अपनी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कुशासन पर पर भी नजर डालें आर्यः कैंथोला
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैंथोला ने कहा कि यशपाल आर्य भी 2012 की कांग्रेस सरकार के कुशासन पर क्या बोलेंगे। जब उनके नेता मां गंगा के अस्तित्व को बदलने का पापकर्म कर रहे थे। तब उनकी उत्तराखंड के जनभावनाओं प्रति उत्तर दायित्व कहां खो गया था। जब उनकी सरकार के समय पर उत्तराखंड में हर जगह भय और भ्रष्टाचार व्याप्त था। आर्य तब केवल अपने नेताओं की परिक्रमा में तल्लीन थे और आज भी हैं। अगर कांग्रेस और नेता प्रतिपक्ष ने अपने कांग्रेस सरकार के दौरान जनता के लिए कुछ किया होता तो आज कांग्रेस पार्टी की दुर्दशा यह न होती। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने राज में कुछ किया किया तो केवल भाई भतीजावाद किया। कैंथोला ने कहा यशपाल आर्य को यह याद करना चाहिए कि कैसे केदारनाथ के त्रासदी से त्रस्त आहत लोगों को राहत के नाम पर उनके नेता बंदरबांट कर रहे थे। यह दृश्य उत्तराखंड ही नहीं, देश व विदेश के लोगों ने अच्छी तरह देखा था। तब उन्होंने उत्तराखंड की साख पर लग रहे दाग पर कभी मुंह तक नहीं खोला था। कोरोना काल में केवल मीडिया में बयान देने व सरकार को कोसने के अलावा उनकी पार्टी पूरे समय लॉक डाउन में लॉक ही रही। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कैंथोला ने कहा तब उस समय भी भाजपा का एक एक कार्यकर्ता घर से बाहर निकलकर अपने प्राणों की परवाह न करते हुए सेवा कार्य में लगा था। कैंथोला ने कहा कि हम तब भी जनता के बीच सेवा करते हुए मौजूद थे। उन्होंने कहा कि काग्रेस सरकार के दौरान अपराधियों के इतने हौसले बुलंद थे कि रुड़की जेल के बाहर फायरिंग तक हो गई थी। कैंथोला ने कहा कि आज कांग्रेस के गुटीय नेता अपने अपने गुटों के कबीलाई राजनीति में मशगूल है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि यशपाल आर्य समेत कांग्रेस के सारे नेता केवल अपने हितों को संरक्षण करने का काम कर रहे है। आर्य को अपनी पूर्व सरकार के काले इतिहास को भी पढ़ लेना चाहिए। जिस काल मे उत्तराखंड के नाम को खराब करने के साथ साथ माफियाराज हावी था। उनकी सरकार में खनन कारोबारी ओर शराब कारोबारियों का सीधा दखल था। उनके मुखिया ओर वो खुद अपने परिवार व चाटूकारों को सेट करने में व्यस्त थे। कैंथोला ने कहा कि पूरी उत्तराखंड की जनता ने पहले 2017 और फिर 2022 में कांग्रेस पार्टी व उनके नेताओं को करारा जबाब दे चुकी है।
नोटः कोरोनाकाल में घर में बैठने के बीजेपी की तरह के आरोप कांग्रेस भी बीजेपी पर लगाती है। कांग्रेस भी कहती है कि कोरोनाकाल में बीजेपी के लोग घरों में बैठे रहे। उसी दौरान पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हर जिले से 20 लोगों को डीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजने को कहा था। तब देहरादून में बीजेपी के तीन ही लोग ज्ञापन देने घर से निकले थे। इस समाचार को लोकसाक्ष्य ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। हालांकि, उस दौरान कई दलों से जुड़े लोगों ने अपनी अपनी क्षमता के अनुरूप लोगों की सेवा की। जिसे लोकसाक्ष्य ने प्रकाशित भी करता रहा। साथ ही मास्क ना लगाने वाले नेताओं की फोटो और समाचार भी प्रमुखता से दिया गया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।