धार्मिक उन्माद के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए सात दिवसीय यात्रा पर निकली भैरव सेना
देश भर में चल रहे धार्मिक उन्माद, भड़काऊ बयानबाजी, एक ही संप्रदाय के लोगों को निशाना बनाने वालों के खिलाफ भैरव सेना के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उत्तराखंड में सात दिवसीय यात्रा आरंभ कर दी है। इस जत्थे में शामिल सेना के कार्यकर्ता लोगों को ऐसे धार्मिक उन्माद के खिलाफ जागरूक करेंगे। आज सुबह सात बजे देहरादून के गांधी पार्क में भैरवसेना के वरिष्ठ पदाधिकारियों के जत्थे को सेना के संरक्षक एवं पूर्व आयुक्त गढ़वाल मंडल सुरेंद्र सिंह पांगती ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस प्रदेशव्यापी जनजागरण अभियान के जत्थे का नेतृत्व सेना के अध्यक्ष संदीप खत्री कर रहे हैं।इस मौके पर सुरेन्द्र सिंह पाँगती ने कहा कि 1916 में अंग्रेजों ने सनातन धर्म को पाठ्यक्रम में जोड़ा और उसकी अनिवार्यता को समझा। उन्होंने युवाओं को वो पुस्तक भी दिखाई और कहा आज समय आ गया कि युवा असली हिंदुत्व व उन्मादी हिंदुत्व के बीच लाइन को समझे। आज सत्ता के भूखे भेड़ियों ने हिंदुत्व को बदनाम करते हुए मुसलमानों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी को एक हथियार बनाकर वोटों की फसल उगाने का काम किया है।
इस मौके में यात्रा समन्वयक पीसी थपलियाल ने जोर देकर कहा कि उत्तराखंड को फिर से विश्व के अध्यात्म का केंद्र बनाना होगा। यहां की आध्यात्मिक शक्ति को जन जन तक विश्व कल्याण, मानव कल्याण की परिभाषा को परिभाषित करना होगा। इस मौके पर जय बद्री जय जागेश्वर व जय केदार जय बागेश्वर के उद्घोष के साथ यात्रा को रवाना किया गया। यात्रा का अगला पड़ाव ऋषिकेश देवप्रयाग व श्रीनगर होगा। 7 दिवसीय इस यात्रा का मुख्य लक्ष्य युवाओं के बीच सनातन धर्म की महत्ता को बताते हुए हिंदुत्व को समृद्धि प्रदान करना होगा। दल में अजय भट्ट, हरीश डिमरी भी शामिल हैं।




