काशीपुर में कूड़ा निस्तारण में बड़ा कदम, शहरी विकास मंत्री ने अनुमोदित की परियोजना की राशि, जानिए क्या करेंगे
उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने नगर निगम काशीपुर में लिगसी वेस्ट परियोजना के लिए लगभग तीन करोड़ 40 लाख रुपए की धनराशि को अपना अनुमोदन प्रदान किया है। अनुमोदन के बाद अब उधमसिंह नगर जिले की काशीपुर नगर निगम डंप कूड़ा निस्तारण कर स्वच्छ नगर निगम की दिशा में अग्रसर होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम काशीपुर में उच्च कोटि की सफाई व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए तथा पूर्ण रूप से कूड़ा निस्तारण के लिए लिगेसी वेस्ट परियोजना तैयार है। जिसकी अनुमानित लागत करीब 3 करोड़ 40 लाख रुपए है, जिसे उन्होंने अपना अनुमोदन प्रदान किया है। डॉ अग्रवाल ने बताया कि काशीपुर नगर निगम क्षेत्र में डंप कूड़ा निस्तारण में अहम भूमिका निभाएगा तथा स्थानीय स्तर पर स्वच्छ नगर निगम हेतु महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लीगेसी वेस्ट उपसाइट के निस्तारण का महत्व
-सर्वप्रथम लीगेसी वेस्ट डंपसाइट के निस्तारण से अतिरिक्त भूमि की प्राप्ति होगी, जो विभिन्न उपयोग में लायी जा सकती है।
– लीगेसी वेस्ट डंपसाइट के निस्तारण से मृदा प्रदूषण की रोकथाम होगी एवं आस पास की भूमि / मिटटी की गुणवता में सुधार होगा, विशेषकर कृषि भूमि की उत्पादकता में सुधार होगा।
-लीगेसी वेस्ट उपसाइट के निस्तारण से अपशिष्ट से निकलने वाले लीचेट के कारण होने वाले जल (भूमिगत जल, सतही जल) प्रदूषण में कमी आयेगी एवं जल गुणवत्ता सुधरेगी।
-लीगेसी वेस्ट डंपसाइट के निस्तारण से अपशिष्ट से निकलने वाली हानिकारक गैसों जैसे मीथेन आदि के स्राव की रोकथाम होगी और वायु प्रदूषण में कमी होगी।
– लीगेसी वेस्ट डंपसाइट के निस्तारण से अपशिष्ट के ढेर पर मंडराने वाले मक्खियों, पक्षियों के कारण फैलने वाले रोग एवं खतरों से बचाव होगा, खासकर एयरपोर्ट के आस पास होने खतरों में कमी आयेगी ।
-लीगेसी वेस्ट के डंपसाइट के निस्तारण से आस पास के वातावरण की गुणवता में सुधार होगा और आस पास निवासियों को दुर्गंध जैसी असुविधा से निजात मिलेगी एवं अपशिष्ट के कारण होने वाले रोगों से बचाव होगा।
-लीगेसी वेस्ट के निस्तारण से डंपसाइट पर पड़े अपशिष्ट पर आग की घटनाओं पर रोक लगेगी एवं वायु प्रदूषण पर नियंत्रण होगा, साथ ही विभिन्न श्वास संबंधी बीमारियों से बचाव होगा।
-लीगेसी वेस्ट के निस्तारण से आस पास की जैव-विविधता (जैस जीव-जन्तुओं, स्थलीय जीव, जलीय जीवों एवं पेड़-पौधों) का संरक्षण होगा।
-लीगेसी वेस्ट के निस्तारण से राजस्व की प्राप्ति भी होगी।
-लीगेसी वेस्ट के निस्तारण के फलस्वरुप अपशिष्ट के नोन रिसाइक्लेबल ज्वलनशील घटकों जैसे प्लास्टिक आदि से आरडीएफ तैयार किया जाता है, जो सीमेण्ट व थर्मल पावर प्लांट में ऊर्जा के स्रोत के रूप में प्रयोग किये जा सकते हैं जिससे एक ओर राजस्व की प्राप्ति होगी। वहीं दूसरी ओर परम्परागत ऊर्जा स्रोत जैसे कोयले आदि की खपत में कमी आयेगी तथा इस प्रकार लीगेसी वेस्ट के निस्तारण से पर्यावरण सुरक्षित होगा।
-लीगेसी वेस्ट के निस्तारण से प्राप्त अन्य रिसाइक्लेबल सामग्री जैसे मेटल आदि से भी राजस्व की प्राप्ति होगी।
-लीगेसी वेस्ट के निस्तारण के उपरांत प्राप्त भूमि पर ग्रीन बेल्ट या पार्क आदि का भी निर्माण किया जा सकता है, जिससे पर्यावरण के संवर्धन एवं संरक्षण में मदद मिलेगी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।