अशोक गहलोत को सोनिया की दो टूक-किसी का नहीं लेंगी पक्ष, दिग्विजय सिंह बोले-मैं भी रेस में हूं
कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए अगले माह की 17 तारीख को मतदान होगा। यदि मतदान होता है तो 22 साल बाद इस पद के लिए कड़ा मुकाबला हो सकता है। असल में 22 साल पहले कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए वर्तमान पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और जितेंद्र प्रसाद के बीच भी कुछ ऐसा ही मुकाबला देखने को मिला था।अभी तक अध्यक्ष पद के लिए सांसद शशि थरूर और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के नाम सामने आ रहे थे। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी खुद को अध्यक्ष की रेस में बताकर मुकाबले को और रोचक बना दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के अध्यक्ष बनने की स्थिति में माना जा रहा है कि उन्हें सीएम का पद छोड़ना पड़ सकता है। ऐसे में वह सीएम की कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। उनका प्रयास है कि यदि वह अध्यक्ष चुने जाते हैं तो कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कार्य करेंगे। साथ ही राजस्थान के सीएम भी बने रहेंगे। वहीं, गहलोत के बाद राजस्थान में दूसरे नंबर के नेता सचिन पायलट का साफ कहना है कि पार्टी में अब एक व्यक्ति और एक पद की परंपरा है। सचिन आज बुधवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो गए। वहीं गहलोत ने कहा कि वह पहले राहुल गांधी को अध्यक्ष के लिए मनाएंगे। यदि नहीं माने तब चुनाव लड़ेंगे। गहलौत ने आज कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हालांकि, सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार इस मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी ने ये साफ कर दिया है कि वो पार्टी अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव में किसी भी नेता विशेष का पक्ष नहीं लेंगी। खास बात ये है कि अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले कल देर रात पार्टी विधायकों की एक मीटिंग की थी। उन्हें बताया था कि वो कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन करने जा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में गहलोत ने विधायकों से कहा कि पहले वह राहुल गांधी को चुनाव लड़ने के लिए मनाएंगे और अगर वो नहीं माने तो खुद नामांकन करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अब अशोक गहलोत फ्लाइट से केरल जाएंगे। जहां राहुल गांधी पदयात्रा कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि गहलोत ने कहा कि वह वहां राहुल गांधी को चुनाव लड़ने के लिए अंतिम बार मनाने की कोशिश करेंगे, अगर वो नहीं माने तो खुद दिल्ली आकर नामांकन करेंगे। गहलोत ने कहा कि पार्टी आलाकमान जैसा कहेगा, वैसा करेंगे। उन्होंने कहा कि वो पार्टी के वफादार सिपाही हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उधर, कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले कई कांग्रेसी नेता इस पद के लिए खुदको रेस में बता रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एनडीटीवी से बात करते हुए इस पद के लिए अपने नाम को भी शामिल किए जाने का इशारा किया है। उन्होंने कहा कि आप मुझे इस रेस बाहर क्यों रख रहे हैं। खास बात ये है कि दिग्विजय सिंह से पहले अशोक गहलोत और शशि थरूर भी इस पद के लिए खुद को दावेदार बताया है। कांग्रेस ने इसी साल उदयपुर में हुए बैठक में “एक व्यक्ति एक पद” के नियम को लागू करने का तय किया था। वहीं, गहलोत ने एक साथ तीन जिम्मेदारियां निभाने की बात कहकर ये साफ कर दिया है कि वो राजस्थान सीएम पद को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




