Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

March 15, 2025

सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) ने विभिन्न मांगों को लेकर उप श्रमायुक्त कार्यालय पर किया प्रदर्शन

श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) के बैनर तले श्रमिकों ने आज उप एवं अपर श्रमायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। देहरादून में हुए इस प्रदर्शन के दौरान श्रमिक धरने पर बैठे।

श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) के बैनर तले श्रमिकों ने आज उप एवं अपर श्रमायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। देहरादून में हुए इस प्रदर्शन के दौरान श्रमिक धरने पर बैठे। इस मौके पर सीटू के महामन्त्री लेखराज ने कहा कि उप श्रम आयुक्त कार्यालय में लंबे समय से लंबित मामलों को हल नहीं किया जा रहा था। इससे श्रमिकों को भारी परेशानी हो रही है। सहायक श्रम आयुक्त सुरेश चंद आर्य के यहां श्रमिकों के विभिन्न मामले वर्षों से लंबित हैं, किंतु उनके द्वारा अभी तक भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। वह तारीख पर तारीख देते रहते हैं। वह भी दो-दो तीन-तीन महीने आगे की तारीख देते हैं, जिससे श्रमिक थक हार कर बैठ जाता है।
उन्होंने कहा कि कई मामलों में तो नोटिस जारी नहीं किये जाते हैं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा सभी पंजीकृत श्रमिकों का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है उन्होंने भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार बोर्ड के सचिव से ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि वे सन 2014, 15,16,17,18, तक के सभी श्रमिकों के कार्ड नवीनीकरण करें। उन्होंने कहा कि बोर्ड के कार्यप्रणाली के कारण लाखों श्रमिकों को उनके अधिकारों से वंचित होना पड़ रहा है। इससे उनके विभिन्न सहायताएं नहीं मिल रही हैं। इनमें पुत्री के विवाह जो आर्थिक सहायता मिलती है, छात्रवृत्ति का सवाल है।
उन्होंने कहा कि नियमानुसार पंजीकृत ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों को भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में रखा जाना चाहिए, किंतु सरकार द्वारा उन्हें ना रख कर अपने भक्तों को रखा जाता है। जिसका परिणाम बोर्ड में करोड़ों रुपए का घोटाले के रूप में सामने आया। उन्होंने मांग कि है की तत्काल बोर्ड के गठन के दौरान सेंट्रल ट्रेड यूनियन अथवा पंजीकृत ट्रेड यूनियनो के प्रतिनिधियों को बोर्ड में शामिल किया जाए।
इस अवसर पर सीटू के जिला अध्यक्ष कृष्ण कुणाल ने कहा कि श्रम विभाग मालिकों के चीजों को साधने वाला हो गया है। उससे श्रमिक वर्ग को भारी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते हुए श्रम विभाग ने अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं किया तो सीटू यह बर्दाश्त नहीं करेगी। श्रमिकों को उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
इस अवसर पर अपर श्रमायुक्त अनिल पेटवाल ने आश्वस्त किया किए वे अपने स्तर से ज्ञापन में दी गई मांगों पर प्रभावी कार्यवाही करेंगे। साथ ही उन्होंने यह जताया कि सहायक श्रम आयुक्त द्वारा विवादों का निपटारा ना कर उनको लंबित रखने से श्रमिक वर्ग का अहित होगा। वे इसके लिए अपने स्तर से कार्रवाई करेंगे।
इस अवसर पर इस अवसर पर उप श्रम आयुक्त को भी ज्ञापन प्रेषित कियाष। उप श्रम आयुक्त ने कहा कि उन्होंने पूर्व में ही इस संदर्भ में सहायक श्रम आयुक्त को आदेशित किया जा चुका है। उन्होंने कहा श्रमिकों के मामले लंबित करने के बजाए और तारीख लंबी लगाने के बजाय उन्हें निस्तारित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन मामलों में नोटिस जारी नहीं हुए हैं, उनमें 3 दिन के भीतर नोटिस जारी कर दिए जाएंगे। इस पर इस पर सीटू द्वारा घेराव का समापन किया गया। चेतावनी दी गई कि यदि मामलों का निस्तारण नहीं किया गया तो वे आंदोलन तेज करेंगे।
इस अवसर पर दया किशन पाठक, दीपक शर्मा, भगवंत पायल, रविंद्र नौटियाल, अभिषेक भण्डारी, अर्जुन रावत ने भी सभा को सम्बोधित किया। इस अवसर पर मामचंद, सुरेंद्र सिंह बिष्ट, रेबेका, सौरभ, प्रदीप कुमार, दिनेश कुमार, पदम सिंह, सुखपाल सिंह, अनिता, भारती, सुनीता, प्रभा देवी, संगीत देवी, प्रेमा, सुषमा, कामनी यादव, रमा पंवार, सुरेश, सरना देवी, उमा, प्रमोद उनियाल, जितेंद्र बिजल्वाण, देवेंद्र नेगी, अतुल वर्मा, शैलेन्द्र नेगी, कुलदीप प्रसाद डोबरियाल, पोल गोंडियन आदि बड़ी संख्या में मजदूर उपस्थित थे।

Website |  + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page