मेरा देश है भारत भाता है मुझको देश यही, माता है मेरी एक यही। मेरा देश है भारत, मेरा देश...
युवमंच
बचपन का पिटारा आज सफाई करते पुराने कमरे की, बचपन से भरा संदूक हाथ लगा एक, काले रंग में रंगी...
एक कोशिश बाकी है अभी। रात के घने अंधेरे से पहले, सांझ की वो हल्की रोशनी थी, मेरे ख्वाबों की...
स्त्री, औरत और महिला में क्या अंतर है? हमारी भाषा में सच तो यही है कि दो शब्द एक दूसरे...
पहले माँ फिर बेटा जब मैं अपने माँ के गर्भ में था वह ढोती रही ईंट जब मेरा जन्म हुआ...
मैं विद्यार्थी नहीं, मज़दूर हूँ! ओ कवियो! ओ लेखको! किसके लिए लिख रहे हो? मेरी दादी बन्नी-मजूरी करती थी अब...
प्रेम संबंध टूटता है समय के कंठ से उत्तर फूटता है प्रेम क्या है ? कबीर का अढ़ाई अक्षर है...
कभी वक्त हो, तो फुरसत से आना वक्त के पहिए पर उलझन को समाना। प्रेम के सागर मे शब्दो को...
मुझे बनानी है जिंदगी में अपनी एक खास पहचान, मुझे बनना है अपने माता-पिता का अभिमान, लाखो मुशकिलो को पार...
ट्रांसजेंडर संतान का दुःख! क्या कोई रोक पाया है कभी आँखों से पकी पीड़ा का टपकना माथे पर श्रम की...