मुख्यमंत्री धामी ने किया विरासत मेले का शुभारम्भ, संजीवनी दिवाली फेस्ट के समापन में गीता धामी हुई शामिल
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 दिवसीय यह आयोजन संगीत, मनोरंजन के साथ ही लोक कला एवं लोक संस्कृति की विरासत से भी आम लोगों को जोड़ने तथा भावी पीढ़ी को भी विरासत सौंपने का कार्य करेगा। उन्होंने इस आयोजन में प्रतिभाग कर रहे लोककला व हस्त शिल्पकारों का स्वागत करते हुए कहा कि यह आयोजन उन्हें अपनी कला के प्रदर्शन का बेहतर अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह आयोजन राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं पारम्परिक लोककला, लोक विद्या एवं उत्पादों के साथ पाक कला को भी पहचान दिलाने में मददगार होगा। हमारा प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो इसके लिये सभी को सहभागी बनना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के अनेक प्रस्तावों पर ओएनजीसी द्वारा सहयोग किया जा रहा है। ओएनजीसी द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में राज्य सरकार को सहयोग दिया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे राज्य के साथ ही पूरे देश में अनेकों कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 21 वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। राज्य जब 25 वॉ स्थापना दिवस मना रहा होगा, तब राज्य सभी क्षेत्रों में देश का अग्रणी एवं आदर्श राज्य होगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नंबर वन बनेगा। कहा हमारी सरकार हर समय जनता की सेवा में समर्पित है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन का कार्य तेज गति के साथ आगे बढ़ रहा है। दिल्ली देहरादून एलिवेटेड सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके पूरा होने पर यह दूरी मात्र दो घंटे की हो जाएगी। उसके बाद और अधिक संख्या में तीर्थयात्री, पर्यटन उत्तराखंड राज्य में आएंगे। हम जनसेवा को ध्येय मान कर कार्य कर रहे हैं और हमारा लक्ष्य उत्तराखंड का सर्वांगीण विकास है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की अपेक्षा के अनुरुप हम वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को प्रत्येक क्षेत्र में आदर्श राज्य बनाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सड़क, रेल, हवाई कनेक्टिविटी पर तेज गति के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल का मंत्र दिया है। इसके अन्तर्गत प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिले। इससे जहां बाजारों को उत्पाद मिलेगा वहीं उत्पादों को बाजार मिलेगा। वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए भी इस तरह के आयोजन महत्वपूर्ण हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किये जा रही हैं। प्रदेश में वन डिस्ट्रिक टू प्रोडक्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस अवसर पर रीच फाउंडेशन के प्रबंधक आर के सिंह, ओएनजीसी के सीएमडी आर के श्रीवास्तव, डायरेक्टर पंकज कुमार सहित अन्य उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
संजीवनी दिवाली फेस्ट के समापन में शामिल हुई गीता धामी
सिविल सर्विस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन की ओर से देहरादून में ओल्ड मसूरी रोड स्थित सिविल सर्विस इंस्टीट्यूट में आयोजित संजीवनी दिवाली फेस्ट – 2022 का रविवार को समापन हुआ। इस समापन समारोह के अवसर पर गीता धामी ने मुख्य अतिथि के रुप में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से आए करीब 70 स्टालों का अवलोकन किया, जिसमे उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों एवं खानपान को प्रमुखता से दर्शाया गया था। इस दौरान उन्होंने स्थानीय उत्पादों की खरीदारी की एवं उससे संबंधित जानकारियां प्राप्त की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गीता धामी ने संजीवनी द्वारा आयोजित फेस्ट की अत्यधिक सराहना करते हुए कहा कि जहां एक ओर समस्त अधिकारीगण उत्तराखंड के विकास में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं, वहीं महिलाएं समाज सेवा एवं अंतोदय के भाव के साथ राज्य एवं देश के विकास में अपना सहयोग कर रही हैं। उन्होंने कहा संजीवनी संस्थान की ओर से अयोजित मेला माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की ओर एक कदम है। उन्होंने कहा आज महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर स्वयं अपने परिवारों का भरण पोषण कर रही है। उन्होंने कहा राज्य सरकार द्वारा “वन डिस्टिक टू प्रोडक्ट” से भी स्थानीय उत्पादों को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उल्लेखनीय है कि अन्य वर्षो की भांति इस वर्ष भी संजीवनी दिवाली फेस्ट दो दिनों तक चला। इस साल मेला वोकल फॉर लोकल, आत्मनिर्भर भारत एवं महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित रहा। इस दौरान राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों को स्टालों के माध्यम दिखाया गया, जिसमे पौड़ी जिले में बने मँड़ुवे के बिस्कुट, पहाड़ी फलों जैसे माल्टा, संतरा के जूस, घरों में निर्मित अचार, नैनीताल जिले के स्थानीय उत्पादों, विकासनगर क्षेत्र में निर्मित स्टॉल, शॉल, मफलर, स्वेटर, उत्तरकाशी में निर्मित पंखी, पूजा आसान , पिथौरागढ़ जिले से ऐपण डिजाइन साड़ियाँ, एवं तांबे के बर्तन, जोशीमठ की राजमा, पहाड़ी अंजीर के उत्पाद, रिंगाल के उत्पाद, हाथ से बनी मोमबत्ती, मिट्टी के बर्तन, दिए, रिंगाल के उत्पादों , गाय के गोबर से बने उत्पाद, पेंटिंग, साथ ही हरिद्वार में दिव्यांजन बच्चों द्वारा निर्मित सजावट सामग्री, मोमबत्ती आदि के विशेष उत्पादों को जगह दी गई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
साथ ही मेले में लगाए गए स्टाल अधिकांश महिलाओं द्वारा संचालित किए गए। इस अवसर पर संस्था की अध्यक्ष डॉ हरलीन कौर संधु, संजीवनी संस्था की सचिव रश्मि बर्द्धन, उपाध्यक्ष डॉ. अलकनंदा अशोक, कोषाध्यक्ष अंजलि सिन्हा, अंशु पांडे, अनुराधा सुधांशु, आकांक्षा सिन्हा, मथानी फैनई, गुंजन यादव, हरिका राजेश, रजनी तोमर, शिखा पांडे, विनीता कुंवर एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।