आखिरकार पीएम मोदी के भाषण में निकल ही गया अडानी और अंबानी का नाम, विपक्ष के चक्रव्यूह में खुद फंसे
अभी तक कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित अन्य कई विपक्षी नेता पीएम नरेंद्र मोदी के अडानी और अंबानी के साथ संबंध को लेकर उनकी घेराबंदी करते रहे हैं। करीब पांच साल से ऐसा ही हो रहा था। इसका खामियाजा राहुल गांधी को एक बार संसद सदस्यता गंवानी पड़ी। अडानी बोलने वाले आप सांसद संजय सिंह जेल गए। टीएमसी नेत्री महुआ मोइत्रा को भी अपनी सांसदी गंवानी पड़ी। विपक्ष पीएम मोदी से अडानी और अंबानी को लेकर सवाल पूछता रहा। आज अचानक पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर अडानी और अंबानी को लेकर पलटवार किया। वहीं, इस कोशिश में वह खुद ही घिर गए। यानि कि कांग्रेस अबकी बार के चुनाव में अपनी ही पिच पर बल्लेबाजी के लिए पीएम को मजबूर कर रही है। इस बार वह जो भी बयान दे रहे हैं, उसमें खुद ही घिरते जा रहे हैं। ऐसे में वह बार बार बयान बदल रहे हैं, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पा रही है। वहीं, सोशल मीडिया में लोग लिख रहे हैं कि पीएम मोदी ने फिर से नया झूठ बोल दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये बोले पीएम मोदी
तेलंगाना के करीमनगर में पीएम मोदी ने बुधवार को चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस से प्रश्न पूछा कि आखिर लोकसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद अंबानी और अदाणी का नाम लेना क्यों बंद कर दिया? पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को चुनाव के लिए उन उद्योगपतियों से कितना धन ‘प्राप्त’ हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शहजादे पिछले 5 साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरू करते थे। जबसे उनका राफेल वाला ग्राउंडेड हो गया। तब से उन्होंने एक नई माला जपना शुरू किया। 5 साल से एक ही माला जपते थे। पांच उद्योगपति, फिर धीरे-धीरे कहने लगे ‘अंबानी’, ‘अदाणी’। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम मोदी ने कहा, लेकिन जब से चुनाव घोषित हुआ है। इन्होंने अंबानी, अदाणी को गाली देना बंद कर दिया है। मैं आज तेलंगाना की धरती से पूछना चाहता हूं? कांग्रेस के शहजादे से पूछना चाहता हूं कि उन्हें अदाणी, अंबानी से कितना माल मिला है? कालाधन के बोरे भर के रुपए मारे हैं? क्या सौदा हुआ है कि आपने रातों-रात अंबानी, अदाणी को गाली देना बंद कर दिया। जरूर दाल में कुछ काला है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम के भाषण के निकाले जा रहे कई अर्थ
इस मामले में पीएम मोदी खुद अपने बयान में फंसते नजर आ रहे हैं। अब सोशल मीडिया में विपक्षी नेताओं सहित आम लोग भी कह रहे हैं कि पीएम ने खुद मान लिया कि अडानी और अंबानी पर काला धान है। क्योंकि उन्होंने ही कहा कि इनसे कितना माल मिला है। कालाधन बोरों में भरकर लिया है। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि पीएम तो काला धन पर अंकुश लगाने की बात करते थे। यदि काला धान कांग्रेस को दिया जा रहा था तो वह चुपचाप तमाशा क्यों देख रहे हैं। ईडी और सीबीआई क्या कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, अब लोग राहुल गांधी के कल के ही बयान के साथ ही उनके अन्य बयानों को भी पीएम के बयान के साथ जारी कर रहे हैं, जिसमें राहुल ने अडानी का नाम लिया है। या भी अंबानी का। वहीं, कई लोग ये कहने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं कि बीजेपी की हार तय देखते हुए अब पीएम मोदी के मित्रों ने भी उनका साथ छोड़ दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
खड़गे बोले- दोस्त दोस्त ना रहा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अडानी-अंबानी वाले बयान पर पलटवार किया है। खड़गे ने ट्वीट कर कहा, वक्त बदल रहा है. दोस्त दोस्त ना रहा…! तीन चरणों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद आज प्रधानमंत्री जी अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं। इससे पता चल रहा है कि मोदी जी की कुर्सी डगमगा रही है। यही परिणाम के असली रुझान हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रियंका गांधी ने भी लिया आड़े हाथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीमगंज में दिए भाषण के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने कहा कि राहुल गांधी आज अडानी का नाम नहीं ले रहे हैं। सच्चाई तो ये है कि राहुल गांधी हर दिन अडानी को लेकर बात करते हैं। वो रोज अडानी की सच्चाई जनता के सामने लेकर आते हैं। उनका खुलासा करते हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने जनता के बीच ये भी कहा कि राहुल गांधी आपको रोज बताते हैं कि नरेंद्र मोदी की बड़े-बड़े उद्योगपतियों से साठ-गांठ हैं। नरेंद्र मोदी ने तो अपने मित्रों के 16 लाख करोड़ रुपयों को माफ कर दिया, लेकिन किसानों का एक रुपय भी माफ नहीं किया गया। नरेंद्र मोदी इस बात का जवाब दें।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।