सीएम करते हैं दावा-पीएम के निर्देशन में हो रहे सब काम, सुनिए पूर्व सीएम का बयान-उत्तराखंड में बिना कमीशन नहीं होता काम, कांग्रेस ने किया तंज

यदि हम उत्तराखंड, यूपी, गुजरात, मध्य प्रदेश सहित बीजेपी शासित किसी भी राज्य के मुख्यमंत्रियों के भाषणों को सुनें तो उनके हर भाषण में कुछ लाइनें समान होती हैं। ऐसे में लगता है कि ये लाइनें हाईकमान की ओर से दी गई हैं। या फिर सभी सीएम को एक स्क्रिप्ट दी गई है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात ये कही जाती है कि सारे विकास कार्य पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देशन और कुशल प्रशासन में हो रहे हैं। अब पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के विकास के हर काम में कमिशन वाली बात पर गंभीरता से विचार किया जाए तो सवाल उठता है कि उत्तराखंड में कमिशनखोरी भी क्या पीएम के निर्देशन में हो रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हालांकि, पूर्व सीएम तीरथ ने बयान पर किसी विशेष पर प्रहार नहीं किया, लेकिन जनप्रतिनिधियों को अवश्य कठघरे में खड़ा कर दिया। एक मिनट 57 सेकेंड के वीडियो में पौड़ी से सांसद तीरथ रावत कहते हैं- आज बहुत जगह बताते हैं कि बिना कमीशन के काम नहीं हो रहे। वे सीएम भी रहे हैं, सरकार में भी, उन्हें यह बात नहीं कहनी चाहिए, फिर भी उन्हें यह कहने में कोई हिचक नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वह कहते हैं-जब उत्तराखंड बना तो यह कमीशन 20 प्रतिशत से जीरो होना चाहिए था। यूपी में 20 फीसद था, लेकिन उत्तराखंड में 20 प्रतिशत से ही कमीशन की शुरुआत हुई। वे कहते हैं कि किसी एक व्यक्ति को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। मानसिकता ठीक करने की जरूरत है। मेरा प्रदेश ही मेरा परिवार है, यह भाव आना चाहिए। भ्र्ष्टाचार में अधिकारियों को दंडित कर दिया जाता है, लेकिन इन सभी के पीछे जनप्रतिनिधि होता है। दोषी दोनों ही होते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कहते है कि यूपी के समय सुनते थे कि जल निगम, जल संस्थान, आदि में 2 प्रतिशत कमीशन चलता है। धीर धीरे यह कमीशन 20 प्रतिशत तक पहुंच गया। उन्होंने कहा कि कमीशनखोरी उत्तर प्रदेश में प्रचलित थी और दुर्भाग्य से यह अब उत्तराखंड में भी जारी है। पूर्व सीएम तीरथ रावत का यह बयान ऐसे समय में आया जब पार्टी नेता गुजरात चुनाव में बिजी हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
उत्तराखंड के सीएम रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत पहले भी अपने बयानों से विवाद पैदा करते रहे हैं। पिछले साल मार्च में भी रावत संस्कारों के अभाव में युवाओं के फटी जींस पहनने को लेकर दिए बयान के कारण सुर्खियों में रहे थे। इसके बाद उन्होंने पीएम मोदी की तुलना भगवान से कर दी थी। फिर मुफ्त राशन को लेकर मुस्लिमों पर कटाक्ष किया था। उसके कुछ समय बाद उन्होंने यह कहकर विवाद को जन्म दिया था कि अमेरिका ने 200 साल तक भारत को गुलाम बनाकर रखा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस महानगर देहरादून अध्यक्ष लाचंद शर्मा ने लिया आड़े हाथ
देहरादून के कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने यूपी और उत्तराखंड सरकार को लेकर सोशल मीडिया में चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के बयान पर सरकार को आड़े हाथ लिया। लालचंद शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कह रहे हैं कि उत्तरप्रदेश से अलग होने के बाद उत्तराखंड में कमीशनखोरी जीरो पर होनी चाहिए थी, लेकिन यह और ज्यादा हो गई है। इससे साफ है कि उत्तराखंड में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का बोलबाला है। लालचंद शर्मा ने कहा कि पहले से ही कांग्रेस राज्य में कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के खिलाफ है। लगातार कांग्रेस इस मामले में पहले से ही आंदोलन करती रही है। कांग्रेस चाहती है कि प्रदेश में कमीशन खोरी का खात्मा हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मांग करती है कि राज्य में कमीशनखोरी के बजाय बेरोजगारों को नौकरी दी जाए। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के इस बयान से भाजपा की अंदरूनी लड़ाई सामने आ गयी है। कांग्रेस साफ कहती है कि भाजपा की कथनी और कहने में अंतर है। कांग्रेस जो बोलती है वो करती है। कांग्रेस हमेशा आम जनता के साथ है। अब पूर्व सीएम और सांसद ने साफ कर दिया कि उत्तराखंड में भ्रष्टाचार जीरो नहीं हो पाया है। जैसा कि सरकार बार बार जीरो टालरेंस भ्रष्टाचार की बात करती है।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।