दावे किए गए कोरोना के नियमों के पालन के, तस्वीर कुछ और बयां कर रही जनाब
कोरोनाकाल में आयोजित होने वाले तमाम संस्थाओं के कार्यक्रमों में कोरोना के नियमों के पालन के दावे किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि सीमित संख्या, सैनिटाइजर, मास्क, थर्मल स्कैनिंग, शारीरिक दूरी आदि सब का ख्याल रखा गया है। इसके उलट जब कार्यक्रमों की तस्वीर सामने आ रही है तो वह कुछ और ही बयां करती है।
बात हो रही है उत्तराखंड वैश्य सभा की ओर से देहरादून स्थित अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित महाराजा अग्रसेन जयंती समारोह के कार्यक्रम की। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल मुख्य अतिथि थे। संस्था की ओर से भेजे गए प्रेस नोट में क्या कहा ये आप भी जान लीजिए-
कोरोना महामारी से बचाव हेतु समुचित व्यवस्था सीमित संख्या में उपस्थित अग्रवाल बंधुओं के मध्य समुचित भौतिक दूरी, सभी ने फेसमास्क पहने हुए थे। प्रत्येक आगमित का टेम्परेचर लेने की व्यवस्था तथा आयोजन स्थल समुचित रूप से सेनीटाईज आदि व्यवस्था को देखकर श्री प्रेमचंद अग्रवाल मां अध्यक्ष विधानसभा ने भूरि भूरि प्रशंसा कर आयोजकों की पीठ थपथपाई।
अब देखें हकीकत
अब आप हकीकत देख लीजिए। जो फोटो में नजर आ रही है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने जरूर मास्क से मुंह व नाक को ढका हुआ था। वहीं, ऐसे लोगों की भी कमी नहीं थी, जो मास्क को नाक व मुंह से नीचे किए हुए थे। कुछ ने तो नाक को हवा आने के लिए खुला छोड़ा हुआ था। अब इन्हें कौन समझाए कि यदि अगल-बगल या सामने वाला कोरोना संक्रमित होगा तो जरा सी भी खुली नाक के रास्ते कोरोना आपके शरीर पर हमला कर सकता है। रही शारीरिक दूरी की बात, फोटो खिंचवाते समय यह भी हवा हो गई।
यह भी चिंताजनक बात रही कि कार्यक्रम में अधिकांश लोग 50 से ज्यादा उम्र के थे। कोरोना के हमले में उत्तराखंड के लोगों की स्थिति पर जाएंगे तो हर दिन होने वाली मौत में सबसे ज्यादा लोग 50 से ऊपर आयु वाले हैं। ऐसे में ये लापरवाही इन लोगों के लिए कितनी घातक है, ये वे स्वयं भी नहीं जानते। यहां हमारा मकसद किसी संस्था के कार्यक्रम का विरोध नहीं है। हमारा मकसद सिर्फ इतना है कि जो छोटी सी गलती हम कर रहे हैं, इसे दोबारा न दोहराएं। तभी हम कोरोना से जंग जीत सकते हैं। फोटो खिंचवाने के लिए यदि हम मास्क सरकाते हैं तो वो भी घातक है।
कार्यक्रम में चर्चा
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि समाजवाद के युग प्रवर्तक महाराजा अग्रसेन जी महाराज का जीवन दर्शन आज भी प्रासंगिक हैं। अग्रसेन जी महाराज ने उपेक्षित तथा कमजोर समाज के उत्थान के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य किया। विधानसभा अध्यक्ष ने उत्तरांचल वैश्य अग्रवाल सभा के अनुरोध प्रदेश सरकार से अग्रसैन जयंती पर अवकाश, महाराज अग्रसेन का जीवन दर्शन शैक्षिक पाठ्यक्रमों में शामिल करने, दीपावली पर देवी लक्ष्मी, विष्णु तथा हनुमान की फोटो लगी आतिशबाजी को बम बंद करवाने के साथ ही उत्तराखंड में राज्यसभा की खाली सीट पर वैश्य समाज को अवसर प्रदान करवाने की मांग को अपनी ओर से उठाने का प्रयास किया।
सहयोग करने का आश्वासन दिया। विशिष्ठ अतिथि एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष (केबिनेट मंत्री स्तर) नरेश बंसल ने कहा अग्रवाल सभा कोरोना काल में समाज के विकास के कार्यों को करने का बड़ा महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। उन्होंने सभी आयोजकों को बहुत बहुत बधाई दी। उत्तरांचल वैश्य अग्रवाल सभा के अध्यक्ष नरेश मित्तल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्था की प्रगति से अवगत कराया। संस्था महासचिव पीडी गुप्ता ने उत्तरांचल वैश्य अग्रवाल सभा की पच्चीस वर्षों की प्रगति यात्रा की जानकारी दी। समारोह में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवालको अग्रकुल शिरोमणी सम्मान से अलंकृत किया गया। दोनों अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। समारोह का संचालन संगठन सचिव योगेश अग्रवाल ने किया। संस्था संरक्षक गोपाल कृष्ण मित्तल, चंद्रगुप्त विक्रम तथा हरीश मित्तल ने आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।