ग्राफिक एरा में राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता में आर्मी लॉ कॉलेज पुणे अव्वल

तीन दिन चली इस प्रतियोगिता में बेस्ट रिसर्चर का खिताब हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की महक जैन को मिला। प्रतियोगिता में देशभर के प्रतिष्ठित लॉ यूनिवर्सिटी के 30 टीमों ने भाग लिया। फाइनल राउंड में मूट कोर्ट के कोर्ट रूम में मुंबई उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त जस्टिस ए आर जोशी, दिल्ली उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त जस्टिस जे आर मिर्धा, उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता कमल विरमानी, अधिवक्ता विकास कुमार,अधिवक्ता जयंत सरकार आदि की उपस्थिति में फाइनल में पहुंची छात्र-छात्राओं की पक्ष विपक्ष की टीम ने अपने विषय पर कई पेचीदा तर्क रखे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दोनों पक्षों की ओर से जबरदस्त वाद और तर्क दिए गए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कामकाज का अभिन्न अंग का का समर्थन कर रही टीम के छात्रों ने लोगों के कामकाज के बोझ को कम करने में, एआई के माध्यम से आए लाभों की वकालत की, तो दूसरी टीम ने कृत्रिम बुद्धिमता के आम लोगों के जीवन पर हानिकारक प्रभाव का खुलासा कर, एआई का बढ़ता प्रभाव और उसके उपयोग का विरोध किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मौजूद न्याय मूर्तियों और वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने इस मूट कोर्ट में छात्र-छात्राओं की तर्क वितर्क कौशल को सराहते हुए उनकी हौसला अफजाई की। कानून के विद्यार्थियों में कानूनी दांव पेज और मूटिंग स्किल्स निखारने के उद्देश्य से आयोजित इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अंकित लांबा, अधिवक्ता आदित्य गोरी, एचडीएफसी, कॉरपोरेट लीगल के सीनियर मैनेजर शार्दुल बर्ड्स, चेंबर ऑफ अभिनव मिश्रा एंड सॉलिसिटर दिल्ली के वरिष्ठ अधिवक्ता जागृति डोसे, कोमल सिंह समेत सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के अधिवक्ताओं ने कई कई स्तरों पर प्रतिभगियों का मूल्यांकन किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लॉ और चेंबर ऑफ अभिनव मिश्रा एंड सॉलिसिटर दिल्ली के सहयोग हुई इस से प्रतियोगिता के वैलिडेटरी समारोह में विश्वविद्यालय के प्रो- चांसलर प्रो. (डॉ)जे कुमार और कुलपति प्रोफेसर (डॉ) आर गोवारी ने अतिथियों का मोमेंटो देकर अभिनंदन किया। इस मौके पर एडवोकेट प्रदीप कुमार, एडवोकेट संदीप ओले, एडवोकेट राधिका विश्वजीत दुबे, स्कूल ऑफ लॉ की विभागाध्यक्ष शालिनी बहुगुणा बछेती, शिक्षक और छात्र छात्राएं मौजूद रहे।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।