धियां, किए वादे
उत्तराखंड में चुनाव प्रचार का शोर थम गया है। अब प्रत्याशी व्यक्तिगत रूप से लोगों से मिल रहे हैं। साथ ही लोगों से उनके पक्ष में मत देने की अपील कर रहे हैं।
मतदाताओं से की ये अपील
उन्होंने कहा कि आप सभी को नव वर्ष की शुभकामनायें। आप सभी अवगत है कि आगामी 14 फरवरी 2022 को उत्तराखण्ड विधानसभा के लिए मतदान होना है। ऐसे में आप मताधिकार का प्रयोग जरूर करें। आपके अमूल्य एक वोट से रायपुर विधान सभा का विधायक चुना जाना है। क्षेत्र के विकास के लिए गत वर्षों में राष्ट्रीय महत्व के स्थायी कार्यों का अवलोकन करना भी आवश्यक है। नया प्रदेश बना है तो आधारभूत समस्याओं का समाधान हमारी प्राथमिकता रही है और आगे भी रहेगी।
आप अवगत ही है कि मेरा जन्म ग्राम ननूरखेडा, आमवाला नालापानी के स्व खेम सिंह बिष्ट जी के घर में
हुआ है। इसी मिट्टी में खेला, बड़ा हुआ और कृषि कार्य के साथ-साथ अध्ययन, अध्यापन व सरकारी नौकरी का
सौभाग्य मिला। मेरी पढाई में निरन्तरता रही। इसी मिट्टी से परिवार व समाज की स्वस्थ सांस्कृतिक परम्परा व संघर्ष की प्रेरणा मिलती रही है। इसी अवधि में डी0ए0वी0 कालेज का वर्ष 1972 से 1973 तथा 1973 से 1974 दो बार छात्र संघ अध्यक्ष चुना गया।
छात्र जीवन से संघर्ष करना सीखा है। इसका उदाहरण 1974-75 में चकराता के लाखा मण्डल मे बली प्रथा
का विरोध छात्रों एव युवक कांग्रेस साथियों के साथ जान हथेली पर रख कर बन्द कराया था। मसूरी में अंधाधुन्ध पहाड़ों को डायनामाइट से उड़ाने के विरोध में अनेक धरने व प्रर्दशन किये। वृक्षारोपण का वृहद अभियान चलाया। कालेजों में गरीब छात्रों की पढाई की सुविधा दिलाई जाती रही है। अन्याय व शोषण के विरोध में सदैव आवाज उठाता रहा हूँ। इस कारण कर्मचारी व मजदूर हितों के लिए सतत संघर्ष करते हुए राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इण्टक का प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए संघर्षरत रहता हूँ।
मेरा पूरा जीवन संघर्ष व उपलब्धियों के साथ साथ शीशे की तरह पारदर्शी है। किसानों,मजदूरों व वेरोजगारों व जरूरतमंदों की पीड़ा को दिल में संजोये उनके लिए सदैव संघर्षरत बने रहने के साथ दूर दृष्टि पक्का इरादा के सिद्वान्त पर रहा हूँ। पूरे प्रदेश के साथ-साथ रायपुर क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने को ऐतिहासिक काम किए।
गिनाए ये काम
– रायपुर में भव्य स्टेडियम का निर्माण जिसकी भूमि आवंटन का कार्य अविभाजित उत्तर प्रदेश के विधायक पद पर 1985-90 अवधि में कराया था। जिसका भव्य निर्माण राज्य बनने के बाद कांग्रेस सरकार में मंत्री पद पर रहते हुए कराया गया।
-राजीव गांधी नवोदय विद्यालय तपोवन रोड नालापानी में जहां सी0बी0एस0ई0 पद्धति से निशुल्क शिक्षा 6 से 12
कक्षा तक दी जाती है की स्थापना कराई गई।
-पर्यटन स्थल सहस्रधारा का सफर सुगम कराते हुए बस सेवा के साथ साथ देश के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कराया गया तथा हैलीपैड को भी जमीन उपलब्ध कराई गई।
-सहस्रधारा रोड पर डांडालखौंड में आई०टी०पार्क0 स्थापना कर बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराया।
-1814 के द्वितीय विश्वयुद्ध, जो नालापानी में खलंगा युद्ध के नाम से जाना गया गोरखा स्मारक स्थापित कराया तथा
केन्द्रीय वन विभाग की अनुमति से सड़क निर्माण कराया गया। जहां प्रतिवर्ष मेले का आयोजन किया जाता है।
-प्रदेश के मुख्य कार्यालयों की स्थापना रायपुर विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत नालापानी में शिक्षा निदेशालय,
पी0आर0डी0, एन0सी0सी0, समाज कल्याण की स्थापना कराई गई।
-राजकीय इण्टर कालेज नालापानी, गुजराड़ा व माल देवता से सहस्रधारा को जोड़ने वाली सड़क व पुल का निर्माण कराया गया।
-गुजराड़ा से शिमला, चण्डीगढ, जयपुर दिल्ली के लिए बस सेवा प्रारम्भ कराई गई। 800 नई बसों तथा बोल्वो बसों की व्यवस्था करके प्रदेश एवं दूसरे राज्यों की जनता के आवागमन हेतु पूरे जनपदों एवं मुख्यालयों के लिए बस सेवा तथा प्रदेश की राजधानी से दूसरे प्रदेश लखनऊ, जयपुर, चण्डीगढ एवं शिमला आदि की बस सेवा संचालित कराते हुए जनता के लिए आवागमन सुलभ कराया गया।
-कर्मचारी हितों में कर्मकार बोर्ड, चीनी मिल कर्मचारियों को वेजवोर्ड का लाभ, दिलाया गया।
किए ये वादे
रायपुर विधान सभा क्षेत्र की प्रबुद्ध जनता ऐसे सुअवसर को अपने हाथ से जाने नहीं देगी। ऐसी हम आशा करते
हैं और विधान सभा चुनाव में विजयी होने के बाद किसानों की समस्याओं का निराकरण कर्मचारियों का
नियमितीकरण, विभागीय सीधी भर्ती प्रकिया, पुरानी पेंशन बहाली, एसीपी की सुविधा बहाल करने, समान कार्य
का समान वेतन, आशाओं, भोजन माताओं तथा आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के वेतन वृद्धि संघर्ती का प्रमुख मुददा
रहेगा।
रोजगार रिजन के लिए सिडकुल क्षेत्र व सहसधारा रोड़ पर आई.टी. पार्क का पुल की व्यवस्था करना। राज्य सरकार के अधीन लगभग 50 हजार रिक्त पदों पर नियमित नियुक्तियां कराना। स्वारोजगार हेतू काम रहित के लिए ऋण व सरकारी सहायता उपलब्ध कराना। श्रम कानूनो का कड़ाई से पालन व सामाजिक सुरक्षा की व्यवस्था को पुन स्थापित कराना। मलिन बस्तियों के निवासियों को मालिकाना हक दिलाना। सविंदा व उपनल पर कार्यरत कर्मचारियों का नियमिती करण तथा समान कार्य के लिए समान वेतन लागू कराना। पुलिस विभाग में 4600/ रू. के ग्रेड को स्वीकृत कराना। विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की समस्याओं का प्राथमिक्ता पर समाधान कराना।
उपलब्धियाँ
-स्व0 इन्दरा गाँधी तत्कालीन प्रधानमंत्री के 20 सूत्रीय कार्यक्रम के अन्तर्गत् देहरादून शहर के चारों ओर लगभग 60 मलिन बस्तियों अधोईवाला, बालमिकी, बस्ती, अम्बेडकर बस्ती, आजाद नगर के साथ-साथ भगत सिंह कालोनी, रिस्पना, बिन्दाल नदी, व नालापानी का विकास।
-नदी पर बाढ सुरक्षा व सात पुलों के साथ-2 बिजली, पानी सडकों की व्यवस्था का कार्य प्राथमिकता से करवाया गया।
– प्रदेश का पहला नवोदय विद्यालय जो सी0बी0एस0ई0 पद्धति का है जिसमे कक्षा 6 से 12 तक निशुल्क शिक्षा का प्रावधान है कि स्वीकृति व भवन निर्माण तपोवन रोड ननूर खेडा में करवाया गया है। यह प्रदेश में निशुल्क शिक्षा देने वाला पहला विद्यालय है।
-नालापानी मे राजकीय इण्टर कालेज की स्वीकृति व मवन निर्माण।- प्रसिद्ध शिवालय नालापानी का पुनरोद्धार।
-सुप्रसिद्ध खलंगा युद्ध की स्मृति मे नालापानी से स्मारक व सड़क का निर्माण करवाया गया। जिसमें गोरखाओं व अंग्रेजों के बीच युद्ध हुआ था बलमद्र के नेतृत्व में गोरखा, ठगढवाली व कुमॉउनी सैनिकों ने दो बार अंग्रेजो को परास्त किया, जिसमें जनरल जिलेस्पी मारे गए थे।
-नये विकास खण्ड रायपुर के स्थापना की स्वीकृति व निर्माण कराया गया।
-मालदेवता से सहस्त्रधारा सडक व पुल निर्माण तथा वन विभाग की आपत्तियों का निराकरण कर कालागाँव तक
सडक निर्माण।
-गुजराडा नागल में आई0टी0आई0 व आमवाला में पालिटेक्निक का निर्माण कराया गया।
-हर्रावाला में आयुर्वेद कालेज की स्थापना।
-बालावाला, नथुवावाला से दिल्ली तक रात्री सीधी बस सेवा का संचालन।
-सहस्त्रधारा रोड पर डांडा लखौण्ड में आई०टी०पार्क की स्थापना करवाई जिसके फलस्वरूप स्थानीय युवाओं
को रोजगार का अवसर मिला तथा आजिविका के अन्य साधन उपलब्ध हुऐ।
-सहस्त्रधारा रोड के डांडा लखौण्ड में राजीव गांधी खेल स्टेडियम के लिए भूमि उपलब्ध कराकर खेल स्टेडियम
की स्थापना की व्यवस्था करायी गयी।
-उत्तराखण्ड के प्रत्येक जिले में आई0टी0आई0 व पालिटेक्निक की स्थापना करायी गयी।
-रायपुर मे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र(अस्पताल) की स्थापना करवायी गयी।
देहरादून के माजरा में अन्तराज्य बस अड्डा(आई0एस0बी0टी0) का निर्माण करवाया।
-नालापानी मे शिक्षा निदेशालय, पी0आर0डी0, एन0सी0सी0 तथा सहस्त्रधारा रोड पर स्वास्थ्य निदेशालय की
स्थापना करवायी गयी।
-उत्तराखण्ड के समी जनपदों के मुख्यालयों से राजधानी देहरादून तक ओर देहरादून से दूसरे राज्यों की राजधानी
जैसे लखनऊ, जयपुर, चण्डीगढ तथा शिमला एवं दिल्ली आदि को सीधी वाल्वों बस सेवा सुरू कर परिवहन क्षेत्र में
नया अध्याय जोडा गया।
-उत्तर प्रदेश में विधायक बनने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व0 बीर बहादूर सिंह से रायपुर स्टेडियम हेतु भूमि आवंटन करवाकर राज्य बनने पर भव्य खेल स्टेडियम का निर्माण कांग्रेस सरकार में मंत्री पद पर रहते हुऐ करवाया गया।
-ननूर खेडा, नालापानी मे मिलन केन्द्र का निर्माण।
-तरला नाठाल कुल्हान में परिवहन कार्यालय का निर्माण करावाया।
-उत्तराखड राज्य के कई जिलों में कर्मचारी राज्य बीमा औषधालयों की स्थापना की गयी।
-उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय की स्थापना करवायी गयी।
-मालदेवता इण्टर कालेज के साथ-साथ मालदेवता से सहस्रधारा तक सडक व पुल का निर्माण करवाया गया।
-डोईवाला में तहसील, नठारपालिका का निर्माण परठाना अधिकारी न्यायालय व 50(पचास) बैड के सरकारी अस्पताल की स्वीकृति करवायी गई। भाजपा शासन में सरकारी अस्पताल को निजी हाथों में सौपकर क्षेत्र की जनता के साथ अन्जया किया है।
-डोईवाला में लोक निर्माण विभाठा के अधिशासी अभियन्ता राष्ट्रीय राजमार्ग कार्यालय एवं विद्युत विमाठा के अधिशासी अभियन्ता के कार्यालय की स्थापना करायी गयी।
-प्रदेश मे सिडकुल के माध्यम से डोईवाला के लालतप्पड व सहसपुर के सेलाकुई में औद्योगिक इकाईयों की स्थापना कर हजारों बेरोजगारों को रोजगार मुहेया करवाया गया। जो आजपा शासन काल में सरकारी उपेक्षा के कारण बन्द होने के कगार पर हैं।
-लक्ष्छीवाला में राज्य स्तरीय तितली पार्क की स्थापना की गयी।
-भोगपुर से घमण्डपुर तक नहर को पाटकर सुरक्षा व परिवहन व्यवस्था सुचारू की गयी।
-रानीपोखरी में राजकीय पालिटेजिक का निर्माण व रसोई ठोस की स्थापना करायी ठायी। गुलरघाटी से कालूसिद्ध मन्दिर तक पुल निर्माण व कालूसिद्ध मन्दिर से जौलीग्रान्ट ऐयरपोर्ट तक सडक निर्माण की स्वीकृति।
-आई0आई0पी0 मोहकमपुर रेलवे फाटक पर 43 करोड़ की लाठात से फ्लाई ओवर का निर्माण व जोगीवाला चौक पर 52 करोड लागत की फ्लाई ओवर का निर्माण की स्वीकृति करायी थी जो माजपा सरकार में अधर में लटकी हुई है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।