सिलक्यारा में टनल की हकीकत जानने को पहुंचा सीटू का प्रतिनिधिमंडल, प्रशासन ने रोका तो हुई नारेबाजी
उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा में निर्माणाधीन टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए प्रशासनिक मशीनरी जुटी हुई है। साथ ही विभिन्न संगठनों के लोग मौके पर पहुंचकर हकीकत जानने का प्रयास कर रहे हैं। श्रमिकों के हित में लगातार संघर्ष करने वाले संगठन सीटू का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र नेगी के नेतृत्व में सिलक्यारा सुरंग तक पहुंचा। इस दौरान प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। इस पर जब सीटू कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की तो उन्हें टनल के मुहाने तक जाने दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सिलक्यारा पहुंचने पर प्रशासन को पता चला कि सीटू का प्रतिनिधिमंडल आया है तो पुलिस ने प्रतिनिधिमंडल को आगे जाने से रोक दिया। इसका विरोध होने पर बड़कोट थाना प्रभारी ने प्रतिनिधिमंडल को आगे जाने दिया। साथ ही उन्हें निर्माणाधीन कंपनी में कार्यरत श्रमिकों से मिलने दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि कंपनी में कार्यरत मजदूरों को किसी से बात करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। ऐसा करना उन्हें बंधक बनाने के समान है। प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन से मांग की है कि निर्माणाधीन टनल के प्रधान नियोक्ता राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण विभाग व कार्यदायी कंपनी के खिलाफ सुरक्षा में की गई भारी चूक को लेकर अपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए। साथ ही टनल में फंसे मजदूरों को अभिलंब सुरक्षित बाहर निकाला जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रतिनिधिमंडल ने सवाल उठाया कि सुरक्षा की दृष्टि से टनल में लगे ह्यूम पाइप को क्यों हटाया गया। इसकी उच्चस्तरीय जांच की जाय। प्रतिनिधिमंडल में किसान नेता राजेन्द्र पुरोहित, सीटू के प्रांतीय उपाध्यक्ष भगवंत पयाल, किसान नेता जयेन्द्र चौहान, गजा वर्कर्स यूनियन के नागेन्द्र बिष्ट व प्रदीप जगूड़ी के साथ ही अन्य मजदूर नेता शामिल थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है घटनाक्रम
गौरतलब है कि जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू एवं बड़कोट के मध्य सिल्क्यारा के समीप लगभग 4531 मीटर लम्बी सुरंग का निर्माण हो रहा है। इसमें सिल्क्यारा की तरफ से 2340 मीटर तथा बड़कोट की तरफ से 1600 मीटर निर्माण हो चुका है। इसमें 12 नवम्बर 2023 की सुबह सिल्क्यारा की तरफ से लगभग 270 मीटर अन्दर लगभग 30 मीटर क्षेत्र में ऊपर से मलबा सुरंग में गिर गया था। इसमें 41 व्यक्ति फँस गए। उसी दिन से श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चल रहा है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।