गौरीकुंड हादसे की सूचना मिलते ही सीएम धामी पहुंचे आपदा कंट्रोल रूम, हर संभव मदद के निर्देश
गौरीकुंड हादसे की सूचना के बाद अब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को सचिवालय देहरादून स्थित आपदा कन्ट्रोल पहुंचे और पूरे प्रदेश भर में जारी बारिश की स्थिति के संबंध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड में हुए हादसे में संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने गौरीकुंड में चल रहे राहत बचाव कार्य में तीव्र गति लाने के निर्देश दिए। साथ ही शासन स्तर से गौरीकुंड क्षेत्र में हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्थित गौरीकुंड में डाक पुलिया के पास रात करीब ढाई बजे पहाड़ी से गिरी चट्टान के मलबे के साथ दो दुकान और एक खोखा बह गया। इनमें करीब 13 लोग सो रहे थे। अभी तक ये माना जा रहा है कि मंदाकिनी नदी में मलबे के साथ दुकान सहित लोग बह गए। रेस्क्यू टीम मौके पर है और लापता लोगों की तलाश कर रही है। लापता हुए 13 लोगों में तीन स्थानीय, सात नेपाल मूल के और तीन अन्य राज्य के हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश की प्रमुख नदियों के जलस्तर की जानकारी ली। उन्होंने कहा जिन भी क्षेत्र में जल स्तर बढ़ जाने से बाढ़ की समस्या आ रही है, उन सभी स्थानों पर अलर्ट जारी किया जाए, एवं सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों के आसपास बनी इमारत एवं कच्चे मकानों में रह रहे लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि गौरीकुंड में हुए हादसे के बाद लगातार राहत बचाव कार्य जारी है। लापता लोगों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हादसे में मृतक एवं लापता लोगों के परिजनों से भी संपर्क किया जा रहा है। एसडीआरएफ जिला प्रशासन सभी टीमें मौके पर मौजूद हैं किसी भी स्थिति से निपटने के लिए शासन प्रशासन पूरी तरह तैयार है। इस दौरान अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव आपदा रंजीत सिन्हा, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।