झूठ का पुलिंदा है बीजेपी, हर झूठ की खुल रही पोल, अब ओबीसी समाज ने भी खोला मोर्चा, 2024 में जनता देगी सजाः लालचंद शर्मा
उत्तराखंड में देहरादून महानगर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर पूरी बीजेपी को ही झूठ का पुलिंदा करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर जिस तरह से झूठ फैलाए जा रहे हैं, उससे साफ है कि बीजेपी डरी हुई है। उन्होंने कहा कि सूरत कोर्ट से वर्ष 2019 के भाषण पर राहुल गांधीजी के खिलाफ फैसला आने पर बीजेपी ने पूरे देशभर में ये प्रचारित कर दिया कि राहुल गांधीजी ने ओबीसी का अपमान किया। ये झूठ और जातिगत कार्ड भी बीजेपी का नहीं चला। अब उल्टे ओबीसी समाज ने ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लीगल नोटिस भेजा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जितनी बार फैलाया झूठ, राहुलजी की छवि और निखरी
लालचंद शर्मा ने कहा कि जितनी बार प्रधानमंत्री से लेकर बीजेपी तंत्र ने झूठ फैलाया, उतनी बार ही राहुल गांधीजी की छवि और निखरी है। क्योंकि वह सत्य के साथ खड़े हैं। वह जो बोलते हैं, उसे लोग बाद में महसूस करते हैं। यदि राहुल गांधीजी ने अडानी और मोदीजी के रिश्ते के संबंध में सवाल किए तो उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं दिया गया। उनके खिलाफ गलत मुकदमें में हुए फैसले को लेकर कार्यवाही की गई। उनकी लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई। साथ ही उनको आवास खाली करने का नोटिस दिया गया। इसके बावजूद राहुल जी के साथ ही पूरी कांग्रेस बीजेपी, आरएसएस से डरने वाली नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अब ओबीसी समाज ने भी खोला मोर्चा
लालचंद शर्मा ने कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लीगल नोटिस जारी किया गया है। ये लीगल नोटिस ओबीसी महासभा की ओर से जेपी नड्डा को भेजा गया है। बीते 24 मार्च को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ट्विट कर कहा था कि राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा और समझ बहुत छोटी है, अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने पूरे OBC समाज का अपमान किया, उन्हें चोर कहा…, लगातार ओबीसी समाज की भावना को ठेस पहुंचाई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लालचंद शर्मा ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के झूठ की पोल भी ओबीसी महासभा की ओर से भेजे गए नोटिस से खुल गई है। ओबीसी समाज ने कहा कि जेपी नड्डा ने लगातार ओबीसी समाज की भावना को ठेस पहुंचाई है। ओबीसी महासभा के कोर कमेटी के मेंबर धर्मेंद्र कुशवाह की ओर से ये नोटिस भाजाप अध्यक्ष को पहुंचाया गया है। नोटिस में ये भी कहा गया है कि, अगर तय समयावधि में नड्डा ओबीसी समाज से माफी नहीं मांगते तो उनके खिलाफ कोर्ट में मानहनि का मुकदमा दायर किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लालचंद शर्मा ने कहा कि राहुल गांधीजी ने वर्ष 2019 में जो बयान दिया था, उसमें उन्होंने ओबीसी समाज की बात नहीं की। उन्होंने तो सारे चोरों की बात की थी। साथ ही कहा था कि इन चोरों के सरनेम एक जैसे कैसे हैं। उन्होंने जब किसी समाज विशेष पर हमला ही नहीं बोला तो जनता भी समझ रही है कि बीजेपी का मकसद देश को धर्म और जाति के आधार पर बांटकर राज करना है। वहीं, कांग्रेस सभी धर्म और जातियों का सम्मान करती है। इनसब की एकता के बगैर भारत की कल्पना नहीं की जा सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस तरह फैलाए गए झूठ
लालचंद शर्मा ने कहा कि बीजेपी ने राहुल गांधीजी की कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक की यात्रा के दौरान सैकड़ों झूठ फैलाए। हर बार बीजेपी की मुंह की खानी पड़ी। पहला झूठ ये था कि-भारत जोड़ो यात्रा में कंटेनर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। वहीं, सच ये था कि- भारत जोड़ो यात्रा के कंटेनर में केवल बुनियादी सुविधाएं हैं और एक कंटेनर में 12 लोग एक साथ रह रहे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दूसरा झूठ
उन्होंने कहा कि इसी तरह दूसरा झूठ स्मृति ईरानी ने फैलाया। बात बात पर पहले महंगाई को लेकर सिलेंडर के साथ सड़क पर बैठने वाली स्मृति को अब महंगाई नजर नहीं आती है। उन्होंने झूठ फलाया कि राहुल गांधी ने यात्रा शुरू करते हुए कन्याकुमारी से स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा को नमन नहीं किया। वहीं, सच ये है कि राहुल गांधी जी यात्रा की शुरुआत में ही वहां पहुंचे और स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा को नमन किया। इसकी तस्वीर और वीडियो कांग्रेस ने जारी भी की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीजेपी का तीसरा झूठ
लालचंद शर्मा ने बताया कि बीजेपी का तीसरा झूठ आईटी सेल की ओर से फैलाया गया। इसमें कहा गया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी जी प्रेस और मीडिया से नहीं मिलते, जन सभाएं नहीं करते हैं। वहीं, सच ये है कि राहुल गांधी जी ने यात्रा के दौरान कई प्रेसवार्ता की हैं और खुलकर सभी सवालों के जवाब भी दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चौथा झूठ
इसी तरह झूठ फैलाया गया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दक्षिण भारत में राहुल गांधी जी सिर्फ चर्च में गए। वहीं, सच ये है कि यात्रा के दौरान राहुल जी थुरवूर मंदिर, श्रीकंटेश्वर मंदिर, सुत्तूर मठ, गजानन महराज मंदिर, महाराष्ट्र के यादगारी बाबा जोरावर व फतेह सिंह जी समेत हर उस जगह गए, जहां लोगों की आस्था है। ये जानकारी भी दिसंबर 2022 की है। इसके बाद भी वह यात्रा के दौरान हर धर्म और आस्था से जुड़े स्थानों पर गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पांचवा झूठ
कांग्रेस महानगर देहरादून के पूर्व अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि झूठ ये भी फैलाया गया कि भारत जोड़ो यात्रा में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगे। सच ये है कि BJP के द्वारा ‘कांग्रेस जिंदाबाद’ के नारों को पाकिस्तान जिंदाबाद बनाकर सोशल मीडिया में चलाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अन्य झूठ
उन्होंने कहा कि बीजेपी के आईटी सेल ने झूठ फैलाया कि राहुल गांधी जी ने मां नर्मदा की आरती उल्टी की। सच ये है कि राहुल गांधी ने मां नर्मदा जी की आरती, बिल्कुल सही तरीके से की थी। झूठ से भी फैलाया गया कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाली लड़की से गले मिले राहुल गांधी? सच ये है कि राहुल गांधी के साथ दिखने वाली लड़की पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाली अमूल्या लियोना नहीं, बल्कि केरल की स्टूडेंट यूनियन लीडर मिवा आंद्रेलियो थीं। इसी तरह झूठ फैलाया गया कि भारत जोड़ो यात्रियों ने यात्रा के दौरान शराब पी। सच ये है कि यात्रा के दौरान राहुल गांधी जी यात्रियों के साथ केरल की एक चाय की दुकान पर चाय पीने के लिए रुके थे। इसी तरह झूठ बोला गया कि राहुल गांधी जी के जूते का फीता पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने बांधा। सच ये था कि यात्रा में भंवर जितेंद्र सिंह जी अपने जूते का फीता बांध रहे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम मोदी के झूठ
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का कटाक्ष-झूठ बोलो, बार बार झूठ बोले, उन पर ही लागू होता है। यदि हमें पीएम नरेंद्र मोदी के झूठ को गिनाने लगें तो लिस्ट काफी लंबी हो जाएगी। ऐसे में उनके हाल ही के झूठ पर चर्चा करना जरूरी हो जाता है। क्योंकि पीएम मोदी को खुद ही पता नहीं होता है वह क्या बोल रहे हैं। अब जनता समझदार हो चुकी है। उनके झूठ को पकड़ रही है। पहले भी वह दो करोड़ रोजगार और हर खाते में 15 लाख का झूठ बोल चुके हैं। इसी तरह कालाधान वापस लाने की बात भी झूठी साबित हुए। अब इन दिनों वह भाषणों में हर दिन नया झूठ बोलते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पहला झूठ
लालचंद शर्मा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी का कहना है कि चीन अपनी जीडीपी का 20 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करता है, लेकिन भारत सरकार नहीं। हकीकत यह है कि चीन अपनी जीडीपी का महज 3.93 प्रतिशत ही शिक्षा पर खर्च करता है। वहीं भारत में एनडीए सरकार के कार्यकाल में शिक्षा पर 1.6 प्रतिशत खर्च हुआ और यूपीए के कार्यकाल में सालाना जीडीपी का 4.04 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दूसरा झूठ
पीएम मोदी ने सभा भारतीय इतिहास से बिहार के गौरव का उदाहरण बखान करते हुए बताया कि सिकंदर महान को गंगा नदी के तट पर बिहारियों ने हराया था। सच ये है कि सिकंदर महान 326 ई.पू. तक्षशिला से होते हुए से पुरु के राज्य की तरफ बढ़ा, जो झेलम और चेनाब नदी के बीच बसा हुआ था। राजा पुरु से हुए घोर युद्ध के बाद वह व्यास नदी तक पहुंचा, परन्तु वहां से उसे वापस लौटना पड़ा। उसके सैनिक मगध (वर्तमान बिहार) के नन्द शासक की विशाल सेना का सामना करने को तैयार न थे। इस तरह से सिकंदर पंजाब से ही वापस लौट गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तीसरा झूठ
मोदी ने बिहार के गौरवशाली इतिहास का बखान करते हुए कहा कि विश्व प्रसिद्ध तक्षशिला या टेक्सिला विश्वविद्यालय बिहार में था। सच ये है कि तक्षशिला प्राचीन भारत में शिक्षा का प्रमुख केन्द्र था। तक्षशिला वर्तमान समय में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रावलपिंडी जिले की एक तहसील है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अन्य झूठ
पीएम मोदी ने ये भी कहा था कि एनडीए की कार्यकाल में भारत की विकास दर 8.4 प्रतिशत थी। वहीं, सच ये है कि एनडीए के कार्यकाल में भारत की विकास दर मात्र 6 प्रतिशत थी। इसी तरह उन्होंने कहा कि गुजरात में देश में सबसे अधिक विदेशी पूंजी निवेश होता है। वहीं, आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2000 से 2011 तक गुजरात में 7.2 बिलियन डॉलर का विदेशी पूंजी निवेश हुआ है, जबकि इसी अवधि में महाराष्ट्र में 45.8 बिलियन डॉलर और दिल्ली में 26 बिलियन डॉलर का विदेशी पूंजी निवेश हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम मोदी ने ये भी कहा था कि नर्मदा पर बांध बनने पर लोगों को मुफ्त बिजली मिलेगी। अब तक कभी ऐसा नहीं हुआ है कि किसी प्रदेश में नदियों पर बांध बनने से मुफ्त में लोगों को बिजली मिली हो। राष्ट्रीय बिजली नियामक आयोग के अनुसार बिजली के लिए पैसा देना ही होगा। यही नहीं, एक बड़े अखबार के इंटरव्यू के बाद एक और ‘झूठ’ सुर्खियों में आया था, जिसमें मोदी ने कहा था कि सरदार पटेल की अंत्येष्टि में पंडित नेहरू शामिल नहीं हुए थे। हालांकि इस अखबार ने ही इस बात का खंडन कर दिया कि मोदी ने ऐसा कुछ नहीं कहा था।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।