अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को लेकर कैबिनेट मंत्री महाराज की केंद्रीय मंत्री सिंधिया से भेंट, स्थानीय फ्लाइट पर उत्तराखंडी व्यंजन

सतपाल महाराज ने बातचीत के दौरान केन्द्रीय नागर विमानन एवं इस्पात मंत्री से कहा कि देवभूमि उत्तराखंड उत्तर भारत में पर्यटन, योग एवं आस्था का प्रमुख केन्द्र है। हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यहीं स्थित हैं। हरे भरे और घने जंगल इसे नेशनल पार्क और वाइल्डलाइफ अभ्यारणों के लिए आदर्श स्थान बनाते हैं। राज्य के आध्यात्मिक, ऐतिहासिक एवं सामरिक महत्व को ध्यान में रखते हुए उत्तराखण्ड में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की नितान्त आवश्यकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पर्यटन मंत्री महाराज ने केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को अवगत कराया कि उत्तराखंड में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट स्थापित किए जाने के लिए एक स्थान पर 1200 हेक्टेयर और दूसरे स्थान पर 1100 हेक्टेयर भूमि का चयन किया गया है। इस पर केंद्रीय मंत्री ने महाराज को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट स्थापित करने के संबंध में पूरी प्रक्रिया की जानकारी देते हुए कहा कि आप प्रक्रिया के अनुसार आवेदन करें। इस कार्य में उनका पूरा सहयोग प्रदेश को मिलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर रीवा रियासत के महाराज पुष्पराज सिंह ने भी उनसे भेंट कर विभिन्न प्रदेशों जैसे उत्तराखंड और मध्य प्रदेश स्थित बिंद के स्थानीय व्यंजनों को स्थानीय फ्लाइटों में यात्रियों को परोसने जाने का अनुरोध किया। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से चर्चा के दौरान फ्लाइटों में यात्रियों को स्थानीय व्यंजन परोसे जाने के प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए कहा कि वह उत्तराखंड के स्थानीय व्यंजनों की एक सूची उन्हें उपलब्ध करवाएं, ताकि इस पर आगे कार्यवाही की जा सके। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के साथ आईएचएम के प्रधानाचार्य जगदीप खन्ना भी मौजूद रहे।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।