नरम पड़े बीजेपी सांसद के तेवर, इस्तीफा देने को तैयार, साथ ही रखी ये शर्त
महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों से घिरे बीजेपी सांसद एवं भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के तेवर अब नरम पड़ते जा रहे हैं। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि पहलवानों का विरोध प्रदर्शन राजनीति है। सिंह ने कहा कि पहलवान कांग्रेस और विपक्षी दलों के हाथों का खिलाड़ी खिलौना बन गए हैं। इस्तीफा उनका उद्देश्य नहीं है, उनका उद्देश्य राजनीति है। सिंह ने आगे कहा कि वो डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को तैयार हैं। अगर इससे प्रदर्शन खत्म हो जाता है। उन्होंने कहा कि उन्हें एफआईआर की कॉपी नहीं मिली है, जैसा कि बजरंग पुनिया ने दावा किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बृजभूषण शरण सिंह का ये बयान उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों और दो एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद आया है। उन्होंने कहा कि मेरे इस्तीफे देने से अगर पहलवान घर चले जाते हैं, आराम से सोते हैं तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है। बता दें कि यूपी के कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पहलवान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जंतर मंतर पर रेसलर्स का धरना आज आठवें दिन भी जारी है। दिल्ली पुलिस ने सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। वहीं बृजभूषण शरण सिंह ने आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने इसे राजनीतिक साजिश बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि वे किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं। बता दें कि वे दूसरी बार पहलवानों के निशाने पर हैं। इसके पहले भी पहलवानों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था। पहलवानों ने उनपर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और भेदभाव का आरोप लगाया है। इसके पहले सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि, इस्तीफा देना बड़ी बात नहीं है मगर अपराधी बनकर नहीं। मैं शुरू से ही कह रहा हूं कि इसमें देश के कुछ उद्योगपतियों, जिनको मुझसे कष्ट है और कांग्रेस का हाथ है। आज दिख गया कि इसमें किसका हाथ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पहलवानों ने लगाए हैं ये आरोप
पहलवानों का आरोप था कि रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया था और खिलाड़ियों को गाली भी दी थी। साथ की यौन शोषण के भी आरोप लगाए। पहलवानों ने कहा था कि हम यहां खेलने आए हैं। वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे हैं। अध्यक्ष के खिलाफ सात महिला पहलवानों ने पुलिस को लिखित तहरीर भी दी है। इसमें एक नाबालिग पहलान भी शामिल है। इन महिला पहलवानों ने संघ अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में देश के शीर्ष पहलवानों की भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन दुराचार के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई हुई थी। इसके बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं, वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। हालांकि, शुक्रवार 28 अप्रैल की देर रात केस भी दर्ज कर लिया गया है। एफआईआर में से एक नाबालिग द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायत पर है। दूसरी प्राथमिकी अन्य पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों से जुड़ी है।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।