जल प्रलय से ढह गए पुल, बह गईं कारें, मुर्दाघर में बदला कोर्ट हाउस, स्पेन में 200 से ज्यादा मौत, इमरजेंसी घोषित, तस्वीरों में देखें खौफनाक मंजर
स्पेन में बाढ़ के रूप में आई मुसीबत ने तबाही मचा दी। जल प्रलय के रूप में आई इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 205 से अधिक लोगों की जान चली गई है। बाढ़ से पुल ढह गए। सड़कों पर कार बह गई और कबाड़ बन गईं। बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित वेलेंसिया शहर है। ऐसे में स्पेन में इनरजेंसी लगाई गई है। सीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, इस तूफान में कम से कम 205 लोगों की जान चली गई है। इसमें सबसे ज्यादा मौतें वालेंसिया शहर में हुई हैं। खतरे को देखते हुए अधिकारियों ने चेतावनी जारी की है। अधिकारियों ने बताया है कि कुछ इलाकों में सड़कें टूट गई हैं, जिससे आपातकालीन सेवाएं नहीं पहुंच पा रही हैं। स्पेन में मूसलाधार बारिश के दौरान जल प्रलय से सैकड़ों लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। उन्हें तलाशने के लिए हजारों लोग जुटे हुए हैं। मंगलवार को आई बाढ़ में कारें बह गईं, पुल ढह गए और कई क्षेत्र कीचड़ से ढक गए। इसे दशकों बाद आई यूरोपीय देश की सबसे घातक आपदा कहा जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्पेन के मौसम विभाग ने देश के दक्षिण-पश्चिम भाग में स्थित तटीय इलाकों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, हुलेवा में लगातार 12 घंटों तक 140 मिलीमीटर बारिश हो सकती है। वहीं, अन्य इलाकों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। रासेना, आंदेवालो और कोंडाडो क्षेत्रों में बारिश के लिए ऑरेंज और तूफानों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दाना को बताया जिम्मेदार
मौसम वैज्ञानिकों ने इस मूसलाधार बारिश के लिए ‘दाना’ को जिम्मेदार ठहराया है। उनका मानना है कि यह तब होता है, जब एक ठंडी हवा की प्रणाली भूमध्य सागर के गर्म जल से टकराती है। इसके प्रभाव अक्सर स्थानीय होते हैं। इसी तरह की घटनाओं ने 1966 और 1957 में तबाही मचाई थी, जब टुरिया नदी उफान पर थी और उसने वेलेंसिया शहर को तबाह कर दिया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राष्ट्रपति ने जताया दुख
स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज ने सोशल मीडिया पर लिखा कि पूरा स्पेन उन लोगों के दर्द को महसूस कर सकता हैं, जो इस बाढ़ में अपने परिजनों को खोजने की कोशिश कर रहे हैं। हम आप की मदद करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम सभी आवश्यक संसाधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि इससे जल्द से जल्द उबरा जा सके। लोगों को घरों और कारों से निकालने के लिए हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। बाढ़ से तबाह इलाकों में 1,100 सेना के जवानों को तैनात किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इमरजेंसी रिस्पांस यूनाइटेड को किया गया तैनात
स्पेनिश सेना के इमरजेंसी रिस्पांस यूनाइटेड के लगभग 1,000 सदस्यों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है, जो बचाव और सफाई प्रयासों में सहायता कर रहे हैं। हालांकि, कई क्षेत्रों में बिजली की कमी और फोन नेटवर्क भी बाधित हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुर्दाघर में बदला कोर्ट हाउस
स्पेन की आपदा प्रबंधन से जुड़ी मंत्री फर्नांडो ग्रांडे-मारलास्का ने कहा कि अकेले सिविल गार्ड ने शुक्रवार दोपहर तक 4,500 से अधिक लोगों को बचाया गया है, लेकिन आपदा के तीन दिन बाद और लोगों के जीवित बचे होने की उम्मीदें कम होती जा रही है। वालेंसिया शहर के कोर्टहाउस को मुर्दाघर में बदल दिया गया है, जहां स्वास्थ्यकर्मी स्मॉक पहनकर सफेद चादर से ढके स्ट्रेचर लेकर जाते नजर आ रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जरूरी सामान की दिक्कत
बाढ़ के कारण कई क्षेत्र में लोगों को पानी, भोजन या बिजली की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, कई सड़कें और रेलवे ट्रैक भी कीचड़ से दब गए हैं। एएफपी के पत्रकारों ने देखा कि इंजीनियरों ने टूटी-फूटी रेलवे पटरियों पर बिखरी हुई लावारिस कारों और क्षतिग्रस्त सड़कों और जलमग्न खेतों से टरमैक के स्लैबों को हटाने का काम किया। ऐसा माना जा रहा है कि हजारों लोग बिजली और टेलीफोन नेटवर्क से कटे हुए हैं, लेकिन उम्मीद है कि कनेक्शन बहाल होने के बाद लापता लोगों की अनुमानित संख्या में कमी आएगी।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।