Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

March 17, 2025

कैबिनेट मंत्री अग्रवाल का इस्तीफा पहाड़ के लोगों के स्वाभिमान की जीतः पीसी थपलियाल

आखिरकार विधानसभा सत्र के दौरान पहाड़ के लोगों को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद उपजे विवाद के चलते कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल को इस्तीफा देना पड़ा। पूरे राज्य में मंत्री को बर्खास्त करने की मांग को लेकर आंदोलन हो रहे थे। उत्तराखंड पूर्व सैनिक एवं अर्द्धसैनिक संगठन के प्रांतीय महासचिव पीसी थपलियाल ने मंत्री के इस्तीफे को लोगों की जनभावनाओं की जीत बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

एक बयान में पीसी थपलियाल ने कहा कि मंत्री के खिलाफ पूरे उत्तराखंड में लोग स्वाभिमान की लड़ाई के लिए सड़कों पर उतर आए थे। मंत्री का इस्तीफा लोगों की भावनाओं की जीत है। इस आंदोलन में किसी एक संगठन या दल को क्रेडिट नहीं दिया जा सकता है। चाहे पूर्व सैनिक हों या फिर युवाओं का संगठन, क्षेत्रीय दल, सभी ने अपने अपने तरीके से लड़ाई लड़ी और राज्य आंदोलन की याद को ताजा कर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि गैरसैंण में पूर्व सैनिक भुवन कठैत, सैनिक पुत्री कुसुम लता बौड़ाई की भूख हड़ताल रही हो और चाहे पूर्व सैनिकों का एक दल निरंजन चौहान के नेतृत्व में स्वाभिमान मोर्चा की जन संपर्क यात्रा में शामिल हुआ हो। सभी ने स्वाभिमान की लड़ाई लड़ी और बीजेपी को लोगों की भावनाओं के आगे झुकना पड़ा। पूर्व सैनिकों की राज्य बचाओ अभियान में बढ़ती भूमिका को देखते हुए राज्य वासी आश्वस्त हैं कि पूर्व सैनिक उनके संघर्ष के रास्तों के मार्ग दर्शक बनेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सम्मान, संसाधनों के लिए और राज्य के चौमुखी विकास के लिए इसी तरह की लड़ाई आगे भी लड़ी जाएगी। गौरतलब है कि विधानसभा सत्र के दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर पहाड़ के लोगों को गाली देने के आरोप लगे थे। इसे लेकर पूरे प्रदेश में आंदोलन हो रहे थे। साथ ही मंत्री के इस्तीफे या उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की जा रही थी। रविवार को प्रेमचंद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page