कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय पर भाजपाइयों का धावा, कांग्रेसियों ने खदेड़ा, गूंजे वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे

जैसा कि बीजेपी पूरे देशभर में कांग्रेस के कार्यालयों पर हमला कर रही है, उसकी बानगी उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में देखने को मिली। बिहार में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोट अधिकार यात्रा के दौरान जब मंच खाली हो गया। इन दलों का कोई नेता मंच में नहीं था तो एक व्यक्ति ने मंच पर चढ़कर पीएम मोदी को मां की गाली दे दी। हालांकि, पुलिस जांच में ये बात भी सामने आई कि गाली देने वाला ना तो बीजेपी का कार्यकर्ता था और ना ही कांग्रेस या राष्ट्रीय जनता दल का। इस मामले को लेकर पटना हो या फिर दिल्ली, या फिर देश के अन्य हिस्से। बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। कई जगह कांग्रेस के कार्यालयों पर हमले की खबर भी सामने आई है। वहीं, इसके विपरीत वोट चोर गद्दी छोड़ का नारा अब घर घर पहुंचने लगा है। कारण ये है कि मतदाता सूची में लोगों के नाम जोड़े तो जाते हैं, लेकिन लाखों की संख्या में काटे जाने का मामला भी पहली बार सामने बिहार में एसआईआर के दौरान ही आया। ऐसे में सवाल ये उठता है कि सत्ताधारी पार्टी के लोगों को ऐसी हरकतों की क्या जरूरत है। वे अपने काम गिनाएं और उस आधार पर विपक्ष के हमलों का जवाब दें। बताएं कि 11 साल में केंद्र के संस्थानों में कितने पद खाली थे और कितनों को रोजगार मिला। कितने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के पद भरे गए, कितने खाली हैं। महंगाई को रोकने के लिए क्या किया। रूस से सस्ता तेल खरीदने के बाद भी देश में पेट्रोल के दाम कम क्यों नहीं हुए और इस तेल को दूसरे देशों में बेचने में किस पूंजीपति को लाभ पहुंचाया गया। स्वास्थ्य सेवाओं में क्या सुविधा दी जा रही है। शिक्षा, गरीबी आदि विषय पर सरकार क्या कर रही है। जब ऐसे सवालों का जवाब नहीं होता तो फिर एक ही रास्ता होता है। पंगा करो, झगड़ा करो। घुसपैठियों की बात करो, लेकिन ये नहीं बताओ की सीमा की सुरक्षा केंद्र सरकार की है, तो घुसपैठए भार में घुसने के लिए कौन जिम्मेदार है। सवाल बहुत हैं, लेकिन जो हो रहा है, वह सही नहीं हो रहा है। क्योंकि सरकार का काम शांति कायम करने का होता है, ना कि तनाव पैदा करने का। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने आरोप लगाया कि आज भारतीय जनता पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने असामाजिक तत्वों के साथ मिल कर दोपहर साढ़े तीन बजे के करीब देहरादून में कांग्रेस के राजपुर रोड स्थित मुख्यालय राजीव भवन पर लाठी डंडों के साथ हल्ला बोल दिया। भाजपाइयों के इस प्रदर्शन की खबर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पहले से ही थी। सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि कांग्रेस इस संबंध में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ को पत्र लिख कर आगाह कर चुकी थी कि भाजपा देहरादून के प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पटना जैसी घटना को दोहरा सकते हैं। इसलिए उनको कांग्रेस मुख्यालय आने से रोका जाए। इसके बावजूद भारी पुलिस बंदोबस्त के बावजूद भाजपा के कार्यकर्ताओं का एक बड़ा जत्था परेड ग्राउंड से कांग्रेस व राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय तक पहुंच गया। इस पर हमारा कहना है कि वैसे किसी मुद्दे पर विपक्ष सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन करता है। यहां पर उलटा हो गया। कानून व्यवस्था को दुरस्त करने की जिम्मेदारी सत्ताधारी पार्टी की होती है। यदि उनके ही कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर विपक्ष को ललकारेंगे तो इसे क्या कहोगे। ये सवाल खबर पढ़ने वालों के लिए है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीजेपी कार्यकर्ताओं के देख कर कांग्रेस मुख्यालय में उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में गेट पर पहुंच कर उनके विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। इस दौरान वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे से वातावरण गूंज उठा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के गेट पर पहुंचते ही पुलिस अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए और वे दोनों ओर से कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास करने लगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सिटी मैजिस्ट्रेट व एसपी सिटी ने प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना से आग्रह किया कि वे अपने कार्यकर्ताओं को वापस मुख्यालय ले जाएं। इस पर धस्माना ने नाराजगी जाहिर करते हुए एसपी सिटी व सिटी मैजिस्ट्रेट को उनकी ओर से डीजीपी को भेजी गई चिट्ठी दिखाते हुए कहा कि पूर्व सूचना के बावजूद भाजपाई कैसे हमारे मुख्यालय पहुंच गए? उन्होंने कहा कि पहले भाजपा कार्यकर्ताओं को वापस भेजा जाए या गिरफ्तार किया जाए। तभी हम भी वापस जाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आरोप है कि इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं के साथ गाली गलौच की। काफी देर धक्का मुक्की के बाद भाजपा कार्यकर्ता थक हार कर वापस चले गए। उनके जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता सूर्यकांत धस्माना व महानगर अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी के साथ पार्टी मुख्यालय गेट से अंदर आ गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस दौरान पलटवार के रूप में प्रदर्शन करने वालों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ताहिर अली, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह, श्रम प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश कौशल, आयुष गुप्ता, रॉबिन त्यागी, अर्जुन पासी, ललित भद्री, गरिमा माहरा दसौनी, डॉक्टर प्रतिमा सिंह, सुजाता पॉल, सुशीला शर्मा, मोहन काला, गुल मोहम्मद, पिया थापा, आशा मनोरमा शर्मा, नजमा खान, उदयवीर पुंडीर, धर्मपाल घाघट, करण घाघट, विशाल मौर्य, फारुक, पुनीत चौधरी मुख्य रूप से शामिल रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शन के पश्चात कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे से घबराई भारतीय जनता पार्टी ने नेता विपक्ष राहुल गांधी की रैली के बाद अपने टूल किट के साथी को राहुल गांधी की रैली के मंच पर चढ़ा दिया। उससे जानबूझ कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय माता के खिलाफ अपशब्द बुलवाए गए। इसका मकसद पूरे देश का ध्यान वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे से भटकाना था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता धस्माना ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय माता के साथ साथ देश व दुनिया की हर नारी का सम्मान करते हैं और उनके प्रति किसी भी प्रकार की आबादी भाषा का तो सवाल ही नहीं उठता। धस्माना ने कहा कि वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान पूरे उत्तराखंड में हर जिले हर विधान सभा हर ब्लॉक में चलाया जाएगा।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।