बुल्ली बाई ऐप को लेकर उत्तराखंड में एक और गिरफ्तारी, मुंबई पुलिस ने युवक को कोटद्वार से दबोचा
देशभर में प्रतिष्ठित महिलाओं की फोटो ऐप में डालकर उनकी बोली लगाने वालों पर मुंबई पुलिस का शिकंजा कसा तो उसके तार उत्तराखंड से जुड़े मिले। मुंबई पुलिस ने पौड़ी जिले के कौटद्वार से एक और युवक को इस मामले में गिरफ्तार किया।
बुल्ली बाई ऐप मामले में मुंबई से पहुंची पुलिस टीम ने कोटद्वार नगर निगम के अंतर्गत निंबूचौर निवासी मयंक रावत को गिरफ्तार कर ले गई। वरिष्ठ पुलिस उप निरीक्षक जगमोहन रमोला ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मयंक दिल्ली में बीएससी आनर्स की पढ़ाई कर रहा है। बताया कि 2019 में मयंक ने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था। लाकडाउन के कारण वह पिछले लंबे समय से घर में ही था।
पूछताछ में मयंक ने बताया कि वह बुल्ली बाई एप संचालित करने वाले व्यक्तियों से वर्चुअली जुड़ा हुआ था। बताया कि आज तक उसकी इन लोगों से मुलाकात नहीं हुई है। एसएसआई ने बताया कि मुंबई की टीम देहरादून की एसटीएफ के साथ मध्य रात्रि के बाद कोटद्वार पहुंची और मयंक को उसके घर से गिरफ्तार किया।
क्या है बुली बाई ऐप
बुली बाई ऐप की पिछले दिनों से खूब चर्चा हो रही है। यह गिटहब नाम के प्लेटफॉर्म पर है। इस पर एक समुदाय विशेष की महिलाओं की बेट (बोली) लगाई जा रही थी। इस दौरान महिलाओं का चेहरा दिखाई देता है, जिसे बुली बाई नाम दिया है। इसमें इंटरनेट मीडिया पर काफी एक्टिव रहने वाले महिलाओं को टारगेट किया जाता है। इनमें पत्रकार, सामाजिक कार्यकत्रियां हैं। जो मुस्लिम समुदाय से हैं। इन महिलाओं की फोटो को प्राइसटैग के साथ बुली बाई ऐप में लोग एक-दूसरे को साझा करते थे। केंद्र सरकार के कहने पर इस एप को हटा दिया गया है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।