आपदा के 10 साल पूरे होने पर केदारनाथ धाम पहुंचे सीएम धामी, राज्य में होगा छटवीं विश्व कांग्रेस का आयोजन, पुस्तक का विमोचन

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ आपदा के 10 वर्ष पूरे होने पर केदारनाथ धाम पहुंचे। मुख्यमंत्री ने बाबा केदारनाथ के दर्शन कर देश व प्रदेश की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर केदारनाथ की त्रासदी में हताहत हुए लोगों की शांति एवं उनकी मुक्ति के लिए हवन कर प्रार्थना की।मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भगवान ईशानेश्वर के दर्शन कर पूजा अर्चना भी की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीपैड से लेकर मंदिर परिसर तक सभी निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर केदारधाम में चल रहे कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य के दूसरे फेस के सभी कार्यों को इस साल के अंत तक पूर्ण कराने के निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज से 10 वर्ष पहले केदारनाथ में आई त्रासदी ने सब कुछ बर्बाद कर दिया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बाबा केदार के भक्त हैं। मोदी जी की इच्छाशक्ति के कारण ही समस्त केदार पुरी क्षेत्र दिव्य और भव्य रूप ले चुकी है और आगे भी कार्य जारी हैं। मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का धन्यवाद करते हुए बाबा केदार से उनके स्वस्थ, दीर्घायु होने की कामना की। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने इस दौरान केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के कार्य कर रहे हैं श्रमिकों से मुलाकात कर वार्तालाप कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि हमारे श्रमिक विभिन्न विषम परिस्थितियों में यह कार्य रहे हैं, सभी श्रमिकों का विशेष ख्याल रखा जाए उन्हें किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का सभी तीर्थ पुरोहितों ने स्वागत किया। इस अवसर पर. बद्रीनाथ केदारनाथ समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, जिला अध्यक्ष भाजपा महावीर पवार, सचिव विनय शंकर पांडे, पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे,अपर मुख्य कार्याधिकारी बद्री केदार मंदिर समिति योगेंद्र सिंह सहित बडी संख्या में आये श्रद्धालु गण उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आपदा प्रबंधन पर छटवीं विश्व कांग्रेस का आयोजन उत्तराखण्ड में किया जायेगा। यह आयोजन 28 नवम्बर से 01 दिसम्बर 2023 तक देहरादून में प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को इस छटवें वैश्विक सम्मेलन की विवरणिका का विमोचन किया। उत्तराखंड में होने वाली इस आपदा प्रबंधन कांग्रेस का विषय ‘STERNGTHENING CLIMATE ACTION & DISATER RESILIENCE’ है। आपदा प्रबंधन के लिए नवाचार, सहयोग एवं संचार पर इस विश्व कांग्रेस में प्रमुखता से चिंतन एवं मंथन होगा। इस विश्व कांग्रेस में पर्वतीय पारिस्थितिकी एवं संचार पर विशेष रूप से फोकस किया जायेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन का छटवां वैश्विक सम्मेलन होने से वैश्विक स्तर पर देवभूमि उत्तराखण्ड को एक नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि आपदा न्यूनीकरण कैसे किया जाए, यह हिमालयी राज्यों की बड़ी आवश्यकता है। इस सम्मेलन में विशेषज्ञों द्वारा आपदा न्यूनीकरण, जन-धन की हानि कैसे कम से कम हो और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रयोग पर गहनता से विचार-विमर्श किया जायेगा। उन्होंने अपेक्षा की कि विभिन्न कारणों से नदियां जब रास्ता बदलती हैं, तो इससे भी काफी जन-धन की हानि होती है, इस पर भी सम्मेलन में विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की जायेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड आपदाओं की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। जलवायु परिवर्तन के कारण आपदाओं के स्वरूप में भी परिवर्तन हो रहा है, और अब आपदायें केवल मानसून अवधि तक सीमित नहीं रह गयी हैं। उन्होंने कहा कि देहरादून में होने वाले आपदा प्रबन्धन का छठे वैश्विक सम्मेलन में निश्चित ही विश्वभर के विशेषज्ञ एवं पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा प्रबन्धन के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोग प्रतिभाग करेंगे और इससे राज्य उनके अनुभवों का लाभ उठा पायेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज ही के दिन एक दशक पूर्व केदारनाथ में भीषण प्राकृतिक आपदा आई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व केदारनाथ धाम के मास्टर प्लान से पुनर्निर्माण के कार्य तेजी से हुए हैं। भव्य एवं दिव्य केदारपुरी के निर्माण के लिए अनेक कार्य किये जा रहे हैं। पिछले 09 सालों में केदारनाथ में तेजी से पुनर्निर्माण के कार्य किये गये हैं।
इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत, अध्यक्ष डिजास्टर मैनेजमेंट इनीशिएटिव एण्ड कन्वर्जेंश सोसायटी (डीएमआईसीएस) डॉ. एस. आनन्द बाबू, उत्तराखण्ड आपदा प्रबंधन के अधिशासी निदेशक डॉ. पीयूष रौतेला एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुस्तक का किया विमोचन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में सिक्स सिग्मा के सीईओ डॉ. प्रदीप भारद्वाज द्वारा लिखित पुस्तक ‘खंड-खंड से अखंड उत्तराखंड’ पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज केदारनाथ की भीषण त्रासदी का एक दशक पूरा हो चुका है। डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने इस पुस्तक के माध्यम से 2013 केदारनाथ त्रासदी की जानकारी तथा 10 सालों तक हुए बदलावों, प्राकृतिक संसाधनों की रूपरेखा की गहराइयों को इस पुस्तक में समेटने का प्रयास किया है। यह पुस्तक सिक्स सिग्मा के समर्पण भाव, मेहनत, सेवा, सत्य और सच्चे साहस को दर्शाती है। उन्होंने केदारनाथ में सिक्स सिग्मा द्वारा चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिए सिक्स सिग्मा की टीम को बधाई भी दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुस्तक के लेखक डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने सत्य घटनाओं पर आधारित यह पुस्तक लिखी है। उन्होंने कहा कि पुस्तक में 2013 में केदारनाथ में आई आपदा के समय वहां की स्थिति और उसके बाद हुए पुनर्निमाण के कार्यों के बारे में जानकारी दी गई है। सिक्स सिग्मा द्वारा केदारनाथ में जन सेवा के लिए किये जा रहे कार्यों को दर्शाने का प्रयास किया गया है। केदारनाथ की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को क्या उपयोगी वस्तुएं अपने साथ ले जानी चाहिए इसकी भी जानकारी दी गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के चेयरमैन आर .के. भारद्वाज, डॉ. अनीता भारद्वाज, डॉ. आशीष शर्मा, डॉ. भारत शर्मा, डॉ. सपना बुढ़लाकोटी, डॉ. परवेज़ अहमद, संजीव कुमार, डॉ. समीर भट्टी, डॉ. सिद्धांत शर्मा, विनोद शर्मा, रमेश कालरा, गोविन्द गोयल उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।