मौत के बाद भी चुनाव जीत गई आशिया, मतदाता बोले-वादा किया था, कैसे तोड़ देते
उत्तर प्रदेश में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में एक ऐसा मामला भी सामने आया, जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। अमरोहा में हसनपुर नगरपालिका के वार्ड 17 से एक महिला ने मौत के बाद भी मतदाताओं के दिल में ऐसी जगह बनाए रखी कि मतदाताओं ने उसे चुनाव जीता दिया। ये सब जानकर कि उनका मत खराब होने वाला है, इसके बावजूद लोगों ने आशिया बी नाम की इस दिवंगत महिला को अपना वोट दिया। अब ये मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अधिकारियों ने कहा कि महिला के समर्थकों ने उन्हें सम्मान देते हुए जीत दिलाने का प्रण लिया था। उत्तर प्रदेश के शहरी निकाय चुनाव में आशिया बी को उनकी मौत के बाद विजयी घोषित किया गया। पहली बार चुनाव लड़ रही 30 साल की आशिया बी बीमार पड़ गई थी। उन्हें कथित तौर पर फेफड़े और पेट का संक्रमण था और मतदान से ठीक 12 दिन पहले उनकी मौत हो गई। आशिया बी को करीब 44 फीसदी वोट मिले और मौत के बाद उन्हें विजेता घोषित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उनके पति ने चुनाव अधिकारियों को चुनाव से पहले आशिया की मौत के संबंध में सूचित किया, लेकिन जिलाधिकारी भगवान शरण ने बताया कि मतपत्र से उनका नाम हटाने की कोई प्रक्रिया नहीं थी। एक बार चुनावी प्रक्रिया शुरू हो जाने के बाद, इसे रोका नहीं जा सकता है। निधन से पहले आशिया बी मतदाताओं के बीच खुद को साबित किया। यही कारण रहा कि कई लोगों ने उनके सम्मान में अपने मताधिकार का प्रयोग करने का फैसला किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्थानीय निवासी मोहम्मद जाकिर ने एक अखबार को बताया आशिया ने आसानी से दोस्त बना लिए और लोग उन्हें दिए गए समर्थन के वादे को तोड़ना नहीं चाहते थे। मतदाताओं ने का कहना था कि जब हमने वोट देने का वादा किया तो उसे तोड़ नहीं सकते। इसलिए ऐसा नतीजा निकला। उनके पति मुंतजिम कुरैशी ने कहा कि आशिया बी ने अपने शांत व्यवहार से दिल जीत लिया। अखबार ने एक अन्य मतदाता आरिफ के हवाले से कहा कि हमारा वोट उनके लिए एक श्रद्धांजलि है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नामांकन के चार दिन बाद हुई थी मौत
16 अप्रैल को उन्होंने अपना नामांकन फॉर्म दाखिल किया। हालांकि, इस दौरान उनकी तबियत खराब चल रही थी। निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन करने वाली आशिया बी को लोगों का जबर्दस्त समर्थन मिला। हालांकि, स्वास्थ्य कारणों के कारण वे प्रचार में निकल नहीं पा रही थीं। आशिया के पेट और फेफड़े में संक्रमण लगातार बढ़ता गया। 20 अप्रैल को उनका निधन हो गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पिछले साल हुई थी शादी
हसनपुर नगरपालिका परिषद में 30 वार्ड हैं। आशिया ने वार्ड 17 के पार्षद उम्मीवार के तौर पर नामांकन किया था। चुनाव में उन्होंने 2000 से अधिक वोटों से जीत दर्ज की है। आशिया की पिछले साल मुंतजीब अहमद के साथ शादी हुई थी। मुंतजीब शहर में दूध की डेयरी चलाते है। उन्होंने बताया कि वार्ड 17 महिलाओं के लिए आरक्षित था। आशिया ने इससे पहले कभी किसी चुनाव में उम्मीदवारी पेश नहीं की थी। उसने लोगों की सेवा के लिए राजनीति का रास्ता चुना। वह लोगों के बीच गईं और अपने व्यवहार से उनका भरोसा एवं विश्वास जीता। इलाज के दौरान उनका निधन हो गया और वह अपने सपने को पूरा करने में कामयाब नहीं हुए। मृत्यु के बाद भी लोगों ने उसका समर्थन किया। चुनाव परिणाम ने साबित किया है कि लोग उसे कितना पसंद, प्यार करते थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सीट पर फिर होगा चुनाव
हसनपुर के एसडीएम अशोक कुमार कहते हैं कि आशिया एक निर्दलीय उम्मीदवार थी। नामांकन के तुरंत बाद उसका निधन हो गया। अमरोहा में यूपी नगर निकाय चुनाव के पहले चरण के तहत 4 मई को मतदान हुआ। चुनाव को स्थगित नहीं किया गया था। लोगों ने आशिया को वोट किया। वह विजेता बनकर सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि हम नियमों का पाल करेंगे। इस पद के लिए आने वाले दिनों में फिर से चुनाव कराया जाएगा।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।