उत्तराखंड एसटीएफ की बड़ी कसरत, यूकेएसएसएससी पेपर लीक गिरोह के दो और सदस्यों की संपत्ति का आंकलन पूरा
उत्तराखंड एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ की ओर से इस गिरोह के 24 सदस्यों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट में विवेचना की जा रही है। इसमें अभियुक्तों की चल अचल सम्पत्ति को भी गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत सीज करने की कार्यवाही भी की जा रही है। अभी तक इस गैंग के सदस्य हाकम सिंह की संपत्ति का आंकलन कर जब्तिकरण की कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी देहरादून को प्रेषित की गई थी। जहां पर कार्यवाही प्रचलित है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि अब एसटीएफ ने इस गैंग के दो अन्य सदस्यों चंदन सिंह मनराल और अंकित रमोला की भी सम्पत्ति का आंकलन पूरा कर लिया है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करते हुए जिलाधिकारी देहरादून को जब्तीकरण के लिए प्रेषित की गई है। उन्होंने बताया कि गैंगस्टर अधिनियम की धारा-14 के तहत अभियुक्तों की अवैध संपत्ति को जिलाधिकारी की ओर से जब्त किये जाने का प्रावधान है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी क्रम में आज एसटीएफ की विवेचना टीम ने अभियुक्त चन्दन मनराल पुत्र स्व झगड सिंह निवासी रामनगर, नैनीताल एवं अंकित रमोला पुत्र दीपक रमोला निवासी ग्राम सुनहरा पोस्ट ऑफिस नौगांव तहसील बड़कोट थाना पुरोला जिला उत्तरकाशी के विरूद्ध अवैध सम्पत्ति की जॉंच की। इसमें पाया कि अभियुक्त चन्दन मनराल ने वर्ष 2015 से अब तक परिक्षाओं की धांधली से लगभग 102716508 रूपये (दस करोड़ सत्ताइस लाख, सोलह हजार पांच सौ आठ रुपए) की अवैध संपत्ति अर्जित की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि अवैध आय से चन्दन मनराल की ओर से अपने व अपने परिजनों के नाम पर 21 छोटे बडे वाहनों की खरीद फरोख्त की गई। इसमें 16 टैक्सी–ट्रेवलर वाहन, 01 जेसीबी, 01 स्कॉरपियो, 03 दुपहियां वाहन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त रामनगर के आस-पास अचल सम्पत्ति एवं एक स्टोन क्रेशर भी परीक्षा दलाली के धंधे से खरीदा जाना प्रकाश में आया है। चन्दन मनराल एवं उसके परिजनों के विभिन्न बैंकों में दिनांक 03-09-2022 तक जमा धनराशि को भी होल्ड कराया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस गिरोह के दूसरे सदस्य अभियुक्त अंकित रमोला की संपत्ति की जांच करने में पाया कि उसने भी इस परीक्षा दलाली में 4000000 रूपये (चालीस लाख रूपए) की अवैध सम्पत्ति जुटाई है। इसमें से उसके द्वारा ग्राम विणंगघेरा, तल्ला पुरोला उत्तरकाशी में 03 अचल सम्पत्तियां क्रय की गई है। इसके अलावा विभिन्न बैंकों में अंकित रमोला के नाम पर जमा धनराशि लगभग 15,00000/-रूपये पाई गई हैं। जिनको भी फ्रिज कराया गया है। इससे पूर्व हाकम सिंह की सम्पत्ति के जब्तीकरण का मामला जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में विचाराधीन है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ ने ये भी बताया गया की इस गैंग के हर सदस्य के विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए एसटीएफ की ओर से हर पहलू पर गहनता से विवेचना की जा रही है। न्यायालयों में प्रभावी पैरवी भी की जा रही है। शेष अभियुक्तों की चल अचल सम्पत्ति का भी आंकलन कर शीघ्र जब्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ ने अपील की है कि कोई भी व्यक्ति अगर इस परीक्षा गिरोह के किसी भी सदस्य की संपत्ति के बारे में जानकारी रखता हो तो उसकी सूचना एसटीएफ को किसी भी माध्यम से भेज सकता है। उसका नाम पता गोपनीय रखा जायेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
गौरतलब है कि बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सीएम को शिकायत की गई थी। उन्होंने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चार और पांच दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच एसटीएफ को सौंपी थी। परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में सबसे पहले उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने छह युवकों को गिरफ्तार किया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मामले में एक आरोपी से 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ। जो उसके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था। इस मामले में अब तक कुल 43 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसमें बीजेपी नेता भी शामिल है, जिसे पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। परीक्षा भर्ती मामले में अब तक कुल 94.79 लाख कैश बरामद किया है। इसी मामले में दो दर्जन से ज्यादा बैंक अकाउंट फ्रीज लिए जा चुके हैं। जिसमे करीब तीस लाख की राशि जमा है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।