उत्तराखंडः आयुर्वेदिक चिकित्सकों की प्रदेशव्यापी कार्यबहिष्कार की चेतावनी, निदेशक को लेकर फिर से लड़ाई शुरू
उत्तराखंड में आयुर्वेद विभाग में निदेशक पद की लड़ाई फिर शुरू हो गई है। आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ ने चिकित्सा शिक्षा संवर्ग से निदेशक बनाने का विरोध शुरू कर दिया है। संघ ने चिकित्सक संवर्ग के इतर अन्य किसी संवर्ग से निदेशक बनाने पर प्रदेशव्यापी कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है।
आयुर्वेद विभाग में लंबे समय से चिकित्सा शिक्षा संवर्ग से निदेशक रहा है। डॉक्टरों के लंबे संघर्ष के बाद आयुर्वेद चिकित्सक डा. वाईएस रावत को निदेशक बनाया गया। डा. रावत अगले कुछ दिन में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। संगठन फिर से संवर्ग का ही निदेशक बनाने की मांग कर रहा है।
आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ के प्रांतीय महासचिव डा. हरदेव सिंह रावत ने बताया कि अब फिर से चिकित्सा शिक्षा संवर्ग से निदेशक बनाने की गुपचुप तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि यदि चिकित्सक संवर्ग के इतर किसी अन्य संवर्ग से निदेशक की नियुक्ति की गई तो आयुर्वेदिक चिकित्सक सभी 13 जिलों में कार्यबहिष्कार कर धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने सभी चिकित्सकों का आंदोलन के लिए तैयार रहने का आहृान किया है। उन्होंने कहा कि हमें कई लड़ाई लड़नी है। पेंशन की लड़ाई भी लड़नी है। सबसे पहले निदेशक पद पर आयुर्वेदिक संवर्ग के ही व्यक्ति को बैठाने की लड़ाई लड़नी होगी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।